भागलपुर: इस बार लोकसभा के चुनाव में भागलपुर से जुड़े चार चेहरे अलग-अलग संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीत कर संसद पहुंचे हैं. जिसको लेकर भागलपुर में काफी खुशी का माहौल है. खासकर महिला और लड़कियों में गजब का उत्साह है. लोगों को उम्मीद है कि भागलपुर की धरती से जुड़े चार सांसद इस जिले के लिए कुछ बेहतर करेंगे.
अपराजिता मिश्रा
खास तौर पर भागलपुर की बेटी अपराजिता मिश्रा जो 1994 की उड़ीसा कैडर की आईएएस ऑफिसर हैं. अपराजिता नौकरी छोड़कर राजनीति में आ गई और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर भुवनेश्वर से चुनाव जीतकर सांसद बनी हैं.
अश्विनी चौबे
वहीं, दूसरी तरफ बक्सर से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे अश्विनी चौबे की जन्मभूमि भी भागलपुर ही है. भागलपुर से अश्विनी चौबे कई बार विधानसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए हैं और एनडीए की सरकार में पीएचईडी एवं स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं. 2014 में अश्विनी चौबे बक्सर से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे. वह इस बार भी चुनाव जीते हैं.
निशिकांत दुबे
निशिकांत दुबे जो एक बार फिर गोड्डा से लोकसभा चुनाव जीतकर तीसरी बार सांसद के तौर पर संसद पहुंचे हैं. निशिकांत दुबे पहली बार गोड्डा संसदीय क्षेत्र से 2009 में भारतीय जनता पार्टी से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे.
अजय मंडल
भागलपुर लोकसभा क्षेत्र से जदयू खेमे से सांसद के तौर पर चुने गए अजय कुमार मंडल भागलपुर से ही हैं. अजय कुमार मंडल भागलपुर में ही जन्मे, और पले-बढ़े हैं. अजय कुमार मंडल राजनीति में एक बार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर कांग्रेस के सांग सिंह के खिलाफ कहलगांव से खड़े हुए थे. उसके बाद जदयू से टिकट मिलने के बाद एक बार फिर अजय कुमार मंडल 2005 में कांग्रेस के कद्दावर नेता सदानंद सिंह के खिलाफ चुनाव लड़कर उन्हें हराकर पहली बार विधायक के तौर पर विधानसभा पहुंचे थे.