बांका: कोरोना वायरस और लॉकडाउन से पूरा देश जूझ रहा है. इस बीच हर कोई अपने स्तर से एक-दूसरे की मदद करने में जुटा है. इस मुहिम से जुड़कर जिले के चुटिया गांव की 6 महिलाएं अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करने के लिए सामने आई हैं और लगातार मास्क बनाकर गरीबों के बीच बांटने का काम कर रही हैं ताकि देश कोरोना पर विजय पा सके.
मदद को सामने आईं महिलाएं
बकरी और मधुमक्खी पालन के साथ-साथ मशरूम की खेती करने वाली ये महिलाएं कोरोना वायरस महामारी के बीच मानवता और सेवाओं की मिसाल पेश करती नजर आ रही हैं. मास्क बना रही इन महिलाओं ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बातों से प्रेरित होकर गरीबों की मदद करने में जुटी हैं.
पैसों के अभाव में गरीब नहीं खरीद पाते हैं मास्क
चुटिया गांव की चंदा भारती ने बताया कि मां तारा स्वयं सहायता समूह बनाकर बकरी और मधुमक्खी पालन के साथ-साथ मशरूम की खेती करती हैं. समूह की महिलाओं ने गरीबों की मदद करने की ठानी और मास्क बनाना शुरू किया. अब तक ये महिलाएं 4 हजार से अधिक मास्क बनाकर गरीबों में बांट चुकी हैं.
कोरोना से बचने के लिए मास्क जरूरी
इस महामारी से बचने के लिए सभी को मास्क पहनना जरूरी है. वहीं, द्रोपदी कुमारी ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से घर पर बेकार बैठे थे. गांव और आस-पास में बहुत ऐसे लोग हैं जो गरीबी से जूझ रहे हैं और पैसे की कमी की वजह से मास्क नहीं खरीद सकते हैं. हम वैसे लोगों की मदद करने के लिए मास्क बना रहे हैं. इन लोगों को कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने लोगों की मदद करने के लिए प्रेरित किया. इस कार्य में गुंजन देवी, प्रियंका कुमारी, रानी देवी एवं जूही कुमारी भी सहयोग कर रही हैं.
पीएम की अपील ने किया प्रभावित
वहीं, कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि चुटिया गांव को बायोटेक किसान हब प्रोजेक्ट के तहत गोद लिया गया है. कृषि से जुड़े कार्य यहां की महिलाएं पहले से ही कर रही हैं. जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी से मास्क लगाने का आग्रह किया तो इन महिलाओं ने लोगों की मदद करने की सोंची.