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भागलपुर : जर्जर सड़क पर धान रोपकर लोगों ने जताया आक्रोश - बाईपास सड़क

230 करोड़ की लागत से 2018 के अंत में बने भागलपुर जिले की यह बाईपास सड़क आज बदहाली की स्थिति में है. लोग इस सड़क पर धान की रोपाई कर अपना विरोध जता रहे हैं. जर्जर हुए इस सड़क पर भी सरकार टैक्स वसूल रही है. लेकिन लोगों का कहना है कि सड़क नहीं तो टैक्स भी नहीं.

Bhagalpur
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Published : Aug 5, 2020, 2:28 PM IST

Updated : Aug 19, 2020, 9:07 PM IST

भागलपुर: जिले में सड़क की जर्जर हालत को दर्शाने का नयाब तरीका प्रदर्शनकारियों ने निकाल लिया है. मंगलवार को भागलपुर के बाईपास की जर्जर सड़क पर बने गड्ढे में स्थानीय लोगों ने धान की फसल की बुवाई कर विरोध जताया. किसानों से जमीन लेकर बाईपास सड़क निर्माण तो जरूर कराया गया लेकिन उचित रखरखाव नहीं होने के कारण ये सड़क आज अपने जर्जर हालात पर रो रहा है.

जर्जर हालत में सड़क
जर्जर हालत में सड़क

सड़क पर जगह-जगह पड़े हैं गड्ढे
बाईपास सड़क की इस सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं, जिसमें पानी जमा है. सड़क की हालत बीते 6 महीने से खराब है. इसको लेकर कई बार प्रदर्शन भी किया गया. बावजूद इसके किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई. सिर्फ खानापूर्ति हुई. वहीं जर्जर सड़क रहने के बावजूद एनएचएआई ने टोल टैक्स वसूलना भी शुरू कर दिया है. जिसको लेकर लोगों में काफी नाराजगी है.

जर्जर सड़क पर वसूला जा रहा टोल टैक्स
विरोध कर रहे स्थानीय रविंद्र कुमार यादव ने बताया कि सड़क में इस कदर गड्ढे बने हैं कि इसमें धान की रोपाई की जा सकती है. हमलोग इस सड़क पर धान की रोपाई कर सरकार और प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करना चाहते हैं. इसके माध्यम से प्रशासन और सरकार को बताना चाह रहे हैं कि सड़क की क्या हालत है और ऐसे हालत में भी टोल टैक्स वसूला जा रहा है जो एकदम उचित नहीं है. रविंद्र ने यह भी कहा कि जब तक सड़क का सही तरीके से निर्माण नहीं करा दिया जाता. तब तक हमलोग प्रदर्शन करते रहेंगे.

देखें रिपोर्ट

सड़क की हालत सुधरने तक जारी रहेगा प्रदर्शन
वहीं दीपक कुमार सिंह ने कहा कि सड़क की हालत इतनी जर्जर है कि गाड़ियों का आना-जाना सही से नहीं हो पा रहा है. ऊपर से एनएचएआई द्वारा टोल टैक्स वसूला जा रहा है. टोल टैक्स के आड़ में अवैध वसूली भी किया जा रहा है. जब तक सड़क का पुनर्निर्माण नहीं करवा दिया जाता, जर्जर हालत को सुधारा नहीं जाता तब तक हमलोग प्रदर्शन करते रहेंगे.

बिना उद्घाटन ही शुरू किया गया था सड़क
प्रदर्शन के दौरान लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा. लेकिन बताया जाता है कि 2018 के अंत में बने इस सड़क को बिना उद्घाटन के ही शुरू कर दिया गया. 230 करोड़ की लागत से 16 किलोमीटर के इस बाईपास सड़क में 5 किलोमीटर की हालत सबसे जर्जर है. जहां गाड़ियां हमेशा गड्ढे में फंस जाती हैं और लोगों को परेशानियां तो झेलनी ही पड़ती है. साथ ही दुर्घटना का डर भी हमेशा बना रहता है.

भागलपुर: जिले में सड़क की जर्जर हालत को दर्शाने का नयाब तरीका प्रदर्शनकारियों ने निकाल लिया है. मंगलवार को भागलपुर के बाईपास की जर्जर सड़क पर बने गड्ढे में स्थानीय लोगों ने धान की फसल की बुवाई कर विरोध जताया. किसानों से जमीन लेकर बाईपास सड़क निर्माण तो जरूर कराया गया लेकिन उचित रखरखाव नहीं होने के कारण ये सड़क आज अपने जर्जर हालात पर रो रहा है.

जर्जर हालत में सड़क
जर्जर हालत में सड़क

सड़क पर जगह-जगह पड़े हैं गड्ढे
बाईपास सड़क की इस सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं, जिसमें पानी जमा है. सड़क की हालत बीते 6 महीने से खराब है. इसको लेकर कई बार प्रदर्शन भी किया गया. बावजूद इसके किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई. सिर्फ खानापूर्ति हुई. वहीं जर्जर सड़क रहने के बावजूद एनएचएआई ने टोल टैक्स वसूलना भी शुरू कर दिया है. जिसको लेकर लोगों में काफी नाराजगी है.

जर्जर सड़क पर वसूला जा रहा टोल टैक्स
विरोध कर रहे स्थानीय रविंद्र कुमार यादव ने बताया कि सड़क में इस कदर गड्ढे बने हैं कि इसमें धान की रोपाई की जा सकती है. हमलोग इस सड़क पर धान की रोपाई कर सरकार और प्रशासन का ध्यान आकृष्ट करना चाहते हैं. इसके माध्यम से प्रशासन और सरकार को बताना चाह रहे हैं कि सड़क की क्या हालत है और ऐसे हालत में भी टोल टैक्स वसूला जा रहा है जो एकदम उचित नहीं है. रविंद्र ने यह भी कहा कि जब तक सड़क का सही तरीके से निर्माण नहीं करा दिया जाता. तब तक हमलोग प्रदर्शन करते रहेंगे.

देखें रिपोर्ट

सड़क की हालत सुधरने तक जारी रहेगा प्रदर्शन
वहीं दीपक कुमार सिंह ने कहा कि सड़क की हालत इतनी जर्जर है कि गाड़ियों का आना-जाना सही से नहीं हो पा रहा है. ऊपर से एनएचएआई द्वारा टोल टैक्स वसूला जा रहा है. टोल टैक्स के आड़ में अवैध वसूली भी किया जा रहा है. जब तक सड़क का पुनर्निर्माण नहीं करवा दिया जाता, जर्जर हालत को सुधारा नहीं जाता तब तक हमलोग प्रदर्शन करते रहेंगे.

बिना उद्घाटन ही शुरू किया गया था सड़क
प्रदर्शन के दौरान लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा. लेकिन बताया जाता है कि 2018 के अंत में बने इस सड़क को बिना उद्घाटन के ही शुरू कर दिया गया. 230 करोड़ की लागत से 16 किलोमीटर के इस बाईपास सड़क में 5 किलोमीटर की हालत सबसे जर्जर है. जहां गाड़ियां हमेशा गड्ढे में फंस जाती हैं और लोगों को परेशानियां तो झेलनी ही पड़ती है. साथ ही दुर्घटना का डर भी हमेशा बना रहता है.

Last Updated : Aug 19, 2020, 9:07 PM IST
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