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भागलपुर: ST-SC एक्ट में हुई गिरफ्तारी पर फूटा लोगों का गुस्सा, NH जामकर 4 घंटे तक काटा बवाल - भागलपुर में हिंसा

नाथनगर में एससी-एसटी केस में आधा दर्जन नामजद लोगों की गिरफ्तारी के बाद ग्रामीणों ने इसका विरोध किया. उन्होंने मुरारपुर चौक एनएच 80 को जाम कर दिया. इस दौरान हुई झड़प में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए.

ग्रामीणों ने की आगजनी
ग्रामीणों ने की आगजनी
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Published : Sep 6, 2020, 6:03 PM IST

भागलपुर(नाथनगर): सुशासन बाबू की सरकार मे पुलिस प्रशासन को आरोपियों को गिरफ्तार करना महंगा पड़ रहा है. आज का ट्रेंड ऐसा हो गया है कि यदि किसी भी मामले में पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करती है तो स्थानीय ग्रामीण सीधे सड़क उतर आते हैं और आगजनी कर पुलिस प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करने लगते हैं. ताजा मामला नाथनगर थाना क्षेत्र के भुआलपुर पंचायत का है.

बताया जाता है कि एससी-एसटी एक्ट में आरोपियों की गिरफ्तारी से नाराज लोगों ने मुरारपुर चौक एनएच 80 को लगभग 4 घंटे तक जाम कर दिया. इस दौरान उन्होंने आगजनी की. उन्होंने जलता टायर पुलिस-प्रशासन के जवानों पर फेंका. जिसमें कई जवान को गंभीर चोटें आई.

ग्रामीणों ने की आगजनी
ग्रामीणों ने की आगजनी

क्या है मामला?
स्थानीय लोगों की मानें तो सिकंदर रजक(सूरदास) नाम के व्यक्ति ने खुद की मुरारपुर चौक स्थित जमीन पर धार्मिक स्थल बनाने को लेकर विरोध किया था. जिसके बाद 18 जुलाई को सिकंदर रजक और ग्रामीणों के बीच जमकर मारपीट हुई थी. घटना में सिकंदर का सिर फट गया था. वह गंभीर रूप से चोटिल हुआ. नाथनगर पुलिस ने मामले में कुल 14 लोगों पर एससी एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कराया था. घटना को सत्य पाते हुए वरीय अधिकारियों ने केस ट्रू कर दिया और गिराफ्तारी का आदेश नाथनगर पुलिस को दिया.

पुलिस और ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प
पुलिस और ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प

गिरफ्तारी से उग्र हुए ग्रामीण
मामले में शनिवार को नाथनगर पुलिस ने कुल सात नामजद आरोपियों को हिरासत में लिया. इस पर ग्रामीण और परिजन उग्र हो गए. उन्होंने सीधे मुरारपुर चौक पर प्रशासन के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी. दर्जनों की संख्या में महिलाएं सड़कों पर उतर आई और खूब हंगामा किया. ट्रेनी एसपी भरत सोनी, डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर सुनील कुमार समेत नाथनगर इंस्पेक्टर मो सज्जाद हुसैन, सीओ राजेश कुमार, ललमटिया, मधुसूदनपुर, कजरैली, विश्वविद्यालय पांच थाने की पुलिस सीआईएटी के 25 से अधिक जवान मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया.

लोगों को शांत कराने का प्रयास करती पुलिस
लोगों को शांत कराने का प्रयास करती पुलिस

सीओ ने दी जानकारी
मौके पर मौजूद सीओ राजेश कुमार ने बताया कि जमीन रैयती है जो सिकंदर रजक के नाम से है. सिकंदर ने जमीन को जमीन मालिक से खरीदा है जिसका कागजात सही हैं. लेकिन उसी जमीन को दूसरे मालिक भाई ने ग्रामीणों को धार्मिक स्थल बनवाने के नाम पर दान कर दिया है. इसी को लेकर ग्रामीण धार्मिक स्थल बनवाने के लिए छड़, बालू आदि को मंगवाया था. शनिवार के दिन ही कुछ लोगों की पूर्व के एससीएसटी मामले में गिराफ्तारी हो गयी. इसी कारण लोग सड़क पर उतर गए और हंगामा करने लगे.

सरपंच प्रतिनिधि ने की घटना की निंदा
भागलपुर सरपंच प्रतिनिधि अनिरुद्ध मंडल ने कहा कि पूर्व से लंबित एससी एसटी एक्ट मामले में नाथनगर पुलिस ने कुछ नामजद लोगों को गिराफ्तार किया था. इसी के विरोध में ग्रामीणों ने एनएच 80 जाम कर पुलिस पदाधिकारियों पर पत्थरबाजी कर कानून को हाथ में लिया है. पुलिस के साथ हुए अभद्र व्यवहार की वे घोर निंदा करते हैं. उन्होंने पूर्व में भी केस में नामजद लोगों को कोर्ट से बेल लेने के लिया कहा था. जिसमे कोई आरोपी तैयार नहीं हुए. पुलिस ने गिरफ्तार किया था तो पुलिस पर ईंट पत्थर फैंकना सही नहीं है.

