भागलपुर: बाराहाट-बांका के बीच होली से इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन चलने की उम्मीद की जा रही है. इस रेल खंड पर विद्युतीकरण का काम पूरा होने के बाद मंगलवार को मुख्य संरक्षा आयुक्त ने इलेक्ट्रिक इंजन के साथ 22 कोच के ट्रेन के साथ विद्युतीकरण का निरीक्षण किया. निरीक्षण के एक सप्ताह बाद भागलपुर-बाराहाट-बांका के बीच इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा.
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भागलपुरवासियों को हावड़ा के लिए अल्टरनेटिव रूट
इस रूट में इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन चलने के बाद भागलपुर जिले वासियों को हावड़ा के लिए एक और अल्टरनेटिव रूट मिल जाएगा. इस रूट पर इलेक्ट्रिक इंजन से पहले मेमू ट्रेन चलाई जाएगी. जिसके बाद अन्य ट्रेनों के चलने की संभावना है. निरीक्षण के दौरान डीआरएम यतेंद्र कुमार मौजूद थे. होली से पहले इस रूट पर 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें चलेंगी. इस रूट पर इंटरसिटी के साथ-साथ पैसेंजर ट्रेनों के चलने की भी संभावना है.
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बढ़ेगी गति, होगी बचत
डीआरएम यतेंद्र कुमार ने कहा कि भागलपुर-बाराहाट-बांका सिंगल लाइन रूट का विद्युतीकरण का काम पूरा हो गया था. जिसके बाद आज सीआरएस निरीक्षण किया गया है. सीआरएस निरीक्षण में ट्रेन की स्पीड 70 किलोमीटर प्रति घंटे रखी गई. सीआरएस की टीम कोलकाता पहुंचकर ट्रेन चलाने की अनुमति प्रदान करेगी. उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक इंजन से चलने के बाद ट्रेनों की गति बढ़ेगी. इससे रेलवे को भी बचत होगी.
गौरतलब है कि 13 मार्च को भागलपुर से बांका के बीच इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल लिया गया था. भागलपुर से बांका के करीब 51 किलोमीटर की दूरी तय करने में इलेक्ट्रिक इंजन को 1 घंटा 23 मिनट का वक्त लगा था. ट्रायल अप और डाउन लाइन में पूरी तरह से सफल रहा था, जिसके बाद मुख्य संरक्षा आयुक्त ने निरीक्षण किया है. निरीक्षण के दौरान इलेक्ट्रिक हिमांशु सिंह, संतोष कुमार, लोको इंस्पेक्टर मुकेश एम. पांडेय सहित सीआरएस की पूरी टीम मौजूद थी.