औरंगाबाद: जिला परिषद की बैठक से सरकारी पदाधिकारियों के गायब रहने पर पार्षदों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया. सभी जिला पार्षदों ने अपने गुस्से का इजहार जिलाधिकारी के समक्ष किया. पार्षदों की बात सुनने के बाद जिलाधिकारी ने कार्रवाई करने की बात कही है.
पार्षदों ने बताया कि 3 महीने पर होने वाली इस बैठक में कोई भी वरीय अधिकारी नहीं पहुंचे. जिसके कारण जनता की समस्याओं का समाधान निकालना मुश्किल है. अगर बैठक में वरीय अधिकारी नहीं आयेंगे, तो जिला का सर्वांगीण विकास मुश्किल है. पार्षदों ने आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारियों की कार्यशैली विकास विरोधी है.
DM से पार्षदों ने की मुलाकात
अपनी मांग को लेकर सभी पार्षदों ने जिलाधिकारी से मुलाकात की. डीएम ने बैठक से गायब रहने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. जिलाधिकारी ने कहा कि अगली बैठक 13 सितंबर को होगी. इस बैठक में जिले के सभी अधिकारी उपस्थित रहेंगे.
गायब अधिकारियों का वेतन रुका
वहीं, औरंगाबाद जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल ने बताया कि सभी पार्षदों ने नाराजगी जाहिर की है. बैठक में अधिकारियों की अनुपस्थिति एक गंभीर मामला है. गायब रहने वाले सभी वरीय अधिकारी का वेतन रोक दिया गया है. जिला परिषद की अगली बैठक 13 सितंबर को होगी. इस बैठक में जिलाधिकारी विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में भाग लेंगे. प्रभारी उप विकास आयुक्त को वित्तीय प्रभार दिया गया है. वित्तीय से जुड़ी फाइलों का निष्पादन जल्द से जल्द करने का निर्देश दिया गया है.