पटनाः कोरोना महामारी के दौर में दवाइयों की बिक्री में वृद्धि हुई है. एंटीवायरस, एंटीबायोटिक, एंटी एलर्जी, विटामिन सी, कफ सिरप, हैंड सैनिटाइजर सहित दूसरी जरूरी दवाइयों और सामानों की मांग बढ़ गई है. यही कारण है कि अब बाजार में कालाबाजारी भी शुरू हो गई है. दुकानदार इनकी मनमानी कीमत वसूल रहे हैं.
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कालाबाजारी पर प्रशासन की निगाह
भागलपुर के घंटा घर चौक स्थित महावीर मेडिकल हॉल में मूल्य से अधिक कीमत पर दवाई की बिक्री की सूचना पर कोतवाली थाना पुलिस और ड्रग इंस्पेक्टर ने दुकान में छापेमारी की. छापेमारी के दौरान कच्चा चिट्ठा बरामद किया गया. वहीं, इस दौरान दवाईयों के पक्के बिल और एमआरपी में काफी अंतर देखा गया. उसके बाद दवाईयों को जब्त कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
कुछ यूं हो रही थी कालाबाजारी..
औषधि निरीक्षक जितेंद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि दुकान में कीमत से अधिक पैसे वसूलकर जरूरी दवाइयां बेची जा रही थी. छापेमारी के दौरान ये पाया गया कि डेढ़ हजार रुपए में मिलने वाला ऑक्सी मीटर का दाम 3000 रुपये, 10 टेबलेट का पत्ता 1250 की बजाय 1400 से 3000 रुपये, एजिथ्रोमाइसिन दवा के 3 टेबलेट का डोज डेढ़ सौ रुपये की बजाय 500 से 600 रुपये की कीमत पर बेचा जा रहा था. कीमत से अधिक रुपये वसूलकर हैंडग्लव्स बेचे जा रहे थे. उन्होंने कहा कि आगे की कार्रवाई को लेकर सहायक निरीक्षक को लिखा जाएगा. संभव है दुकान को सील कर दिया जाएगा या लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा.
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दुकानदारों को दिया गया है निर्देश
बता दें कि दुकानदारों को यह निर्देश दिया गया है कि बेचे जा रहे सामानों की कीमत की लिस्ट दुकान के बाहर चिपकाए. लेकिन बावजूद इसके दुकानदार मनमानी कर रहे हैं. उन्हें बार-बार चेतावनी दी जा रही है. अगर आगे इसी तरह की हरकत जारी रहेगी तो उनपर कार्रवाई की जाएगी. बताते चलें कि जिले में राशन और फल दुकानदारों की मनमानी पर भी रोक के लिए भी ठोस व्यवस्था नहीं की गई है.