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दरभंगा: दुष्कर्म मामले में लापरवाही को लेकर SSP ने IO को किया निलंबित

एसएसपी ने कहा कि इसमें अनुसंधानकर्ता के द्वारा पीड़िता को समुचित सुरक्षा मुहैया कराने में लापरवाही बरती गई है. जिसको लेकर आईओ को निलंबित कर दिया गया है.

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दरभंगा में पंचों के दबाव में पीड़िता ने खाया जहर
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Published : Jan 15, 2021, 11:38 AM IST

Updated : Jan 15, 2021, 8:58 PM IST

दरभंगा: कमतौल थाना क्षेत्र में हुए दुष्कर्म मामले में लापरवाही को लेकर एसएसपी बाबूराम ने कड़ा रुख अपनाया है. एसएसपी ने लड़की के बयान पर चार लोगों को आरोपी मानते हुए आईओ को निलंबित कर दिया है.

वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि तीन महीने पहले कमतौल थाना क्षेत्र में एक दुष्कर्म की घटना घटी थी. जिसमें आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. वहीं उन्होंने कहा कि सूचना मिली है कि लड़का पक्ष के द्वारा एक पंचायत बुलाई गई थी, जिसमे पीड़िता पक्ष पर दबाव डाला गया था, समझौता करने लिए, जिसके बाद पीड़िता ने जहर खा लिया. हालांकि पीड़िता अभी डीएमसीएच में इलाजरत है और खतरे से बाहर है.

एसएसपी बाबूराम ने बताया कि पीड़िता का बयान लिया गया है. जिसमें उसने चार आरोपी का नाम बताया है. जिसमें लड़के का पिता, चाचा और दो ग्रामीण शामिल हैं. इसमें लड़के के पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है. शेष बचे तीन लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है. उन्होंने कहा कि इसमें अनुसंधानकर्ता के द्वारा पीड़िता को समुचित सुरक्षा मुहैया कराने में लापरवाही बरती गई है. जिसको लेकर आईओ को निलंबित कर दिया गया है.

दरभंगा में पंचों के दबाव में पीड़िता ने खाया जहर

केस वापस लेने का दबाव
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि छह माह पूर्व पीड़िता के साथ उसके ही गांव के एक युवक ने उसके साथ दुष्कर्म किया था. जिसको लेकर आरोपी के खिलाफ कमतौल थाना में मामला दर्ज कराया गया था और उस केस का मुख्य आरोपी अभी भी जेल में है. उसी को लेकर मिल्की गांव में पंचायत रखा गया गया था. जिसमें पीड़िता के परिवार के सदस्यों को जबरन केस वापिस लेने का दबाव बनाया जा रहा था.

पटना: खाद विक्रेताओं में दिखा आक्रोश, मांगे पूरी नहीं होने पर दुकानें बंद करने की चेतावनी

''पंचायत में हुई बातों को बताने हम कमतौल थाना गये थे. जिसपे केस के आईओ मनोज कुमार ने कहा कि 'यह पंचायत का मामला है जा कर खुद से सलट लो'. उसी बीच मेरे घर पर मेरी बेटी अकेली थी. तभी मोहम्द इस्लाम सेख सहित चार लोग मेरे घर पर पहुंचे और मेरी बेटी को अंजाम बुरा होने धमकी देने लगे. उनलोगों के डर से मेरी बेटी ने घर में रखे खटमल मारने की दवा खा ली. जब हमलोग घर पहुंचे तो देखा कि वो नीचे जमीन पर पड़ी है. उसके बाद उसे हम इलाज के लिये कमतौल पीएचसी ले गये. जहां डॉक्टर ने डीएमसीएच रेफर कर दिया''-पीड़िता की मां

''हम लोगों की तरफ से बच्ची को संरक्षण दिया जा रहा है. पीड़ित बच्ची का इलाज डीएमसीएच में चल रहा है. उनकी उपस्थिति में बेंता थाना ने पीड़िता का बयान दर्ज किया गया. पीड़ित बच्ची की जरूरत, संरक्षण और सहायता की जिम्मेवारी बाल कल्याण समिति की है. आरोपियों पर कारवाई के लिये थाना अध्यक्ष कमतौल को निर्देश दिया गया और उन्होंने कहा कि यह मामला पोक्सो कोर्ट में पहले से चल रहा है''- बीरेंद्र कुमार झा, अध्यक्ष, बाल कल्याण समिति

दरभंगा: कमतौल थाना क्षेत्र में हुए दुष्कर्म मामले में लापरवाही को लेकर एसएसपी बाबूराम ने कड़ा रुख अपनाया है. एसएसपी ने लड़की के बयान पर चार लोगों को आरोपी मानते हुए आईओ को निलंबित कर दिया है.

