बक्सर: गंगा के तटवर्ती इलाकों में लगातार बारिश के कारण गंगा का पानी अपनी सीमाओं को तोड़ रिहायशी इलाकों में प्रवेश करने लगा है. इसको लेकर दियारा क्षेत्र के लोगों में हड़कंप मच गई है. जिला प्रशासन से लेकर केंद्रीय जल आयोग की टीम सतर्क है.
दियारा क्षेत्र में रहने वाले लोग भयभीत हैं
अब गंगा ने अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है. पिछले 5 दिनों से बढ़ रहे गंगा के जलस्तर के कारण गंगा अब अपनी सीमाओं को तोड़कर रिहायशी इलाकों में प्रवेश करने लगी है. जिससे दियारा में रहने वाले लोग भयभीत हैं. वहीं, गंगा के बढ़ रहे जलस्तर को लेकर सिमरी प्रखंड के राजपुर, केशोपुर में पानी प्रवेश कर गया है.
गंगा का पानी अब घरों में प्रवेश करने लगा है
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 4 दिनों से लगातार गंगा के जलस्तर बढ़ने के कारण गंगा का पानी अब घरों में प्रवेश करने लगा है. लेकिन, अब तक जिला प्रशासन के एक भी अधिकारी खोज खबर लेने नहीं आए हैं. हालात ऐसे हो गए हैं कि हजारों एकड़ में लगी फसल भी पूरी तरह से बर्बाद हो गई है.
खतरे के निशान से मात्र 3 सेंटीमीटर ही दूर
गंगा के बढ़ रहे जलस्तर को लेकर केंद्रीय जल आयोग के जूनियर इंजीनियर कन्हैया कुमार ने बताया कि अभी गंगा का जलस्तर स्थिर बना हुआ है. लेकिन, इलाहाबाद में 2 सेंटीमीटर और बनारस में एक सेंटीमीटर की रफ्तार से गंगा का जलस्तर वृद्धि हो रहा है. संभावना है कि देर रात तक गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर जाएगा. क्योंकि गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से मात्र 3 सेंटीमीटर ही दूर रह गया है.
बाढ़ की स्थिति पर नजर बनाए रखें
लगातार बढ़ रहे गंगा के जलस्तर को लेकर, बक्सर के एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि गंगा के तटवर्ती इलाकों में होमगार्ड के जवानों को तैनात करने के साथ ही सभी थानों को अलर्ट कर दिया गया है. वह अपने इलाकों में बाढ़ की स्थिति पर नजर बनाए रखें और तुरंत अवगत कराएं. ताकि जिला प्रशासन किसी भी स्थिति से निपट सके. वहीं, 2016 में बक्सर में आई बाढ़ की तबाही को अब तक लोग नहीं भूल पाए हैं. यही कारण है कि जैसे-जैसे गंगा में उफान बढ़ रहा है. लोग डर से सहमे जा रहे हैं.