दरभंगा: बिहार के दरभंगा में छात्रों का विरोध प्रदर्शन (Students Protest in Darbhanga) देखने को मिला. ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) और छात्र आरजेडी ने गुरुवार को ऑनलाइन हुई ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की सीनेट की बैठक (LNMU Senate Meeting in Darbhanga) का विरोध किया. छात्रों ने बैठक के बाहर जमकर हंगामा किया. जिसकी वजह से वहां तैनात सुरक्षा गार्डों के साथ उनकी धक्का-मुक्की भी हुई. छात्र बैठक के भीतर पहुंच कर विरोध-प्रदर्शन करना चाह रहे थे, लेकिन सुरक्षा गार्डों ने उन्हें गेट पर ही रोक दिया. इसके विरोध में छात्र गेट पर ही धरना पर बैठ गए और कुलपति व रजिस्ट्रार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. छात्रों ने एलएनएमयू वीसी और रजिस्ट्रार की बर्खास्तगी की मांग (Demand for Dismissal of LNMU VC and Registrar) भी की.
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दरअसल ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय ने इस बार कोविड-19 की वजह से सीनेट की बैठक ऑनलाइन आयोजित की. इस बैठक में अधिकतर सदस्य अपने घरों से ही ऑनलाइन जुड़े थे, जबकि कुछ सदस्य विश्वविद्यालय के जुबली हॉल में बैठक में मौजूद थे.
इस मौके पर छात्र आरजेडी के जिलाध्यक्ष अरविंद यादव ने कहा कि वे लोग ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की सीनेट की बैठक का विरोध करने आए थे. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के सुरक्षा गार्डों और पुलिस ने उन्हें गेट पर ही रोक दिया. उन्होंने कहा कि वे लोग अपने अधिकार की मांग के लिए यहां आए थे. ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की राज्य में प्रतिष्ठा रही है, लेकिन अब इसे यूपी मॉडल के तहत संचालित किया जा रहा है और यह भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है. विश्वविद्यालय में क्लास नहीं चलती है लेकिन सीनेट की बैठक जरूर होती है, क्योंकि यहां से ये लोग धन की उगाही करते हैं.
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वहीं, आइसा के जिलाध्यक्ष प्रिंस राज ने कहा कि देश में लोकसभा और विधानसभा ऑफलाइन चलती हैं, लेकिन विश्वविद्यालय की दशा और दिशा का निर्धारण करने वाली सीनेट की बैठक को ऑनलाइन कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वे सीनेट की ऑनलाइन बैठक का विरोध कर रहे हैं. अगर बैठक ऑनलाइन भी हो रही है तो उसमें छात्रों की समस्याएं नहीं सुनी जा रही हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी सीनेट की बैठक वे लोग नहीं चलने देंगे.
प्रिंस राज ने मांग की है कि राजभवन ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति और रजिस्ट्रार को बर्खास्त करें. उन्होंने कहा कि अगर कुलपति और रजिस्ट्रार की बर्खास्तगी नहीं होती है तो वे इस आंदोलन को आगे भी जारी रखेंगे.
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