वरीय पुलिस अधीक्षक ने कहा कि तीन महीने पहले कमतौल थाना क्षेत्र में एक दुष्कर्म की घटना घटी थी. जिसमें आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. वहीं उन्होंने कहा कि सूचना मिली है कि लड़का पक्ष के द्वारा एक पंचायत बुलाई गई थी, जिसमे पीड़िता पक्ष पर दबाव डाला गया था, समझौता करने लिए, जिसके बाद पीड़िता ने जहर खा लिया. हालांकि पीड़िता अभी डीएमसीएच में इलाजरत है और खतरे से बाहर है.

एसएसपी बाबूराम ने बताया कि पीड़िता का बयान लिया गया है. जिसमें उसने चार आरोपी का नाम बताया है. जिसमें लड़के का पिता, चाचा और दो ग्रामीण शामिल हैं. इसमें लड़के के पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है. शेष बचे तीन लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है. उन्होंने कहा कि इसमें अनुसंधानकर्ता के द्वारा पीड़िता को समुचित सुरक्षा मुहैया कराने में लापरवाही बरती गई है. जिसको लेकर आईओ को निलंबित कर दिया गया है.

दरभंगा में पंचों के दबाव में पीड़िता ने खाया जहर

केस वापस लेने का दबाव
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि छह माह पूर्व पीड़िता के साथ उसके ही गांव के एक युवक ने उसके साथ दुष्कर्म किया था. जिसको लेकर आरोपी के खिलाफ कमतौल थाना में मामला दर्ज कराया गया था और उस केस का मुख्य आरोपी अभी भी जेल में है. उसी को लेकर मिल्की गांव में पंचायत रखा गया गया था. जिसमें पीड़िता के परिवार के सदस्यों को जबरन केस वापिस लेने का दबाव बनाया जा रहा था.

पटना: खाद विक्रेताओं में दिखा आक्रोश, मांगे पूरी नहीं होने पर दुकानें बंद करने की चेतावनी

''पंचायत में हुई बातों को बताने हम कमतौल थाना गये थे. जिसपे केस के आईओ मनोज कुमार ने कहा कि 'यह पंचायत का मामला है जा कर खुद से सलट लो'. उसी बीच मेरे घर पर मेरी बेटी अकेली थी. तभी मोहम्द इस्लाम सेख सहित चार लोग मेरे घर पर पहुंचे और मेरी बेटी को अंजाम बुरा होने धमकी देने लगे. उनलोगों के डर से मेरी बेटी ने घर में रखे खटमल मारने की दवा खा ली. जब हमलोग घर पहुंचे तो देखा कि वो नीचे जमीन पर पड़ी है. उसके बाद उसे हम इलाज के लिये कमतौल पीएचसी ले गये. जहां डॉक्टर ने डीएमसीएच रेफर कर दिया''-पीड़िता की मां

''हम लोगों की तरफ से बच्ची को संरक्षण दिया जा रहा है. पीड़ित बच्ची का इलाज डीएमसीएच में चल रहा है. उनकी उपस्थिति में बेंता थाना ने पीड़िता का बयान दर्ज किया गया. पीड़ित बच्ची की जरूरत, संरक्षण और सहायता की जिम्मेवारी बाल कल्याण समिति की है. आरोपियों पर कारवाई के लिये थाना अध्यक्ष कमतौल को निर्देश दिया गया और उन्होंने कहा कि यह मामला पोक्सो कोर्ट में पहले से चल रहा है''- बीरेंद्र कुमार झा, अध्यक्ष, बाल कल्याण समिति

Last Updated : Jan 15, 2021, 8:58 PM IST
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