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दरभंगा: डायलिसिस मशीन खराब होने से मरीजों की बढ़ी परेशानी, मजबूरी में निजी नर्सिंग होम जा रहे हैं लोग - dialysis machine not working in dmch

जरूरत के सामानों की आपूर्ति नहीं होने की वजह से 12 सितंबर से यहां डायलिसिस ठप हो गया है. इसकी वजह से यहां पर इलाजरत मरीजों को प्राइवेट क्लीनिक से डायलिसिस कराना पड़ रहा है.

खराब पड़ी डायलिसिस मशीन
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Published : Sep 24, 2019, 8:01 AM IST

दरभंगा: डीएमसीएच में एक बार फिर से डायलिसिस मशीन ठप हो जाने से यहां के गरीब मरीजों को इलाज कराने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बता दें एक वर्ष के बाद प्रधान सचिव की पहल पर 5 सितंबर को डीएमसीएच में डायलिसिस शुरू हुआ था. लेकिन जरूरत के सामानों की आपूर्ति नहीं होने की वजह से 12 सितंबर से यहां डायलिसिस ठप हो गया है. इसकी वजह से यहां पर इलाजरत मरीजों को प्राइवेट क्लीनिक से डायलिसिस कराना पड़ रहा है.

dialysis machine not working in dmch
डीएमसीएच में खराब पड़ी डायलिसिस मशीन

18 तरह के सामानों की जरूरत होती है
इसके लिए मरीजों को 15 सौ रुपये से लेकर 25 सौ रुपये प्रतिदिन खर्च करना पड़ रहा है. वहीं डायलिसिस कर्मियों का कहना है कि इसकी जानकारी अधिकारियों को दे दी गई है. दरअसल डायलिसिस करने के लिए 18 तरह के सामानों की जरूरत होती है. इसके लिए बाइकार्बोनेट, सलूशन, जैल्को 16, हैप्रिन, सिट्रिक एसिड, हाइपोक्लोराइट, आबजेलिक एसिड, वाई कार्बोनेट पाउडर, इडुसल, 16 नंबर निडिल आदि की आवश्यकता होती है. बताया जाता है कि इन सामानों की आपूर्ति नहीं होने की वजह से डायलिसिस बंद है. वहीं डीएमसीएच के मेडिसिन आईसीयू में तीन डायलिसिस मशीन है. इसमें एक मशीन शुरू से ही कार्य नहीं कर रहा है. इस मशीन में टेक्निकल खराबी है. इसके साथ ही मरीजों का लेटने वाला हाइड्रॉलिक बेड ऊपर-नीचे नहीं होता है.

dialysis machine not working in dmch
डॉ राज रंजन प्रसाद, अस्पताल अधीक्षक

क्या कहते हैं परिजन
वहीं मेडिसिन विभाग में अपनी चाची का इलाज करवा रहे लक्ष्मण कुमार ने कहा कि उनकी चाची की किडनी में समस्या है. जिसको लेकर यहां के डॉक्टर ने उनकी चाची को डायलिसिस लिखा है. लेकिन जब वो डायलिसिस कराने डायलिसिस सेंटर पहुंचे तो, वहां के कर्मियों ने कहा कि डायलिसिस मशीन खराब है. उन्होंने कहा कि कर्मियों ने उन्हें कहीं दूसरी जगह जाकर डायलिसिस कराने को कहा है.

dialysis machine not working in dmch
लक्षमण कुमार, परिजन


दो-तीन दिन में शुरू हो जायेगा डायलिसिस
वहीं अस्पताल अधीक्षक डॉ राज रंजन प्रसाद ने कहा कि काफी मशक्कत के बाद मेडिसिन विभाग के हीमो डायलिसिस यूनिट को दोबारा चालू कराया जा सका था. इस बीच केमिकल की कमी हो गई. जिसकी वजह से वहां पर डायलिसिस ठप हो गया है. उन्होंने कहा कि मरीजों के डायलिसिस कराने के लिए जो भी सामान की जरूरत है, वो ऑर्डर कर दिया गया है. जिसके बाद दो-तीन दिन में फिर से डायलिसिस होना शुरू हो जायेगा.

अस्पताल में खराब पड़ी है डायलिसिस मशीन.

दरभंगा: डीएमसीएच में एक बार फिर से डायलिसिस मशीन ठप हो जाने से यहां के गरीब मरीजों को इलाज कराने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बता दें एक वर्ष के बाद प्रधान सचिव की पहल पर 5 सितंबर को डीएमसीएच में डायलिसिस शुरू हुआ था. लेकिन जरूरत के सामानों की आपूर्ति नहीं होने की वजह से 12 सितंबर से यहां डायलिसिस ठप हो गया है. इसकी वजह से यहां पर इलाजरत मरीजों को प्राइवेट क्लीनिक से डायलिसिस कराना पड़ रहा है.

dialysis machine not working in dmch
डीएमसीएच में खराब पड़ी डायलिसिस मशीन

18 तरह के सामानों की जरूरत होती है
इसके लिए मरीजों को 15 सौ रुपये से लेकर 25 सौ रुपये प्रतिदिन खर्च करना पड़ रहा है. वहीं डायलिसिस कर्मियों का कहना है कि इसकी जानकारी अधिकारियों को दे दी गई है. दरअसल डायलिसिस करने के लिए 18 तरह के सामानों की जरूरत होती है. इसके लिए बाइकार्बोनेट, सलूशन, जैल्को 16, हैप्रिन, सिट्रिक एसिड, हाइपोक्लोराइट, आबजेलिक एसिड, वाई कार्बोनेट पाउडर, इडुसल, 16 नंबर निडिल आदि की आवश्यकता होती है. बताया जाता है कि इन सामानों की आपूर्ति नहीं होने की वजह से डायलिसिस बंद है. वहीं डीएमसीएच के मेडिसिन आईसीयू में तीन डायलिसिस मशीन है. इसमें एक मशीन शुरू से ही कार्य नहीं कर रहा है. इस मशीन में टेक्निकल खराबी है. इसके साथ ही मरीजों का लेटने वाला हाइड्रॉलिक बेड ऊपर-नीचे नहीं होता है.

