भागलपुर: इंडियन आर्मी की तर्ज पर होमगार्ड में भी कंपनी प्लाटून और सेक्शन का गठन किया गया. वहीं, भागलपुर में भी 5 कंपनी, नवगछिया में दो कंपनी गठित हुई है. होमगार्ड की यह व्यवस्था 40 साल पुरानी है. साथ ही होमगार्ड विभाग की पकड़ मजबूत करने के लिए 3 नए पदों का सृजन भी किया गया. इसके लिए होमगार्ड डीजी आरके मिश्रा के निर्देश पर जिला समादेष्टा कार्यालय में आम सभा की बैठक आयोजित की गई.
आर प्लाटून को किया जाएगा तैनात
बैठक की अध्यक्षता जिला होमगार्ड कमांडेंट त्रिलोकीनाथ झा ने की. इस दौरान जिले में नए पदों के सृजन संबंधित कार्रवाई की गई. प्रखंड स्तर पर होमगार्ड की कंपनी आर प्लाटून को तैनात किया जाएगा. वहीं, इस मौके पर 17 रिटायर होमगार्ड जवान को डेढ़ लाख का सेवांतलाभ और 3 आश्रितों को चार लाख की अनुग्रह अनुदान राशि दी गई. अनुदान राशि पाने वाले होम गार्ड की पत्नि सावित्री देवी, रेखा देवी और पुष्प लता देवी हैं. यह राशि सीधे उनके खाते में जाएगी.
इमरजेंसी में भी दी जाएगी सुविधा
होमगार्ड के जिला समादेष्टा त्रिलोकीनाथ झा बताया कि जिले में पांच कंपनी और नवगछिया में दो कंपनी गठित हुई है. नवगछिया में दो कंपनी कमांडर, प्लाटून कमांडर और 18 लीडर का चयन हुआ है. जबकि भागलपुर में पांच कंपनी कमांडर, 26 प्लाटून कमांडर और 78 लीडर का चयन हुआ है. उन्होंने कहा कि सैक्शन प्लाटून और कंपनी के गठन से ग्रासरूट तक होमगार्ड की पहुंच होगी. जिससे प्रखंड स्तर पर मजबूती हो जाएगी और जो प्रखंड कार्यालय से संचालित हो सकेगा. यह सुविधा इमरजेंसी में भी दी जाएगी.
17 रिटायर्ड होमगार्ड जवान को डेढ़ लाख का सेवांतलाभ
त्रिलोकी झा ने बताया कि मंगलवार को 17 रिटायर्ड होमगार्ड जवान को डेढ़ लाख का सेवांतलाभ और तीन आश्रितों को चार-चार लाख अनुग्रह अनुदान राशि दी गई. उन्होंने बताया कि भागलपुर में 6 और नवगछिया में दो के आश्रितों के अनुकंपा पर नामांकन की कार्रवाई चल रही है. भागलपुर में 21 और नवगछिया में 10 होमगार्ड के आश्रितों को पेंशन के लिए फाइल बढ़ाई गई है. साथ ही कहा कि भागलपुर से जवानों को जाने में समय लगेगा. इस विधि व्यवस्था की समस्या पैदा होने पर जवान मौके पर पहुंच सकेंगे. होमगार्ड जवान को भी अगर कोई समस्या होगी तो अपने सेक्शन लीडर, कंपनी कमांडर के जरिए समादेष्टा तक बात पहुंचा सकेंगे.
ऐसे बनती है होमगार्ड कमांडेंट की टीम
बता दें कि 10 होमगार्ड जवान को मिलाकर एक सेक्शन बनता है. इसमें एक सेक्शन लीडर होता है. जबकि तीन सेक्शन को मिलाकर एक प्लाटून बनता है . इसमें 30 होमगार्ड जवान 3 सेक्शन लीडर और एक प्लाटून कमांडर होते हैं. 9 सेक्शन को मिलाकर एक कंपनी बनती है. इसमें एक कंपनी कमांडर भी होते हैं.