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बांका पहुंचे RLSP के राष्ट्रीय सचिव, केंद्रीय विद्यालय के मुद्दे पर सरकार को घेरा - जिले के प्रभारी नंदकिशोर कुशवाहा

उन्होंने बताया कि राज्य के गरीब और साधारण परिवार के बच्चों के लिए खोले जाने वाले केंद्रीय विद्यालय का सीएम नीतीश कुमार के जरिए विरोध किया जा रहा है.

बांका पहुंचे RLSP के राष्ट्रीय सचिव
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Published : Nov 25, 2019, 3:18 PM IST

बांका: रालोसपा के राष्ट्रीय सचिव सह जिले के प्रभारी नंदकिशोर कुशवाहा सोमवार को बांका अतिथि गृह पहुंचे. यहां पार्टी कार्यकर्ताओं के जरिए उनका जोरदार स्वागत किया गया. यहां उन्होंने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि 26 नवंबर को पटना के मिलर हाई स्कूल में अनिश्चितकालीन अनशन किया जाएगा.

'नीतीश कर रहे केंद्रीय विद्यालय का विरोध'
उनके आगमन पर पार्टी के जिलाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह मंटू, प्रदेश मीडिया प्रभारी नयन सिंह नटवर समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने जिला अतिथि गृह में उनका जोरदार स्वागत किया. नंदकिशोर कुशवाहा ने बताया कि राज्य के गरीब और साधारण परिवार के बच्चों के लिए खोले जाने वाले केंद्रीय विद्यालय का सीएम नीतीश कुमार के जरिए विरोध किया जा रहा है. इस को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बुलावे पर 26 नवंबर को पटना के मिलर हाई स्कूल में अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किया जाएगा.

Banka
नंदकिशोर कुशवाहा, राष्ट्रीय सचिव, रालोसपा

छात्रावास में चल रहा केंद्रीय विद्यालय
उन्होंने बताया की सीएम ने कहा था कि सभी जगह पर विद्यालय खोले जाएंगे. लेकिन राज्य सरकार की अनदेखी के कारण कई जगह पर अभी केंद्रीय विद्यालय नहीं खुल पाया है. बांका में केंद्रीय विद्यालय खोले जाने के बाद भी अब तक जमीन उपलब्ध नहीं हो पाई है. जिस वजह से केंद्रीय विद्यालय को आज भी छात्रावास में चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के जरिए दो जिलों में विद्यालय खोलने का प्रस्ताव मिला. जिसमें नवादा और औरंगाबाद शामिल हैं. उन्होंने बताया कि मैंने कैमूर, शेखपुरा, मधुबनी, सुपौल और अरवल जिलों को मंत्रालय की योजना में शामिल करवाया था. भारत सरकार की ओर से इन जिलों के लिए प्रदेश की सरकार से प्रस्ताव की मांग की गई. लेकिन तीन साल में बिहार सरकार प्रस्ताव भेजने में विफल साबित हुई है.

बांका पहुंचे RLSP के राष्ट्रीय सचिव, नीतीश सरकार को बताया शिक्षा विरोधी

पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं बच्चे
उन्होंने कहा कि राज्य में अस्थाई भवन में संचालित विद्यालयों में लगभग 1500 बच्चों की पढ़ाई होती है. जबकि अस्थाई भवन में चलने वाले विद्यालयों में मात्र 450 बच्चों का ही नामांकन हो पाता है. ऐसी स्थिति में कई बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाते हैं. इन सब बातों को लेकर लगातार अभियान चलाएंगे. उन्होंने कहा कि जहां भी केंद्रीय विद्यालय प्रस्तावित हैं. उन स्थानों पर केंद्रीय विद्यालय खुलवाने के लिए आंदोलन किया जाएगा. जिन जिलों में केंद्रीय विद्यालय नहीं है. वहां भी केंद्रीय विद्यालय खोलने के लिए लगातार प्रयास जारी रहेगा.

बांका: रालोसपा के राष्ट्रीय सचिव सह जिले के प्रभारी नंदकिशोर कुशवाहा सोमवार को बांका अतिथि गृह पहुंचे. यहां पार्टी कार्यकर्ताओं के जरिए उनका जोरदार स्वागत किया गया. यहां उन्होंने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि 26 नवंबर को पटना के मिलर हाई स्कूल में अनिश्चितकालीन अनशन किया जाएगा.

