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नोटिस मिलने के विरोध में ग्रामीणों ने सीओ कार्यालय का किया घेराव

ग्रामीणों का कहना है कि इस जमीन पर उनके पूर्वज150 सालों से रहते आ रहे हैं. पूर्वजो को दान में मिली जमीन को खाली करने से इंकार किया है. सरकार के फैसले के खिलाफ न्यायालय की शरण मे जाएंगे.

सीओ कार्यालय का किया घेराव
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Published : Nov 19, 2019, 11:59 PM IST

भागलपुर: चार नवंबर को गौरचौकी के ग्रामीणों को सीओ राजेश कुमार ने 33 परिवार को नोटिस जारी किया था. नोटिस में इन परिवारों को अतिक्रमण जमीन से हटने का निर्देश दिया. इन जमीनों पर रहे रहे परिवारों को हटाकर जल जीवन हरियाली के तहत जल संरक्षण के लिए पोखर निर्माण करवाया जायेगा. सीओ की नोटिस के बाद मंगलवार की दोपहर एक बजे ग्रमीणों ने सीओ कार्यालय का घेराव किया.

ग्रामीणों का कहना है कि वो किसी भी हाल में पूर्वजो को दान में मिली जमीन को खाली नहीं करेंगे. नोटिस के खिलाफ न्यायालय की शरण मे जायेंगे. ग्रामीणों का कहना है कि वे सभी का परिवार जमीन के टुकड़े पर 150 वर्षों से रह रहा है. सीओ ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं हुए. जिसके बाद सीओ ने ग्रामीणों से दान में दिए गए भूमि का प्रमाण मांगा. हालांकि ग्रामीणों ने कहा कि जमीन उनके उनके पूर्वजों को डेढ़ सौ साल पहले जमींदार शारदा प्रसाद साह ने दिया था. इसका कागज हमारे पूर्वज से ही हमारे पास नहीं है.

सीओ ऑफिस का घेराव करते ग्रामीण

यह भी पढ़ेः नालंदा: बाल-बाल बचे इस्लामपुर के JDU MLA चंद्रसेन

हर हाल में अतिक्रमण मुक्त होगा चिन्हित स्थल
मामले की जानकारी पाकर जिला परिषद सदस्य सीओ कार्यालय पहुंचे. सीओ ने जानकारी देते हुए कहा कि यह मामला राज्य सरकार का है. प्रपत्र एक के तहत नोटिस जारी किया गया है. प्रपत्र दो के तहत गौरचौकी स्थित पोखर बनाने के लिए चिन्हित स्थल को हर हर हाल में अतिक्रम मुक्त कराया जाएगा. ग्रामीणों न्यायालय में जाकर या जिलाधिकारी से मिलकर अपनी समस्या को बता सकते है. जिसके बाद ग्रामीण सीओ कार्यालय से बाहर निकले.

bhaglpur
सीओ राजेश कुमार

सीओ से वैकल्पिक व्यवस्था कराने की मांग
जिला परिषद सदस्य अशोक ने बताया कि ग्रामीणों के उजड़ते आशियाने को बचाने की गुहार सीओ से लगाई. अशोक ने कहा इनकी समस्या बहुत बड़ी है. इसका कोई वैकल्पिक समाधान निकालना चाहिए.

भागलपुर: चार नवंबर को गौरचौकी के ग्रामीणों को सीओ राजेश कुमार ने 33 परिवार को नोटिस जारी किया था. नोटिस में इन परिवारों को अतिक्रमण जमीन से हटने का निर्देश दिया. इन जमीनों पर रहे रहे परिवारों को हटाकर जल जीवन हरियाली के तहत जल संरक्षण के लिए पोखर निर्माण करवाया जायेगा. सीओ की नोटिस के बाद मंगलवार की दोपहर एक बजे ग्रमीणों ने सीओ कार्यालय का घेराव किया.

ग्रामीणों का कहना है कि वो किसी भी हाल में पूर्वजो को दान में मिली जमीन को खाली नहीं करेंगे. नोटिस के खिलाफ न्यायालय की शरण मे जायेंगे. ग्रामीणों का कहना है कि वे सभी का परिवार जमीन के टुकड़े पर 150 वर्षों से रह रहा है. सीओ ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं हुए. जिसके बाद सीओ ने ग्रामीणों से दान में दिए गए भूमि का प्रमाण मांगा. हालांकि ग्रामीणों ने कहा कि जमीन उनके उनके पूर्वजों को डेढ़ सौ साल पहले जमींदार शारदा प्रसाद साह ने दिया था. इसका कागज हमारे पूर्वज से ही हमारे पास नहीं है.

