बेगूसराय: जिले में सैकड़ों एकड़ में लगी लीची की फसल इस भीषण गर्मी के कारण बर्बाद हो रही है. इस बार प्रचंड धूप और बरसात नहीं होने के कारण लीची के पैदावार पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. वहीं, किसानों का सपना चकनाचूर हो रहा है.
जिले के मटिहानी, सदर, बछवारा और बलिया प्रखंड में व्यापक पैमाने पर लीची की खेती होती है. वहीं, इस बार भीषण गर्मी में तैयार लीची की फसल पेड़ में ही बर्बाद हो रही है. लीची को खरीददार नहीं मिल रहा है. फसल पेड़ में ही पक कर फट रही है. इसे गाय के चारे के रूप में उपयोग में लाया जा रहा है. इस कारण से किसान काफी परेशान हैं.
किसानों में फसल बर्बाद होने से मायूसी
स्थानीय महिला किसान कामिनी देवी ने कहा कि अपने 4 एकड़ जमीन पर लीची की खेती की थी. उम्मीद थी कि इस बार अच्छा मुनाफा होगा. जिससे बेटी की शादी कर सकेंगी. लेकिन इस मौसम के कारण लीची की फसल बर्बाद हो गई है. अब चिंता इस बात की हो रही है कि महाजन से जो लिया था, उसे वापस कैसे करेंगे?
लीची की खेती पर पड़ा है प्रतिकूल प्रभाव
लीची की फसल लगाने वाले किसान नंदन सिंह ने बताया कि इस भीषण गर्मी के कारण लीची की खेती पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. हम लीची लेकर बाजार पहुंचते हैं, लेकिन खरीददार नहीं मिलने के कारण वापस घर लौट आते हैं. सालभर इसी लीची की खेती पर निर्भर रहते हैं. मगर इस बार तो लीची की तैयार फसल पेड़ में ही सूखकर फट रहे हैं. इस कारण से हमलोगों पर महाजन का कर्जा कैसे लौटाएंगे ये संकट मंडरा रहा है. यह समस्या यहां के रहने वाले सैकड़ों किसानों की है. सभी मौसम के इस मार से त्रस्त हैं.