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खोखला साबित हो रहा राज्य सरकार का दावा, यहां के लोग 3 घंटे में तय करते हैं 15 किलोमीटर की दूरी - जगदीशपुर पंचायत

बक्सर शहर से डुमराव शहर को जोड़ने वाली 15 किलोमीटर लंबी सड़क की हालत जर्जर है. इस कारण 15 किलोमीटर की दूरी को पूरा करने में लोगों को 3 घंटे का समय लगता है. जिले के डीएम के स्वीकृति पत्र की अनुमति मिलने पर आगे की कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

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Published : Jul 6, 2020, 7:18 AM IST

Updated : Jul 7, 2020, 7:58 AM IST

बक्सर: बिहार के किसी भी कोने से 5 घंटे के अंदर राजधानी पटना में पहुंचने का मुख्यमंत्री का दावा खोखला साबित हो रहा है. कई कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यह दावा कर चुके हैं कि आज प्रदेश की सड़कों की हालत इतनी बेहतर है कि सूबे के किसी भी कोने से 5 घंटा के अंदर लोग राजधानी पटना पहुंच सकते हैं. लेकिन बक्सर शहर से डुमराव शहर को जोड़ने वाली 15 किलोमीटर लंबी सड़क की दूरी तय करने में लोगों को तीन घण्टे से अधिक का समय लग जाता है.

जिला के चार पंचायत के दर्जनों गांव हैं प्रभावित

बक्सर सदर प्रखंड के इस सड़क से जिले के 4 पंचायत जासों, नदाव, जगदीशपुर, बरुणा के दर्जनों गांव के लोगों का आवागमन का एक मात्र साधन यही सड़क है. लेकिन आज सड़क की हालात इतनी जर्जर हो चुकी है कि इन गांवों के लड़कों से लोग अपने बेटियों की शादी भी नहीं करना चाहते हैं.

देखें रिपोर्ट

जन प्रतिनधियों ने पूरा नहीं किया वादा

2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान महागठबंधन के विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी और 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने 4 पंचायत के हजारों लोगों से यह वादा किया था कि चुनाव जीतने के साथ ही सबसे पहले इस सड़क का मरम्मत कराएंगे लेकिन दुर्भाग्य है कि चुनाव जीतने के बाद यह दोनों जन प्रतिनिधि इस गांव में एक बार भी झाके तक नहीं.

जर्जर हालत में सड़क
जर्जर हालत में सड़क

क्या कहते हैं मुखिया

जिले के इस बदहाल सड़क को लेकर जब सदर प्रखंड के जगदीशपुर पंचायत के मुखिया अनिल यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कुछ महीना पहले ही वह अपने पैसों से सड़क के इन गड्ढों में ईंट का टुकड़ा डलवाए थे. लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने किसी तरह की मदद नहीं की. आज हालात ऐसे हो गए हैं कि इस सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है. आए दिन यहां दुर्घटनाएं होती रहती है.

जानकारी देते बक्सर डीएम
जानकारी देते बक्सर डीएम

कार्यपालक अभियंता ने विभाग को भेजा स्वीकृति पत्र

जर्जर सड़क को लेकर जब जिला अधिकारी अमन समीर से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सदर प्रखंड के इस सड़क की हालत काफी खराब है. विभाग के कार्यपालक अभियंता ने इस सड़क की मरम्मत कराने के लिए विभाग को स्वीकृति पत्र भेजा है. जैसे ही विभाग से अनुमति मिल जाती है तो आगे की कार्रवाई की जाएगी.

पिछले 5 वर्षों से जर्जर हो चुकी इस सड़क की हालात दिन-प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही है. अगर जल्द ही इसे मरम्मत नहीं किया गया तो दर्जनों गांव के लोगों का संपर्क शहर से टूटना तय है.

बक्सर: बिहार के किसी भी कोने से 5 घंटे के अंदर राजधानी पटना में पहुंचने का मुख्यमंत्री का दावा खोखला साबित हो रहा है. कई कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यह दावा कर चुके हैं कि आज प्रदेश की सड़कों की हालत इतनी बेहतर है कि सूबे के किसी भी कोने से 5 घंटा के अंदर लोग राजधानी पटना पहुंच सकते हैं. लेकिन बक्सर शहर से डुमराव शहर को जोड़ने वाली 15 किलोमीटर लंबी सड़क की दूरी तय करने में लोगों को तीन घण्टे से अधिक का समय लग जाता है.

जिला के चार पंचायत के दर्जनों गांव हैं प्रभावित

बक्सर सदर प्रखंड के इस सड़क से जिले के 4 पंचायत जासों, नदाव, जगदीशपुर, बरुणा के दर्जनों गांव के लोगों का आवागमन का एक मात्र साधन यही सड़क है. लेकिन आज सड़क की हालात इतनी जर्जर हो चुकी है कि इन गांवों के लड़कों से लोग अपने बेटियों की शादी भी नहीं करना चाहते हैं.

देखें रिपोर्ट

जन प्रतिनधियों ने पूरा नहीं किया वादा

2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान महागठबंधन के विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी और 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने 4 पंचायत के हजारों लोगों से यह वादा किया था कि चुनाव जीतने के साथ ही सबसे पहले इस सड़क का मरम्मत कराएंगे लेकिन दुर्भाग्य है कि चुनाव जीतने के बाद यह दोनों जन प्रतिनिधि इस गांव में एक बार भी झाके तक नहीं.

जर्जर हालत में सड़क
जर्जर हालत में सड़क

क्या कहते हैं मुखिया

जिले के इस बदहाल सड़क को लेकर जब सदर प्रखंड के जगदीशपुर पंचायत के मुखिया अनिल यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कुछ महीना पहले ही वह अपने पैसों से सड़क के इन गड्ढों में ईंट का टुकड़ा डलवाए थे. लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने किसी तरह की मदद नहीं की. आज हालात ऐसे हो गए हैं कि इस सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है. आए दिन यहां दुर्घटनाएं होती रहती है.

जानकारी देते बक्सर डीएम
जानकारी देते बक्सर डीएम

कार्यपालक अभियंता ने विभाग को भेजा स्वीकृति पत्र

जर्जर सड़क को लेकर जब जिला अधिकारी अमन समीर से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सदर प्रखंड के इस सड़क की हालत काफी खराब है. विभाग के कार्यपालक अभियंता ने इस सड़क की मरम्मत कराने के लिए विभाग को स्वीकृति पत्र भेजा है. जैसे ही विभाग से अनुमति मिल जाती है तो आगे की कार्रवाई की जाएगी.

पिछले 5 वर्षों से जर्जर हो चुकी इस सड़क की हालात दिन-प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही है. अगर जल्द ही इसे मरम्मत नहीं किया गया तो दर्जनों गांव के लोगों का संपर्क शहर से टूटना तय है.

Last Updated : Jul 7, 2020, 7:58 AM IST
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