दरभंगाः कोरोना वायरस को लेकर लगे लॉक डाउन के कारण कई सेक्टरों में रोजगार प्रभावित हुए हैं. ऐसा ही एक मामला बहादुरपुर प्रखंड के अझौल गांव में देखने को मिला है. जहां जीविका समूह की एक दर्जन से ज्यादा महिला मशरूम की खेती और अगरबत्ती निर्माण कर के अपने परिवार को चला रही थी. लेकिन लॉक डाउन के कारण इनका व्यापार पूरी तरह से चौपट हो गया और इनके समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई.
ऐसे में एक दिन वंदना झा को जीविका की ओर से मास्क निर्माण कार्य का ऑफर आया और इन लोगों का फिर से दिन बदल गया. आज के समय में करीब 10 महिलाएं अपने घरों का काम निपटा कर इस काम को कर रही हैं.
मुसीबत की घड़ी में एक बार पुनः जीविका हुई वरदान साबित
वहीं, मास्क का निर्माण कर रही वंदना झा ने कहा कि पहले हमलोग मशरूम की खेती और अगरबत्ती का व्यापार करते थे. लेकिन लॉक डाउन के चलते मशरूम की बीज नहीं आ पाई. जिसके चलते मशरूम की खेती बंद हो गई. दूसरी तरफ दुकान बंद होने से अगरबत्ती का व्यापार भी बंद हो गया. रोजगार बंद हो जाने के कारण हम लोगों के घरों में भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई. तभी हम लोगों को जीविका से मास्क बनाने का ऑफर आया और हम लोगों ने मास्क बनाना शुरू कर दिया. जीविका के तरफ से हम लोगों को धागा और कपड़ा मिलता है और हम लोगों को 5 रुपया प्रति दर के माध्यम से भुगतान होता है.
जीविका द्वारा तैयार मास्क प्रत्येक पंचायत में होगा वितरण
वहीं, जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने कहा कि जीविका के महिलाओं की ओर से मास्क का निर्माण बड़े पैमाने पर किया जा रहा है. सरकार की ओर से निर्णय लिया गया है कि प्रत्येक पंचायत में मास्क का वितरण किया जाना है. जिसको लेकर हम लोग मास्क का निर्माण जीविका के माध्यम से करवा रहे हैं.
वहीं, उन्होंने कहा कि मिथिला पेंटिंग के जो कलाकार हैं, उनको भी बढ़ावा देने के उद्देश्य से हमलोग लगातार मिथिला पेन्टिंग युक्त मास्क का आर्डर देकर उसको तैयार करवा रहे हैं. हम लोगों की कोशिश यही है कि इस महामारी के दौर में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़कर रोजगार दिया जा सके.