भागलपुर(नाथनगर): सुशासन बाबू की सरकार मे पुलिस प्रशासन को आरोपियों को गिरफ्तार करना महंगा पड़ रहा है. आज का ट्रेंड ऐसा हो गया है कि यदि किसी भी मामले में पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करती है तो स्थानीय ग्रामीण सीधे सड़क उतर आते हैं और आगजनी कर पुलिस प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करने लगते हैं. ताजा मामला नाथनगर थाना क्षेत्र के भुआलपुर पंचायत का है.

बताया जाता है कि एससी-एसटी एक्ट में आरोपियों की गिरफ्तारी से नाराज लोगों ने मुरारपुर चौक एनएच 80 को लगभग 4 घंटे तक जाम कर दिया. इस दौरान उन्होंने आगजनी की. उन्होंने जलता टायर पुलिस-प्रशासन के जवानों पर फेंका. जिसमें कई जवान को गंभीर चोटें आई.

ग्रामीणों ने की आगजनी
ग्रामीणों ने की आगजनी

क्या है मामला?
स्थानीय लोगों की मानें तो सिकंदर रजक(सूरदास) नाम के व्यक्ति ने खुद की मुरारपुर चौक स्थित जमीन पर धार्मिक स्थल बनाने को लेकर विरोध किया था. जिसके बाद 18 जुलाई को सिकंदर रजक और ग्रामीणों के बीच जमकर मारपीट हुई थी. घटना में सिकंदर का सिर फट गया था. वह गंभीर रूप से चोटिल हुआ. नाथनगर पुलिस ने मामले में कुल 14 लोगों पर एससी एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कराया था. घटना को सत्य पाते हुए वरीय अधिकारियों ने केस ट्रू कर दिया और गिराफ्तारी का आदेश नाथनगर पुलिस को दिया.

पुलिस और ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प
पुलिस और ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प

गिरफ्तारी से उग्र हुए ग्रामीण
मामले में शनिवार को नाथनगर पुलिस ने कुल सात नामजद आरोपियों को हिरासत में लिया. इस पर ग्रामीण और परिजन उग्र हो गए. उन्होंने सीधे मुरारपुर चौक पर प्रशासन के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी. दर्जनों की संख्या में महिलाएं सड़कों पर उतर आई और खूब हंगामा किया. ट्रेनी एसपी भरत सोनी, डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर सुनील कुमार समेत नाथनगर इंस्पेक्टर मो सज्जाद हुसैन, सीओ राजेश कुमार, ललमटिया, मधुसूदनपुर, कजरैली, विश्वविद्यालय पांच थाने की पुलिस सीआईएटी के 25 से अधिक जवान मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया.

लोगों को शांत कराने का प्रयास करती पुलिस
लोगों को शांत कराने का प्रयास करती पुलिस

सीओ ने दी जानकारी
मौके पर मौजूद सीओ राजेश कुमार ने बताया कि जमीन रैयती है जो सिकंदर रजक के नाम से है. सिकंदर ने जमीन को जमीन मालिक से खरीदा है जिसका कागजात सही हैं. लेकिन उसी जमीन को दूसरे मालिक भाई ने ग्रामीणों को धार्मिक स्थल बनवाने के नाम पर दान कर दिया है. इसी को लेकर ग्रामीण धार्मिक स्थल बनवाने के लिए छड़, बालू आदि को मंगवाया था. शनिवार के दिन ही कुछ लोगों की पूर्व के एससीएसटी मामले में गिराफ्तारी हो गयी. इसी कारण लोग सड़क पर उतर गए और हंगामा करने लगे.

सरपंच प्रतिनिधि ने की घटना की निंदा
भागलपुर सरपंच प्रतिनिधि अनिरुद्ध मंडल ने कहा कि पूर्व से लंबित एससी एसटी एक्ट मामले में नाथनगर पुलिस ने कुछ नामजद लोगों को गिराफ्तार किया था. इसी के विरोध में ग्रामीणों ने एनएच 80 जाम कर पुलिस पदाधिकारियों पर पत्थरबाजी कर कानून को हाथ में लिया है. पुलिस के साथ हुए अभद्र व्यवहार की वे घोर निंदा करते हैं. उन्होंने पूर्व में भी केस में नामजद लोगों को कोर्ट से बेल लेने के लिया कहा था. जिसमे कोई आरोपी तैयार नहीं हुए. पुलिस ने गिरफ्तार किया था तो पुलिस पर ईंट पत्थर फैंकना सही नहीं है.

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