dialysis machine not working in dmch
डॉ राज रंजन प्रसाद, अस्पताल अधीक्षक

क्या कहते हैं परिजन
वहीं मेडिसिन विभाग में अपनी चाची का इलाज करवा रहे लक्ष्मण कुमार ने कहा कि उनकी चाची की किडनी में समस्या है. जिसको लेकर यहां के डॉक्टर ने उनकी चाची को डायलिसिस लिखा है. लेकिन जब वो डायलिसिस कराने डायलिसिस सेंटर पहुंचे तो, वहां के कर्मियों ने कहा कि डायलिसिस मशीन खराब है. उन्होंने कहा कि कर्मियों ने उन्हें कहीं दूसरी जगह जाकर डायलिसिस कराने को कहा है.

dialysis machine not working in dmch
लक्षमण कुमार, परिजन


दो-तीन दिन में शुरू हो जायेगा डायलिसिस
वहीं अस्पताल अधीक्षक डॉ राज रंजन प्रसाद ने कहा कि काफी मशक्कत के बाद मेडिसिन विभाग के हीमो डायलिसिस यूनिट को दोबारा चालू कराया जा सका था. इस बीच केमिकल की कमी हो गई. जिसकी वजह से वहां पर डायलिसिस ठप हो गया है. उन्होंने कहा कि मरीजों के डायलिसिस कराने के लिए जो भी सामान की जरूरत है, वो ऑर्डर कर दिया गया है. जिसके बाद दो-तीन दिन में फिर से डायलिसिस होना शुरू हो जायेगा.

अस्पताल में खराब पड़ी है डायलिसिस मशीन.
Intro:डीएमसीएच में एक बार फिर से डायलिसिस मशीन ठप हो जाने से यहां के गरीब मरीजों को इलाज कराने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब एक वर्ष के बाद प्रधान सचिव के पहल पर 5 सितंबर को डीएमसीएच में डायलिसिस शुरू हुआ था। लेकिन जरूरत के सामानों की आपूर्ति नही होने के कारण 12 सितंबर से यहां डायलिसिस ठप हो गया है। इसके कारण यहां पर इलाजरत मरीजों को प्राइवेट क्लीनिक से डायलिसिस कराना पड़ रहा है। इसके लिए प्रति मरीज 15 सौ रुपया से लेकर 25 सौ रुपया प्रतिदिन खर्च हो रहा है। वही डायलिसिस कर्मियों ने कहा कि इसकी जानकारी को दे दी गई है।


Body:दरअसल डायलिसिस करने के लिए 18 तरह के सामानों की जरूरत होती है। बाइकार्बोनेट, सलूशन, जैल्को 16, हैप्रिन, सिट्रिक एसिड, हाइपोक्लोराइट, आबजेलिक एसिड, वाई कार्बोनेट पाउडर, इडुसल, 16 नंबर निडिल आदि की आवश्यकता होती है बताया जाता है कि इन सामानों की आपूर्ति नहीं होने से डायलिसिस बंद है। वहीं डीएमसीएच के मेडिसिन आईसीयू में तीन डायलिसिस मशीन है। इसमें एक मशीन शुरू से ही कार्य नहीं कर रहा है। इस मशीन में टेक्निकल खराबी है। मशीन का जीपीएस वक्त खराब है। मरीजों का लेटने वाला हाइड्रॉलिक बेड ऊपर नीचे नहीं हो रहा है।


Conclusion:वही मेडिसिन विभाग में अपनी चाची का किडनी का इलाज करवा रहे लक्ष्मण कुमार ने कहा कि उनकी चाची के किडनी में समस्या है। जिसको लेकर यहां के डॉक्टर ने हमारी चाची को डायलिसिस लिखा है। लेकिन जब हम डायलिसिस कराने डायलिसिस सेंटर पहुंचे तो, वहां के कर्मियों ने कहा कि डायलिसिस मशीन खराब है। जिसके चलते यहां पर आपके डायलिसिस नहीं होगा। आप कहीं दूसरी जगह जाकर डायलिसिस करा ले। अब हमारी मजबूरी है कि हमें अपने चाची को बचाने के लिए कहीं दूसरे जगह ले जाकर डायलिसिस करवाना पड़ेगा।

वहीं अस्पताल अधीक्षक डॉ राज रंजन प्रसाद ने कहा कि काफी मशक्कत के बाद मेडिसिन विभाग के हीमो डायलिसिस यूनिट को दोबारा चालू कराया जा सका था। इस बीच वह केमिकल की कमी हो गई। जिसके चलते वहां पर डायलिसिस ठप हो गया है। वहीं उन्होंने कहा कि मरीजों के डायलिसिस कराने के लिए जो भी सामान की जरूरत है। इसके लिए ऑर्डर कर दिया है और दो-तीन दिन में फिर से डायलिसिस होना शुरू हो जायेगा।

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लक्षमण कुमार, परिजन
डॉ राज रंजन प्रसाद, अस्पताल अधीक्षक
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