नई दिल्ली: टेलीकॉम रेगूलेटरी ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने हाल ही में प्रीपेड मोबाइल सर्विस को लेकर स्पष्टीकरण जारी किए हैं. इसमें इनएक्टिव सिम कार्ड की वैधता और वॉयस-ओनली रिचार्ज प्लान पर ध्यान केंद्रित किया गया है. इन अपडेट का उद्देश्य कंज्युमर को अफोर्डेबलिटी और सुविधा को बढ़ाना है. खासकर उन यूजर्स के लिए जिन्हें डेटा सर्विस की आवश्यकता नहीं है.
ट्राई ने पुष्टि की कि टेलीकॉम कन्ज्युमर प्रोटेक्शन रेगूलेशन दूरसंचार उपभोक्ता संरक्षण विनियमन (TCPR) छटे संशोधन के तहत प्रीपेड मोबाइल कनेक्शन को 90-दिन की अवधि के भीतर नॉन-यूसेज के लिए डीएक्टिवेट नहीं किया जा सकता है, बशर्ते उपभोक्ता अपने अकाउंट में 20 रुपये या उससे कम का न्यूनतम बैलेंस रखे. 11 साल पहले पेश किया गया यह संशोधन डीएक्टिवेट कनेक्शनों के लिए ऑटोमैटिक नंबर रिटेंशन सुनिश्चित करता है, जब तक कि आवश्यक शेष राशि बनाए रखी जाती है.
हाल ही में जारी एक बयान में ट्राई ने स्पष्ट किया कि यह प्रावधान लंबे समय से चला आ रहा है और यह कोई नया दिशानिर्देश नहीं है. इसने सेवा में व्यवधान से बचने के लिए न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया, जिससे प्रीपेड यूजर्स खासकर ग्रामीण और कम आय वाले वर्गों को आश्वासन मिला.
ट्राई ने एक्स पर लिखा, "ट्राई ने वैलिडिटी के संबंध में नए नियम जारी किए हैं. फैक्ट चेक करें. टीसीपीआर (छठे संशोधन) के अनुसार अगर किसी प्रीपेड उपभोक्ता के अकाउंट में बीस रुपये या उससे कम राशि उपलब्ध है, तो उसका मोबाइल कनेक्शन नब्बे दिनों की न्यूनतम अवधि के लिए उपयोग न करने पर डीएक्टिवेट नहीं किया जाएगा."
✔️उपभोक्ताओं को केवल उनकी आवश्यक सेवाओं के लिए भुगतान करने का विकल्प देने के लिए, ट्राई ने वॉयस एवं एसएमएस के लिए वाउचर को अनिवार्य कर दिया है, ताकि उन उपभोक्ताओं को डेटा के लिए भुगतान न करना पड़े, जिन्हें इसकी आवश्यकता नहीं है।
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) January 23, 2025
यह संशोधन 11 साल पुराना है, जिसमें कनेक्शन को डीएक्टिवेट न करने/उपयोग न करने की स्थिति में ऑटोमैटिक नंबर रिटेंशन के बारे में बताया गया है, बशर्ते कि न्यूनतम शेष राशि बनी रहे. यह कन्जयुमर को केवल उन्हीं सर्विस के लिए पेमेंट करने का विकल्प देने के लिए, जिनका वे इस्तेमाल कर रहे हैं. ट्राई ने वॉयस और एसएमएस के लिए विशेष रूप से वाउचर अनिवार्य किया है, ताकि डेटा यूज न करने वाले यूजर्स को इसके लिए भुगतान न करना पड़े.
ट्राई के संज्ञान में आया है कि हाल ही में कुछ सर्विस प्रोवाइडर ने वॉयस और एसएमएस ओनली पैक लॉन्च किए हैं. इनके बारे में लॉन्च की तारीख से सात वर्कंग डेज के भीतर ट्राई को जानकारी दी जाएगी. हाल ही में लॉन्च किए गए वाउचर की ट्राई द्वारा मौजूदा नियामक प्रावधानों के अनुसार जांच की जाएगी."
