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संस्कृत को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने की कवायद, कॉलेजों में शुरू होंगे नए वोकेशनल कोर्स

विवि मुख्यालय में कंप्यूटर अनुप्रयोग, कुंडली निर्माण, कर्मकांड और योग एवं तनाव प्रबंधन में डिप्लोमा पाठ्यक्रम की शुरुआत करने जा रहा है.

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Published : Apr 6, 2019, 9:34 AM IST

दरभंगा: कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय इस सत्र से बिहार के 10 कॉलेजों और विवि मुख्यालय में कंप्यूटर अनुप्रयोग, कुंडली निर्माण, कर्मकांड और योग एवं तनाव प्रबंधन में डिप्लोमा पाठ्यक्रम की शुरुआत करने जा रहा है. केएसडीएसयू विवि ने प्राचीन संस्कृत को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने के लिए यह बड़ा कदम उठाया है.

जानकारी देते विवि के कुलपति

किन-किन कॉलेजों में हो रही शुरूआत
बता दें कि विवि रामेश्वरी लता संस्कृत कॉलेज, दरभंगा और पचाढी संस्कृत कॉलेज (दरभंगा), खरखुरा संस्कृत कॉलेज (गया), भरतेश्वरी संस्कृत कॉलेज (छपरा), मझौलिया और बलूर मठ संस्कृत कॉलेज (पूर्वी चंपारण), सुखसेना संस्कृत कॉलेज (पूर्णिया), सोकहरा संस्कृत कॉलेज बरौनी और रोसड़ा संस्कृत कॉलेज (समस्तीपुर) में छह माह के कंप्यूटर अनुप्रयोग, कुंडली निर्माण और कर्मकांड में डिप्लोमा की पढ़ाई शुरू होगी. इसके अलावा राजकीय संस्कृत कॉलेज (पटना), राजकीय संस्कृत कॉलेज (भागलपुर) और धर्म समाज संस्कृत कॉलेज (मुजफ्फरपुर) में इन तीन पाठ्यक्रमों के अलावा योग एवं तनाव प्रबंधन में डिप्लोमा पाठ्यक्रम भी चलाये जायेंगे.

विवि को देना चाहते हैं आधुनिक स्वरूप- कुलपति
विवि के कुलपति प्रो. सर्व नारायण झा ने बताया कि विवि पारंपरिक शिक्षा को आधुनिक स्वरूप देना चाहता है. संस्कृत के छात्र कंप्यूटर और सूचना तकनीक का इस्तेमाल सीख सकें, इसी उद्देश्य से इन पाठ्यक्रमों की शुरुआत की जा रही है.

दरभंगा: कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय इस सत्र से बिहार के 10 कॉलेजों और विवि मुख्यालय में कंप्यूटर अनुप्रयोग, कुंडली निर्माण, कर्मकांड और योग एवं तनाव प्रबंधन में डिप्लोमा पाठ्यक्रम की शुरुआत करने जा रहा है. केएसडीएसयू विवि ने प्राचीन संस्कृत को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने के लिए यह बड़ा कदम उठाया है.

जानकारी देते विवि के कुलपति

किन-किन कॉलेजों में हो रही शुरूआत
बता दें कि विवि रामेश्वरी लता संस्कृत कॉलेज, दरभंगा और पचाढी संस्कृत कॉलेज (दरभंगा), खरखुरा संस्कृत कॉलेज (गया), भरतेश्वरी संस्कृत कॉलेज (छपरा), मझौलिया और बलूर मठ संस्कृत कॉलेज (पूर्वी चंपारण), सुखसेना संस्कृत कॉलेज (पूर्णिया), सोकहरा संस्कृत कॉलेज बरौनी और रोसड़ा संस्कृत कॉलेज (समस्तीपुर) में छह माह के कंप्यूटर अनुप्रयोग, कुंडली निर्माण और कर्मकांड में डिप्लोमा की पढ़ाई शुरू होगी. इसके अलावा राजकीय संस्कृत कॉलेज (पटना), राजकीय संस्कृत कॉलेज (भागलपुर) और धर्म समाज संस्कृत कॉलेज (मुजफ्फरपुर) में इन तीन पाठ्यक्रमों के अलावा योग एवं तनाव प्रबंधन में डिप्लोमा पाठ्यक्रम भी चलाये जायेंगे.

विवि को देना चाहते हैं आधुनिक स्वरूप- कुलपति
विवि के कुलपति प्रो. सर्व नारायण झा ने बताया कि विवि पारंपरिक शिक्षा को आधुनिक स्वरूप देना चाहता है. संस्कृत के छात्र कंप्यूटर और सूचना तकनीक का इस्तेमाल सीख सकें, इसी उद्देश्य से इन पाठ्यक्रमों की शुरुआत की जा रही है.

Intro:दरभंगा। कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि ने प्राचीन संस्कृत को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने के लिये बड़ा कदम उठाया है। विवि इसी सत्र से बिहार के 10 कॉलेजों और विवि मुख्यालय में कंप्यूटर अनुप्रयोग, कुंडली निर्माण, कर्मकांड और योग एवं तनाव प्रबंधन में डिप्लोमा पाठ्यक्रम की शुरुआत करने जा रहा है।


Body:विवि रामेश्वरी लता संस्कृत कॉलेज, दरभंगा और पचाढी संस्कृत कॉलेज दरभंगा, खरखुरा संस्कृत कॉलेज गया, भरतेश्वरी संस्कृत कॉलेज छपरा, मझौलिया और बलूर मठ संस्कृत कॉलेज पूर्वी चंपारण, सुखसेना संस्कृत कॉलेज पूर्णिया, सोकहरा संस्कृत कॉलेज बरौनी और रोसड़ा संस्कृत कॉलेज समस्तीपुर में छह माह के कंप्यूटर अनुप्रयोग, कुंडली निर्माण और कर्मकांड में डिप्लोमा की पढ़ाई शुरू होगी। इसके अलावा राजकीय संस्कृत कॉलेज पटना, राजकीय संस्कृत कॉलेज भागलपुर और धर्म समाज संस्कृत कॉलेज मुज़फ़्फ़रपुर में इन तीन पाठ्यक्रमों के अलावा योग एवं तनाव प्रबंधन में डिप्लोमा पाठ्यक्रम भी चलाये जायेंगे।


Conclusion:विवि के कुलपति प्रो. सर्व नारायण झा ने बताया कि विवि पारंपरिक शिक्षा को आधुनिक स्वरूप देना चाहता है। संस्कृत के छात्र कंप्यूटर और सूचना तकनीक का इस्तेमाल सीख सकें इसी उद्देश्य से इन पाठ्यक्रमों की शुरुआत की जा रही है।


बाइट 1- प्रो. सर्व नारायण झा, कुलपति, केएसडीएसयू


विजय कुमार श्रीवास्तव
ई टीवी भारत
दरभंगा
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