भागलपुर: जिले में बाढ़ और जलजमाव को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिले का दौरा किया. रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के चार सदस्य भागलपुर पहुंचे. उन्होंने सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक की. जहां स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के अधिकारियों के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे भी बैठक में मौजूद रहे. टीम ने महामारी की रोकथाम के लिए प्रभावित क्षेत्रों में साफ-सफाई रखने के निर्देश दिए.
बैठक में केंद्रीय टीम ने वहां मौजूद स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में पानी से फैलने वाली बीमारियों के रोकथाम के लिए मुफ्त दवा, पीने का साफ पानी, ब्लीचिंग पाउडर के छिड़काव, मच्छर मारने वाली दवाई के छिड़काव सहित अन्य जरूरी सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.
सभी जगह बनी हुई है बाढ़ की स्थिति
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि बिहार में गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से उसकी दूसरी सहायक नदियों का पानी खतरे से ऊपर बह रहा है. बक्सर से लेकर भागलपुर तक यही हाल है. इसके कारण कई जगह बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. बाढ़ का पानी गली, मोहल्ले, गांव और पंचायतों में फैला हुआ है. इसके अलावा पिछले दिनों बारिश होने की वजह से भी काफी तबाही और जलजमाव की समस्या बनी हुई है. जलजमाव के कारण ही कई बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. उनकी रोकथाम के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की टीम भागलपुर पहुंची हैं.
डेंगू के मरीज पटना और भागलपुर में अधिक - मंत्री
मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि यह टीम भागलपुर में स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के सहयोग से महामारी और पानी से फैलने वाली बीमारियों के प्रकोप को रोकने के लिए काम करेगी. यह टीम यहां कम से कम 10 से 15 दिनों तक या जब तक इनका काम खत्म नहीं हो जाते तब तक रुकेगी. उन्होंने कहा कि बीते अगस्त महीने से अब तक पटना और उसके बाद भागलपुर में डेंगू के मरीज सबसे ज्यादा हुए हैं. इस सिलसिले में भी यह टीम काम करेगी.