भोजपुर: बिहार के आरा में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. एक शख्स अपनी बीमार बकरी लेकर आरा सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाज कराने पहुंच गया. लाख समझाने के बाद भी शख्स बकरी लिए वापस लौटने को तैयार नहीं हुआ बल्कि जिद्द पर अड़ा गया. उसका कहना था कि डॉक्टरों द्वारा उसकी बीमार बकरी का इलाज किया जाय तभी वो वहां से जाएगा.
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बकरी का इलाज कराने अस्पताल पहुंचा शख्स : सदर अस्पताल में उस वक्त माहौल हास्यास्पद हो गया जब नगर थाना क्षेत्र के धनुपरा गांव निवसी सजिन्दर अपनी बकरी लेकर सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचा गए. वो डॉक्टर से बकरी का इलाज करने को बोलने लगा. पीड़ित जानवर के प्रति उसका लगाव बता रहा था कि वो बीमार बकरी को लेकर कितना चिंतित है. सदर अस्पताल में मौजूद सुरक्षाकर्मियों के लाख समझाने के बाद भी शख्स इलाज कराने को लेकर अड़ा रहा.
'मेरी बकरी को ठीक कर दो डॉक्टर साहब' : सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में मौजूद डॉक्टर, स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों ने युवक को बहुत समझाया गया कि बीमार बकरी का इलाज यहां नहीं किया जाता. यहां सिर्फ इंसानों का इलाज होता है. बहुत समझाने पर युवक बकरी को अस्पताल से ले जाने को तैयार हुआ. इसके बाद बाद युवक अपनी बकरी को शिवगंज स्थित मवेशी अस्पताल लेकर गया.
भोजपुर में बकरी को कुत्ते ने काटा था : बकरी लेकर आये सजिंदर ने बताया कि गांव के आवारा कुत्तों ने बकरी को काट लिया. जिसकी वजह से उसकी बकरी बीमार हो गई थी. गांव में किसी ने बताया कि सदर अस्पताल में इलाज होता है जिसकी वजह से वो उसे वहां लेकर आ गया.
"मेरी बकरी को गांव के आवारा कुत्तों ने काट लिया है. जिसके बाद से वो बीमार हो गई है. गांव में किसी ने मुझे बताया कि सदर अस्पताल में मैं बकरी का इलाज करा सकता हूं. इस वजह से मैं अपनी बकरी को लेकर यहां पहुंच गया."-सजिन्दर, बकरी का मालिक