बहुत से लोगों को सूखी मछली ( Dry Fish) खाना बेहद पसंद होता है. वहीं, कुछ लोग तो सूखी मछली की गंध से भी दूर भाग जाते हैं. यहां तक कि जो लोग कच्ची मछली खाते हैं, वे भी सूखी मछली खाना पसंद नहीं करते हैं लेकिन, जो लोग सूखी मछली खाते हैं उन्हें यह बहुत पसंद आती है. लोगों का कहना है कि सूखी मछली का स्वाद वहीं लोग जान पाते हैं जो उसे खाते हैं. लोगों का यह भी कहना है कि जो एक बार सूखी मछली का स्वाद चख लेते है उन्हें इसे खाने की आदत हो जाती है. ऐसे में जानें कि क्या सूखी मछली खाना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है? क्या कहना है स्वास्थ्य विशेषज्ञों का...
डॉक्टरों का कहना है कि सूखी मछली में प्रोटीन, विटामिन बी12, एंटीऑक्सीडेंट, पोटैशियम, फॉस्फोरस, सेलेनियम, संतृप्त फैटी एसिड और सोडियम होता है. कहा जाता है कि इन्हें खाने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं, लेकिन यह जरूरी नहीं है कि सूखी मछली खाना सभी के लिए लाभकारी नहीं होता है. डॉक्टरों के मुताबिक इन स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों को सूखी मछली के सेवन से बचना चाहिए...
![Do you like to eat dry fish? If yes, then you must know these things, otherwise...](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10-02-2025/23511438_fish.png)
![Do you like to eat dry fish? If yes, then you must know these things, otherwise...](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10-02-2025/23511438_fool.png)
जानें कि किन लोगों को सूखी मछली नहीं खानी चाहिए
- हाई ब्लड से पीड़ित लोगों को सूखी मछली खाने की सलाह नहीं दी जाती है. सूखी मछली में सोडियम की मात्रा अधिक होती है. इनमें मौजूद सोडियम ब्लड प्रेशर बढ़ाने में मदद कर सकता है. इससे हृदय स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है. इससे किडनी की बिल्डिंग क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. इसलिए इन समस्याओं से पीड़ित लोगों को सूखी मछली नहीं खानी चाहिए.
- डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए भी सूखी मछली खाना हानिकारक हो सकता है. इसे खाने से शुगर के मरीजों की ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि हृदय संबंधी समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए सूखी मछली खाने से बचना बेहतर है. इनमें मौजूद फैट से समस्या और बढ़ सकती है.
- लो इम्यूनिटी वाले लोगों और अक्सर खांसी और जुकाम जैसी समस्याओं से पीड़ित लोगों को सूखी मछली खाने की सलाह नहीं दी जाती है. इससे यह समस्या और भी बढ़ जाने का खतरा रहता है. कुछ लोगों को सूखी मछली से एलर्जी होती है. इसीलिए जिन लोगों को अक्सर चकत्ते, खुजली और पित्ती जैसी समस्याएं होती हैं, उनके लिए इन सूखी मछलियों को खाने से बचना बेहतर है.
- विशेषज्ञों का कहना है कि साइनसाइटिस और अस्थमा जैसी श्वसन समस्याओं वाले लोगों को सूखी मछली नहीं खानी चाहिए. इन मछलियों को खाने से समस्या और भी बदतर हो सकती है. छोटे बच्चों के लिए सूखी मछली खाना अच्छा नहीं है. इससे उनमें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. इसीलिए सूखी मछलियों को उनसे दूर रखना ही बेहतर है.
- हालांकि, सूखी मछली की गंध थोड़ी असहनीय होती है, लेकिन कहा जाता है कि यह पोषक तत्वों से भरपूर होती है. डॉक्टरों का कहना है कि सूखी मछली में प्रोटीन, विटामिन बी12, एंटीऑक्सीडेंट, पोटैशियम, फॉस्फोरस, सेलेनियम, संतृप्त फैटी एसिड और सोडियम होता है. जिसे खाने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं.
- विशेषज्ञों का कहना है कि सूखी मछली में मौजूद पोटेशियम न केवल तंत्रिका तंत्र को बेहतर बनाता है, बल्कि हृदय की कार्यप्रणाली में भी सुधार करता है. उन्होंने बताया कि इसमें मौजूद ओमेगा फैटी एसिड शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है. बताया गया कि सूखी मछली में कैल्शियम और फास्फोरस प्रचुर मात्रा में होता है, जो शरीर की हड्डियों को पोषण प्रदान करता है.
- सूखी मछली में विटामिन ए भरपूर मात्रा में होता है , जो मांसपेशियों और तंत्रिका संबंधी समस्याओं को नियंत्रित करता है इससे आंखों की सेहत में सुधार होता है. इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर को सूखने से बचाते हैं. ऐसा कहा जाता है कि सूखी मछली तंत्रिका संबंधी समस्याओं को रोकने और मांसपेशियों के निर्माण में मदद करती है.
- सूखी मछली रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है. विशेषज्ञों ने बताया है कि सूखी मछली में पाया जाने वाला विटामिन बी12 शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है. ऐसा कहा जाता है कि इन्हें खाने से आपके दांतों का स्वास्थ्य भी बेहतर और मजबूत होगा.
सूखी मछली खाते समय छाछ, दही और हरी सब्जियां जैसी खाद्य सामग्री नहीं खानी चाहिए. यह शरीर के लिए हानिकारक है. विशेषज्ञों का कहना है कि इसके कारण कई बार फूड पॉइजनिंग भी हो सकती है. कहा जाता है कि नहाने के दिन सिर पर तेल लगाने के बाद सूखी मछली नहीं खाना चाहिए. अल्सर की समस्या वाले लोगों को भी सूखी मछली खाने की सलाह नहीं दी जाती है. इससे अल्सर की समस्या और भी बढ़ सकती है.
(डिस्क्लेमर: यह सामान्य जानकारी केवल पढ़ने के उद्देश्य से प्रदान की गई है. ईटीवी भारत इस जानकारी की वैज्ञानिक वैधता के बारे में कोई दावा नहीं करता है. अधिक जानकारी के लिए कृपया डॉक्टर से परामर्श लें.)