दरभंगा: मैथिली भाषा को ग्लोबल बनाने के उद्देश्य से नेपाल के निवासी अभिनव झा ने मैथिली ट्यूटर नाम का एक एप बनाया है. इस एप के माध्यम से मैथिली भाषा सरलता से सीखी जा सकती है. इस एप को मैथिली भाषी के अलावा दूसरी भाषा के लोग भी डाउनलोड कर सकते हैं.
बता दें कि नेपाल के राजविराज सप्तरी निवासी अभिनव झा ने आस्ट्रेलिया के लॉ ट्रोब विश्वविद्यालय से दूरसंचार और नेटवर्क इंजीनियरिंग में एमई और एनआइटी दुर्गापुर से इलेक्ट्रॉनिक और कम्यूनिकेशन में बीटेक की पढ़ाई की है. वो वर्तमान में बेंगलुरू की एक कंपनी में एमएल डेवलपर के रूप में काम कर रहे हैं. लेकिन लॉकडाउन के कारण वो वर्क फ्रॉम होम कर रहे थे तो अपने घर दरभंगा आ गए. इसके बाद उन्होंने मैथिली भाषा के प्रसार के लिए मैथिली ट्यूटर के नाम से एक एप बनाया है. इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है.
नेपाल की दूसरी सबसे बड़ी भाषा है मैथिली
इस एप को डेवलेप करने के लिए अभिनव झा को अपने पिता डॉ. अखिलेश झा, मां आरती झा और बहन अनुपमा झा का काफी सहयोग मिला है. एप डेवलपर अभिनव झा की मां आरती झा ने कहा कि मैथिली नेपाल की दूसरी सबसे बड़ी भाषा है. भारत के मिथिलांचल क्षेत्र मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर और सीतामढ़ी सहित अन्य क्षेत्रों में मैथिली बोली जाती है. अन्य भाषा के लोग मैथिली को सबसे सरस भाषा मानते हैं. बेटे ने मैथिली भाषा को विश्व के कोने-कोने तक पहुंचाने के लिए मैथिली ट्यूटर एप बनाकर भाषा के प्रति समर्पण व्यक्त किया है. इससे उन्हें काफी खुशी मिली है और इस एप के माध्यम से लोग आसानी से मैथिली बोलना सीख सकते हैं.
ऑडियो-वीडियो, ग्राफिक्स और एनीमेशन का प्रयोग
एप डेवलपर अभिनव झा ने कहा कि उनकी पढ़ाई लिखाई ऑस्ट्रेलिया में हुई है. लेकिन उसकी अपने मातृ भाषा के प्रति रूचि कभी कम नहीं हुई. वो लगातार अपने परिवार और समाज के अन्य लोगों के साथ मैथिली भाषा में ही संवाद करते हैं. यही वजह है कि उसने मैथिली भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए मैथिली ट्यूटर नाम से एक एप विकसित किया.
सरलता से सीखी जा सकती है मैथिली भाषा
इसके साथ ही अभिनव ने बताया कि इस एप को ऑडियो-वीडियो, ग्राफिक्स और एनीमेशन के मदद से बनाया गया है. इसके छह सेक्शन में हिन्दी वर्णमाला, क्वीज और एनीमेशन के आधार पर दो लोगों के बीच मैथिली में संवाद किया गया है. इस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर मैथिली भाषा को सरलता से सीखा जा सकता है.