भागलपुर: कोरोना वायरस को लेकर लागू लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों से श्रमिक का बिहार लौटना जारी है. कई राज्यों से लाखों की संख्या में प्रवासी श्रमिक लौट रहे हैं. गुजरात से भागलपुर लौटने के दौरान प्रवासी लालबाबू कामती की ट्रेन में मौत हो गई. परिजनों के अनुसार पानी और दवा नहीं मिलने के कारण उन्होंने दम तोड़ दिया.
मृतक लालबाबू कामती दरभंगा जिला के जाले थाना क्षेत्र के रानी गांव के रहने वाला थे. बताया जाता है कि मजदूर की मौत अभयपुर रेलवे स्टेशन के पास हुई है. भागलपुर स्टेशन पर ट्रेन खाली होने के बाद मृतक के परिवार ने वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी को घटना की जानकारी दी. जानकारी मिलते ही रेलवे के डॉक्टर को बुलाकर शव की जांच की गई. पुलिस ने मेडिकल प्रोटोकॉल के तहत शव को जेएलएनएमसी भेज दिया. जहां मृतक के कोरोना वायरस जांच के लिए सैंपल लिया जाएगा. इसके बाद पोस्टमार्टम किया जाएगा.
'पानी नहीं मिलने से पापा ने तोड़ दिया दम'
मृतक की बेटी अनुष्का कुमारी ने बताया कि ट्रेन में 23 तारीख को गुजरात के वापी जिले से चढ़ी थी. जिस डिब्बे में वो बैठी थी. उस डिब्बे में बिजली और पंखा की व्यवस्था नहीं थी. पानी भी नहीं मिल रहा था. इस वजह से दवाई पापा को नहीं दे पा रही थी. इसके बाद अभयपुर के आसपास पापा ने दम तोड़ दिया. मृतक की पत्नी कृष्णा देवी ने बताया कि ट्रेन में ना साफ सफाई थी, ना बिजली ना पंखा, ट्रेन जहां-तहां घंटों रुक जा रही थी. पानी नहीं मिल रहा था. बाथरूम में पानी नहीं था. उन्होंने कहा कि पंखा नहीं चलने की वजह से गर्मी अधिक पड़ रही थी. इसी वजह से मेरे पति की मौत हुई है.
'पुरानी बीमारी से हुई मौत'
जीआरपी थानाध्यक्ष अरविंद कुमार कैमरे के सामने कुछ भी कहने से मना कर दिया. उन्होंने बताया कि मृतक पैरालाइसिस से ग्रसित था. अभयपुर के आसपास उन्हें अटैक आया. इस वजह से उसकी मौत हो गई. इस घटना को लेकर भागलपुर जीआरपी ने मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस के अनुसार बाबूलाल कामती की मौत पुरानी बीमारी की वहज से हुई है.