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भागलपुरः दफादार-चौकीदार पंचायत संघ ने दिया धरना - बिहार दफादार चौकीदार पंचायत संघ ने किया धरना प्रदर्शन

पंचायत के राज्य सचिव कहा कि 5 सितंबर 2019 को बिहार चौकीदार संवर्ग नियमावली 2019 बनाकर हमारी सेवा पुलिस अधीक्षक के अधीन कर दी गई, जिसका हम विरोध कर रहे हैं.

चौकीदार पंचायत ने किया धरना प्रदर्शन
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Published : Nov 23, 2019, 9:43 PM IST

भागलपुरः भागलपुर के समाहरणालय ने परिसर में दफादार चौकीदार-पंचायत की जिला इकाई ने बिहार संवर्ग नियमावली 2019 को वापस लेने की मांग की. इसके अलावा 1990 से 5 मार्च 2014 के पहले रिटायर हुए दफादार चौकीदार के शेष बचे आश्रितों की बहाली की मांग को लेकर समाहरणालय परिसर में प्रदर्शन किया.

प्रदर्शन का नेतृत्व राज्य उपाध्यक्ष रामविलास पासवान और राज्य सचिव डॉक्टर संत सिंह ने किया. इस दौरान अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी भी की. इस मौके दफादार चौकीदार पंचायत के कई सदस्य मौजूद थे.

बिहार दफादार चौकीदार पंचायत संघ ने किया धरना प्रदर्शन

बिहार दफादार चौकीदार पंचायत ने किया प्रदर्शन
पंचायत के राज्य सचिव कहा कि डेढ़ सौ साल पहले चौकीदार मैनुअल प्रावधान के अनुसार हमारी नियुक्ति, वेतन और सब कुछ जिलाधिकारी के अधीन था. लेकिन, 25 सितंबर 2019 को बिहार चौकीदार संवर्ग नियमावली 2019 बनाकर हमारी सेवा पुलिस अधीक्षक के अधीन कर दी गई, जिसका हम विरोध कर रहे हैं. जब जिलाधिकारी के अधीन थे तब पुलिस के तरफ से हमारा शोषण किया जाता था. अब अगर हमें पुलिस के अधीन कर दिया जाएगा तो हमारा और भी शोषण किया जाएगा.

'पुलिस करती है शोषण'
डॉ संत सिंह ने कहा कि जिस तरह मुजफ्फरपुर और बेतिया में दफादार चौकीदार पंचायत के सदस्यों का पुलिस ने शोषण किया, उसी तरह हमारे साथ भी करेगी. हमारे मैनुअल में प्रावधान है कि बीट में रहेंगे और बीट से हटकर कोई काम नहीं करेंगे. फिर भी पुलिस हमें गांव से हटाकर शहर में लगा देती है, इन सब कारणों से ही हम इसका विरोध कर रहे हैं.

भागलपुरः भागलपुर के समाहरणालय ने परिसर में दफादार चौकीदार-पंचायत की जिला इकाई ने बिहार संवर्ग नियमावली 2019 को वापस लेने की मांग की. इसके अलावा 1990 से 5 मार्च 2014 के पहले रिटायर हुए दफादार चौकीदार के शेष बचे आश्रितों की बहाली की मांग को लेकर समाहरणालय परिसर में प्रदर्शन किया.

प्रदर्शन का नेतृत्व राज्य उपाध्यक्ष रामविलास पासवान और राज्य सचिव डॉक्टर संत सिंह ने किया. इस दौरान अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी भी की. इस मौके दफादार चौकीदार पंचायत के कई सदस्य मौजूद थे.

बिहार दफादार चौकीदार पंचायत संघ ने किया धरना प्रदर्शन

बिहार दफादार चौकीदार पंचायत ने किया प्रदर्शन
पंचायत के राज्य सचिव कहा कि डेढ़ सौ साल पहले चौकीदार मैनुअल प्रावधान के अनुसार हमारी नियुक्ति, वेतन और सब कुछ जिलाधिकारी के अधीन था. लेकिन, 25 सितंबर 2019 को बिहार चौकीदार संवर्ग नियमावली 2019 बनाकर हमारी सेवा पुलिस अधीक्षक के अधीन कर दी गई, जिसका हम विरोध कर रहे हैं. जब जिलाधिकारी के अधीन थे तब पुलिस के तरफ से हमारा शोषण किया जाता था. अब अगर हमें पुलिस के अधीन कर दिया जाएगा तो हमारा और भी शोषण किया जाएगा.

'पुलिस करती है शोषण'
डॉ संत सिंह ने कहा कि जिस तरह मुजफ्फरपुर और बेतिया में दफादार चौकीदार पंचायत के सदस्यों का पुलिस ने शोषण किया, उसी तरह हमारे साथ भी करेगी. हमारे मैनुअल में प्रावधान है कि बीट में रहेंगे और बीट से हटकर कोई काम नहीं करेंगे. फिर भी पुलिस हमें गांव से हटाकर शहर में लगा देती है, इन सब कारणों से ही हम इसका विरोध कर रहे हैं.

Intro:भागलपुर के समाहरणालय ने परिसर में बिहार दफादार चौकीदार पंचायत के जिला इकाई द्वारा बिहार संवर्ग नियमावली 2019 को वापस लेने और वर्ष 1990 से 5 मार्च 2014 के पूर्व सेवानिवृत्त दफादार चौकीदार के शेष बचे आश्रितों की बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन किया । प्रदर्शन का नेतृत्व राज्य उपाध्यक्ष श्री रामविलास पासवान व राज्य सचिव डॉक्टर संत सिंह ने किया ।
धरना के दौरान अपने मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की । इस मौके पर रोहित कुमार पासवान , विजय पासवान ,सुबोध पासवान ,उमाकांत पासवान ,अरविंद कुमार पासवान, अलौकिक पासवान ,सुशील कुमार , रोहित कुमार ,मनीष कुमार, बलराम पासवान सहित दफादार चौकीदार पंचायत के लोग मौजूद थे ।


Body:बिहार राज दफादार चौकीदार पंचायत के राज्य सचिव डॉक्टर संत सिंह ने कहा कि डेढ़ सौ वर्ष पहले चौकीदार मैनुअल प्रावधान के अनुसार हमारी नियुक्ति ,वेतन और सारे कुछ जिलाधिकारी के अधीन था ,लेकिन 25 सितंबर 2019 को बिहार चौकीदार संवर्ग नियमावली 2019 बनाकर हमारी सेवा पुलिस अधीक्षक के अधीन कर दिया गया ,जिसका हम लोग विरोध कर रहे हैं । जब जिलाधिकारी के अधीन थे तब पुलिस द्वारा हमारा शोषण किया जाता था ,अब यदि हमें पुलिस के अधीन कर दिया जाएगा तो अधिक शोषण किया जाएगा । उन्होंने कहा कि जिस तरह से दफादार चौकीदार पंचायत का मुजफ्फरपुर और बेतिया में पुलिस द्वारा शोषण किया गया है ,उसी तरह हम लोगों के साथ भी किया जाएगा , उन्होंने कहा कि हमारे मैनुअल में प्रावधान है कि बीट में रहेंगे और बीट से हटकर कोई काम नहीं करेंगे , फिर भी पुलिस द्वारा हमें गांव से हटाकर शहर में लगा दिया जाता है जिसका हम लोग विरोध कर रहे हैं ।


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byte - डॉक्टर संत सिंह ( बिहार दफादार चौकीदार पंचायत राज्य सचिव )
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