बक्सर: सीपीआईएमएल विधायक अजित कुमार सिंह (CPIML MLA Ajit Kumar Singh) ने बक्सर के बनारपुर गांव पहुंचकर पीड़ित किसानों से मुलाकात की और उनका हाल जाना. इस दौरान विधायक ने कहा कि पुलिसिया बर्बरता की जो तस्वीर सामने आई है, वह असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा है. ऐसा लगता है कि वह किसान नहीं, आतंकवादी हैं. जहां रात 12 बजे घर में घुसकर महिलाओं को खींचकर पीटा गया. ऐसे लोगों पर लाइन हाजिर की नहीं, बल्कि एक्शन की जरूरत है. हमलोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से ऐसे अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई कराने के लिए मिलकर अपनी बात रखेंगे.
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"ये घटना असंवेदनशीलता का चरम है. जनता को आंदोलन करने का अधिकार है. कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार पुलिस अधिकारी को भी नहीं है. वीडियो देखा हमने कि कैसे घर में घुसकर महिला समेत घर के लोगों को पीटा है, वह निंदनीय है. मुख्यमंत्री से मिलकर ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करेंगे. केंद्र सरकार की ओर से छलावा हो रहा है और स्थानीय सांसद मौन हैं."- अजित कुमार सिंह, सीपीआईएमएल विधायक, डुमरांव
क्या हुआ था बनारपुर गांव में?: दरअसल, 10 जनवरी की रात्रि 12:00 बजे मुफ्फसिल थाना के थानाध्यक्ष अमित कुमार के द्वारा बनारपुर गांव में घुसकर घर में सोए हुए किसानों के परिवारों के ऊपर बर्बरतापूर्ण तरीके से लाठी बरसाई थी. जिसके बाद चौसा पावर प्लांट को लेकर आंदोलनरत किसान उग्र हो गए और 11 तारीख को प्लांट के अंदर घुसकर बवाल काटा. पुलिस की गाड़ियों को फूंक दिया. गुरुवार को इस मामले को लेकर विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी, बक्सर सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे समेत कई बीजेपी नेता बनारपुर गांव का दौरा करेंगे.
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