भागलपुर: जिले के संस्कृत कॉलेज में सोमवार से शास्त्रीय और उप-शास्त्रीय की परीक्षा चल रही है. जिसमें भागलपुर, बांका और जमुई के करीब 400 से अधिक छात्र शामिल हुए हैं. सोमवार के दिन परीक्षा में देखा गया था कि छात्र चिट-पुर्जे लेकर एक दरी पर बैठकर परीक्षा दे रहे थे. मामला प्रकाश में आने के बाद कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रोवीसी प्रो. चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह निरीक्षण करने पहुंचे.
परीक्षा हॉल की हालात यह थी कि छात्र दरी पर एक-दूसरे के सामने बैठकर ऐसे परीक्षा दे रहे थे जैसे ग्रुप डिस्कशन में बैठे हों. बेंच पर भी छात्र इतने पास बैठे थे कि एक दूसरे का उत्तर आसानी से देख रहे थे. यह सब खुलेआम हो रहा था.
प्रोवीसी ने क्या कहा?
संस्कृत कॉलेज में चल रही इस नकल पर जब पूछा गया तो प्रो. चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि परीक्षा के दौरान छात्रों के संपूर्ण संख्या का समय पर पता नहीं हो पाता है. इस कारण से परीक्षार्थी की जितनी उम्मीद होती है उससे कहीं ज्यादा आ जाते हैं. जिसके कारण परीक्षा सेंटर में अफरातफरी हो जाती है. उन्होंने कहा कि पहली घंटी में थोड़ी अफरातफरी होती है. लेकिन फिर उन्हें दुरुस्त कर लिया जाता है.
'कोई अव्यवस्था होने पर परीक्षा को कैंसिल कर दिया जाएगा'
प्रोवीसी ने कहा कि परीक्षा सेंटर पर जितने छात्रों की व्यवस्था करने के लिए कहा गया था उन्होंने किया था. लेकिन उसके बाद छात्रों की संख्या अधिक हो गई. घंटी बज चुकी थी और परीक्षा का समय हो गया था. जिस वजह से अव्यवस्था हो गई होगी. उन्होंने आश्वस्त किया कि इन चीजों को सुधारा जाएगा. उन्होंने कहा कि यदि कोई अव्यवस्था की बात सामने आती है तो परीक्षा को कैंसिल कर दिया जाएगा.
परीक्षा के दौरान प्रोवीसी कॉलेज में रहे मौजूद
निरीक्षण के बाद प्रोवीसी प्रो. चंद्रेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि आज दिन भर परीक्षा के दौरान वो कॉलेज में मौजूद रहे. कहीं कोई कदाचार होने की बात सामने नहीं आई. उन्होंने कहा कि सेंटर में लड़के-लड़कियां शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा दे रहे हैं. कोई भी कदाचार वाली स्थिति सामने नहीं दिखाई दे रही है.