रेगूलेटरी ने यह भी बताया कि जो यूजर्स आवश्यक शेष राशि बनाए रखने में विफल रहते हैं, उन्हें पहले रिचार्ज करने के लिए 15 दिन की छूट अवधि दी जाएगी, उसके बाद उनका सिम डीएक्टिवेट कर दिया जाएगा. हालांकि, अगर सिम डिएक्टिवेट हो जाता है, तो यूजर्स को इनकमिंग कॉल और ओटीपी का एक्सेस खोने का रिस्क रहता है और उनका नंबर किसी नए यूजर को फिर से सौंपा जाता है.
वॉयस-ओनली रिचार्ज प्लान
अधिक लचीलापन प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए TRAI ने अनिवार्य किया है कि दूरसंचार ऑपरेटर सिर्फ वॉयस कॉल और SMS सेवाओं के लिए रिचार्ज वाउचर ऑफर करें. यह पहल सुनिश्चित करती है कि जिन उपभोक्ताओं को डेटा सेवाओं की जरूरत नहीं है, उन्हें बंडल डेटा प्लान के लिए भुगतान करने के लिए बाध्य न किया जाए.
ट्राई ने नोट किया कि कुछ कम्युनिकेशन प्रोवाइडर्स ने पहले वॉयस और SMS-ओनली पैक पेश किए थे, लेकिन नियामक समीक्षा आवश्यकताओं का अनुपालन न करने के कारण इन्हें लॉन्च के तुरंत बाद वापस ले लिया गया था. इस मुद्दे को संबोधित करने के लिए प्राधिकरण ने अब अनिवार्य किया है कि ऐसे सभी नए पैक लॉन्च के सात वर्किंग डेज के भीतर TRAI को रिपोर्ट किए जाएं.
इसके अलााव इन वाउचर की समीक्षा की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे जनता के लिए उपलब्ध कराए जाने से पहले मौजूदा नियामक प्रावधानों के अनुरूप हों. इस कदम से बुज़ुर्ग, फीचर फोन यूजर्स और ग्रामीण क्षेत्रों के ग्राहकों को लाभ मिलने की उम्मीद है, जो मुख्य रूप से बुनियादी वॉयस और मैसेजिंग सेवाओं पर निर्भर हैं
हाल ही में हुए घटनाक्रम
ट्राई के निर्देश के बाद रिलायंस जियो और भारती एयरटेल जैसे प्रमुख दूरसंचार ऑपरेटरों ने नए वॉयस-ओनली प्रीपेड प्लान लॉन्च किए हैं. उदाहरण के लिए, जियो ने 84 दिनों की वैधता के साथ 458 रुपये का प्लान और 1,958 रुपये का वार्षिक प्लान पेश किया. दोनों प्लान में अनलिमिटेड वॉयस कॉलिंग, मुफ़्त एसएमएस और जियो ऐप्स तक कॉम्प्लीमेंट्री एक्सेस की सुविधा दी गई है, लेकिन मोबाइल डेटा शामिल नहीं है.
इस बीच, एयरटेल ने अपने मौजूदा वॉयस प्लान में संशोधन किया है, जिससे उसके वार्षिक और त्रैमासिक पैकेज की कीमतों में 40-70 रुपये की कमी आई है. ये एडजस्टमेंट कम्युनिकेशन ऑपरेटरों द्वारा ट्राई के निर्देशों के अनुरूप काम करने और कोस्ट-इफेक्टिव ऑप्शन के लिए ग्राहकों की मांगों को पूरा करने के प्रयासों को दर्शाते हैं.
कंप्लायंस और अफोर्डिबलिटी सुनिश्चित करना
ट्राई का यह कदम सिम कार्डों को अनावश्यक रूप से डिएक्टिवेट होने से रोकने और किफायती, अनबंडल सर्विस ऑप्शन प्रदान कर कस्टमर वेलफेयर के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है. टीसीपीआर संशोधन पर स्पष्टीकरण यह सुनिश्चित करता है कि यूजर्स न्यूनतम वित्तीय आवश्यकताओं के साथ अपने मोबाइल नंबरों तक पहुंच बनाए रखें, जबकि वॉयस-ओनली वाउचर की शुरूआत ग्राहकों को उनकी आवश्यकताओं के अनुरूप सेवाएं चुनने का अधिकार देता है.
चूंकि दूरसंचार ऑपरेटर इन नई योजनाओं को शुरू कर रहे हैं और विनियामक दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं, इसलिए ट्राई के उपाय पूरे भारत में मोबाइल कनेक्टिविटी को अधिक समावेशी और किफायती बनाने के लिए तैयार हैं.
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