सीओ ऑफिस का घेराव करते ग्रामीण

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हर हाल में अतिक्रमण मुक्त होगा चिन्हित स्थल
मामले की जानकारी पाकर जिला परिषद सदस्य सीओ कार्यालय पहुंचे. सीओ ने जानकारी देते हुए कहा कि यह मामला राज्य सरकार का है. प्रपत्र एक के तहत नोटिस जारी किया गया है. प्रपत्र दो के तहत गौरचौकी स्थित पोखर बनाने के लिए चिन्हित स्थल को हर हर हाल में अतिक्रम मुक्त कराया जाएगा. ग्रामीणों न्यायालय में जाकर या जिलाधिकारी से मिलकर अपनी समस्या को बता सकते है. जिसके बाद ग्रामीण सीओ कार्यालय से बाहर निकले.

bhaglpur
सीओ राजेश कुमार

सीओ से वैकल्पिक व्यवस्था कराने की मांग
जिला परिषद सदस्य अशोक ने बताया कि ग्रामीणों के उजड़ते आशियाने को बचाने की गुहार सीओ से लगाई. अशोक ने कहा इनकी समस्या बहुत बड़ी है. इसका कोई वैकल्पिक समाधान निकालना चाहिए.

Intro:
भागलपुर:-
नाथनगर:- सीओ राजेश कुमार द्वारा गत चार नवंबर को गौरचौकी के ग्रामीणों को राज्य सरकार की योजना जल जीवन हरियाली के तहत जल संरक्षण को लेकर पोखर निर्माण के लिए अतिक्रमण हटाने के लिए 33 परिवार को नोटिस जारी किया गया था। जिसमे मंगलवार को दिन के एक बजे उपस्थित होने का समय मिला था। इसी उपस्थिति को लेकर सिर्फ 33 परिवार के लोग ही नही बल्कि 108  परिवार एकजुट होकर सीओ राजेश कुमार के कार्यालय घुस गए और उनका घेराव एक घंटे तक कर।दिया। ग्रामीणों ने किसी भी हाल में पूर्वजो की दान में मिली जमीन को खाली करने से इंकार किया। कहा वे न्यायालय की शरण मे जाएंगे लेकिन 150 सालों से जिस जगह पूरे परिवार के साथ रह रहे है उसे हरगिज खाली नही करेंगे। सीओ ने ग्रामीणों को बहुत समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नही हुए। सीओ ने ग्रामीणों से कोई दान किये भूमि का प्रमाण मांगा तो सभी ग्रामीण एक स्वर में कहा ये जमीन हमारे पूर्वज को डेढ़ साल पहले जमींदार शारदा प्रसाद साह ने दिया था। इसका कोई कागज हमारे पूर्वज से ही हमारे पास नही है। ग्रामीणों में बोरो यादव, युगल, नारायण, सरयुग, राजेन्द्र यादव सहित कई ग्रामीणों ने कहा कि कुल चार बीघा जमीन पर सौ से अधिक परिवार सालों से बसे है।  मामले की जानकारी पाकर जीप सदस्य इसपर सीओ ने कहा ये राज्य सरकार का मामला है। प्रपत्र एक के तहत नोटिस जारी किया गया है। प्रपत्र दो के तहत गौरचौकी स्थित पोखर बनाने के लिए चिन्हित स्थल को हर हर हाल में अतिक्रमवाद मुक्त कराया जाएगा। ग्रामीणों को यदि नाराजगी है तो सक्षम न्यायालय में जाकर या जिलाधिकारी से मिलकर अपनी समस्या को बता सकते है। इसपर ग्रामीण राजी हुए और सीओ कार्यालय से बाहर निकले। 


Body:अशोक आलोक सीओ कार्यालय पहुंचे और ग्रामीणों के उजड़ते आशियाने को बचाने की गुहार सीओ से लगाई। अशोक ने कहा इनकी समस्या सचमुच बहुत बड़ी है इसका कोई वैकल्पिक समाधान निकलना चाहिए। अन्यथा सभी माल मवेशी बच्चे लेकर कहां जाएंगे।Conclusion:वहीं भतोड़िया वार्ड चार, वार्ड एक समेत रामपुर खुर्द वार्ड दो के वार्ड सदस्य भी सीओ कार्यालय पहुंचे और बाढ़ राहत मुआबजा बैंक खाता में नही मिलने को लेकर शिकायत की। सीओ ने जल्द पैसा ट्रांसफर करने का भरोसा दिलाया। 
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