बेगूसराय: जिले में भारतीय जनता पार्टी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. गुरुवार को भाजपा के जिला महामंत्री और कद्दावर नेता आशुतोष पोद्दार हीरा ने बेगूसराय विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल कर भाजपा की मुश्किलों को और बढ़ा दिया है. समर्थकों और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ नामांकन दाखिल करने पहुंचे.
'टिकट बंटवारे में कार्यकर्ताओं की गई अनदेखी'
आशुतोष पोद्दार हीरा ने कहा कि भाजपा में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. इस दौरान उन्होंने भाजपा के बेगूसराय विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी ने धमकाए जाने का भी आरोप लगाया. हीरा पोद्दार की नाराजगी बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज को लेकर है. जिन्होंने ने टिकट बंटवारे में कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई है. इनका कहना है कि इसका जबाव एक-एक कार्यकर्ता देगा.
'टिकट बंटवारे के खेल पर हो डीएनए टेस्ट'
भाजपा में टिकट बंटवारे में रुपये के खेल के संबंध में हीरा पोद्दार ने कहा कि जिस तरह किसी गंभीर अपराध के मामले में डीएनए टेस्ट किया जाता है. उसी तरह यहां टिकट की हुई सौदेबाजी का डीएनए टेस्ट किया जाना चाहिए, तभी मामले का पर्दाफाश होगा. बखरी के पूर्व विधायक रामानंद राम ने 25 लाख से तीन करोड़ तक में टिकट बेचे जाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि उसकी गहन जांच होनी चाहिए, जिसके लिए मैंने प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व से अपील भी किया है.
'कन्हैया के चुनाव लड़ने से डरे गिरिराज'
हीरा पोद्दार ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में जब कन्हैया यहां से लड़ा था तो गिरिराज सिंह को डर लग रहा था. लेकिन बेगूसराय के हम कार्यकर्ताओं ने उन्हें बाहरी नहीं समझ कर अपना समझा और तन मन धन समर्पित कर चार लाख से अधिक मतों से जीता कर संसद भेजा. लेकिन अब वे कार्यकर्ताओं को उपेक्षित कर रिश्तेदारी करने लगे, अपने रिश्तेदार को टिकट दिलवाया. कार्यकर्ताओं का कहीं कोई सम्मान नहीं है. जबकि उनके रिश्तेदार ने नगर निगम को नरक निगम बना दिया है, जिसका जवाब जनता देगी.