दरभंगा: नेपाल से पानी छोड़े जाने के कारण राज्य की नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है. कई जगहों पर तटबंध टूटने के कारण बाढ़ आ गई है. वहीं, बाढ़ आने के कारण जिले के कुशेश्वरस्थान के पूर्वी प्रखंड के क्षेत्र के लोगों की मुश्किल काफी बढ़ गई है. यहां के लोगों के आवागमन का एक मात्र साधन नाव ही बच गया है. उसकी भी भारी कमी है. जरूरत की हर चीजों को पूरा करने के लिए नाव का ही सहारा लेना पड़ता है. इससे हमेशा हादसे का डर बना रहता है.
बाढ़ पीड़ितों ने लगाया आरोप
बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि नदी में उफान आने के बाद बाढ़ का पानी उनके घरों में घुस गया है. लोगों को काफी परेशानी हो रही है. लोगों को आने जाने में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है. बाढ़ आने के बाद सरकार की तरफ से कोई मदद गांव वालों को नहीं मिल रही है. यहां आने जाने वालों के लिए नाव की भारी कमी है. लोग अपने पैसे से निजी नाव से आवागमन कर रहे हैं.
'आवागमन के लिए उपलब्ध है नाव'
मौके पर पहुंचे वरीय प्रभारी नदीम-उल गफ्फार सिद्धिकी ने बताया कि सभी गांव में आबादी के आवागमन के लिए नाव उपलब्ध करवाया गया है. बाढ़ को देखते हुए सरकारी स्तर पर अभी तक 22 नावें चलाई जा रही हैं. साथ ही निजी नाव भी उपलब्ध है. हमलोगों ने इस क्षेत्र में हो रही समस्या को लेकर सभी जनप्रतिनिधियों और सरकारी कर्मियों के साथ बैठक भी की है. उस बैठक के आधार पर जरूरत वाली जगहों पर नाव दिया जा रहा है.