नासिक : महाराष्ट्र के बल्लेबाज अंकित बावने पर अंपायर के फैसले का विरोध करने के कारण एक मैच का प्रतिबंध लगा है. यह प्रतिबंध गुरूवार से शुरू हुए रणजी ट्रॉफी के छठे राउंड के मैच पर लागू हुआ और वह नासिक में शुरू हुए बड़ौदा के खिलाफ ग्रुप ए मैच का हिस्सा नहीं बन पाए. इस निर्णय की जानकारी मैच से ठीक पहले टीम प्रबंधन को दी गई.
बावने ने रणजी ट्रॉफ़ी के पांचवें राउंड के दौरान सर्विसेज के खिलाफ मैच में अपने आउट करार देने के फैसले का विरोध किया था. उनका मानना था कि गेंद स्लिप में खड़े शुभम रोहिल्ला के हाथ में पहुंचने से पहले जमीन को छूकर गई थी. रिप्ले में भी यही दिखा लेकिन चूंकि यह मैच सिर्फ स्ट्रीमिंग हो रहा था, टेलीवाइज्ड नहीं इसलिए बावने इसके लिए रिव्यू नहीं ले पाए. आपको बता दें कि रणजी ट्रॉफी का जो मैच टेलीविजन पर नहीं आता, उसमें डीआरएस भी नहीं होता.
Maharashtra’s Ankit Bawne has been handed a one-match suspension for dissent after refusing to leave the field following his dismissal against Services
— ESPNcricinfo (@ESPNcricinfo) January 23, 2025
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उस मैच में महाराष्ट्र के कप्तान रहे बावने ने इस निर्णय के बाद मैदान को छोड़ने से इनकार कर दिया था, जिसके कारण लगभग 15 मिनट तक खेल रूका रहा. मैच रेफरी अमित शर्मा और महाराष्ट्र के कोच सुलक्षण कुलकर्णी के हस्तक्षेप के बाद ही मैच दोबारा शुरू हो पाया.
इस घटना के बाद कुलकर्णी ने बयान दिया था कि अगर खिलाड़ियों पर निर्णय का विरोध करने पर जुर्माने और दंड का प्रावधान है तो अंपायरों का भी मूल्यांकन क्यों नहीं होता? ऐसे अंपायर, अंपायरिंग करना कैसे जारी रख सकते हैं, जिससे खेल भी प्रभावित होता हो. अगर आप ऐसे ब्लंडर करेंगे, तो खिलाड़ी गुस्सा करेगा ही'.
उस समय महाराष्ट्र के नियमित कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने भी इस पर अपनी नाराजगी जाहिर की थी और अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर रिप्ले के फुटेज डाले थे. तब गायकवाड़ इंडिया ए टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया में थे.
बावने इस रणजी सीजन महाराष्ट्र के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. उन्होंने 5 मैचों में एक शतक और दो अर्धशतकों के साथ 51.57 की औसत से 361 रन बनाए हैं. महाराष्ट्र फिलहाल अपने ग्रुप में नीचे से दूसरे स्थान पर है और नॉकआउट में पहुंचने के दौड़ से बाहर हो चुकी है.