'नीतीश कर रहे केंद्रीय विद्यालय का विरोध'
उनके आगमन पर पार्टी के जिलाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह मंटू, प्रदेश मीडिया प्रभारी नयन सिंह नटवर समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने जिला अतिथि गृह में उनका जोरदार स्वागत किया. नंदकिशोर कुशवाहा ने बताया कि राज्य के गरीब और साधारण परिवार के बच्चों के लिए खोले जाने वाले केंद्रीय विद्यालय का सीएम नीतीश कुमार के जरिए विरोध किया जा रहा है. इस को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बुलावे पर 26 नवंबर को पटना के मिलर हाई स्कूल में अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किया जाएगा.

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नंदकिशोर कुशवाहा, राष्ट्रीय सचिव, रालोसपा

छात्रावास में चल रहा केंद्रीय विद्यालय
उन्होंने बताया की सीएम ने कहा था कि सभी जगह पर विद्यालय खोले जाएंगे. लेकिन राज्य सरकार की अनदेखी के कारण कई जगह पर अभी केंद्रीय विद्यालय नहीं खुल पाया है. बांका में केंद्रीय विद्यालय खोले जाने के बाद भी अब तक जमीन उपलब्ध नहीं हो पाई है. जिस वजह से केंद्रीय विद्यालय को आज भी छात्रावास में चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के जरिए दो जिलों में विद्यालय खोलने का प्रस्ताव मिला. जिसमें नवादा और औरंगाबाद शामिल हैं. उन्होंने बताया कि मैंने कैमूर, शेखपुरा, मधुबनी, सुपौल और अरवल जिलों को मंत्रालय की योजना में शामिल करवाया था. भारत सरकार की ओर से इन जिलों के लिए प्रदेश की सरकार से प्रस्ताव की मांग की गई. लेकिन तीन साल में बिहार सरकार प्रस्ताव भेजने में विफल साबित हुई है.

बांका पहुंचे RLSP के राष्ट्रीय सचिव, नीतीश सरकार को बताया शिक्षा विरोधी

पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं बच्चे
उन्होंने कहा कि राज्य में अस्थाई भवन में संचालित विद्यालयों में लगभग 1500 बच्चों की पढ़ाई होती है. जबकि अस्थाई भवन में चलने वाले विद्यालयों में मात्र 450 बच्चों का ही नामांकन हो पाता है. ऐसी स्थिति में कई बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाते हैं. इन सब बातों को लेकर लगातार अभियान चलाएंगे. उन्होंने कहा कि जहां भी केंद्रीय विद्यालय प्रस्तावित हैं. उन स्थानों पर केंद्रीय विद्यालय खुलवाने के लिए आंदोलन किया जाएगा. जिन जिलों में केंद्रीय विद्यालय नहीं है. वहां भी केंद्रीय विद्यालय खोलने के लिए लगातार प्रयास जारी रहेगा.

Intro:रालोसपा के राष्ट्रीय सचिव व बांका के जिला प्रभारी नंदकिशोर कुशवाहा ने कहा कि गरीब एवं साधारण परिवार के बच्चों के लिए खोले जाने वाले केंद्रीय विद्यालय का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा विरोध किया जा रहा है। रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के आह्वान पर 26 नवंबर को पटना के मिलर हाई स्कूल मॉर्निंग शीतकालीन आमरण अनशन किया जाएगा।


Body: बांका। रालोसपा के राष्ट्रीय सचिव सह बांका के जिला प्रभारी नंदकिशोर कुशवाहा के आगमन पर पार्टी के जिलाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह मंटू, प्रदेश मीडिया प्रभारी नयन सिंह नटवर सहित अन्य कार्यकर्ताओं के द्वारा जिला अतिथि गृह में उनका स्वागत किया। राष्ट्रीय सचिव नंदकिशोर कुशवाहा ने बताया कि राज्य के गरीब एवं साधारण परिवार के बच्चों के लिए खोले जाने वाले केंद्रीय विद्यालय का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा विरोध किया जा रहा है। इसी को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के आह्वान पर 26 नवंबर को पटना के मिला भाई स्कूल में अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू किया जाएगा।

मंत्री रहते गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए किए थे कई प्रयास
पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री सह रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने अपने मंत्रित्वकाल में बिहार में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की स्थापना के लिए कई तरह के प्रयास किए थे। जिसमें उन्होंने सरकार को केंद्रीय विद्यालय खोलने के लिए प्रस्ताव भेजा था। साथ ही उन्होंने बताया मुख्यमंत्री ने कहा था कि सभी जगह पर विद्यालय खोल दिए जाएंगे। लेकिन राज्य सरकार की अनदेखी के कारण कई जगह पर अभी केंद्रीय विद्यालय नहीं खुल पाया है। बांका में केंद्रीय विद्यालय खोल दिए जाने के बाद भी अब तक जमीन उपलब्ध नहीं हो पाया है जिस वजह से केंद्रीय विद्यालय आप भी छात्रावास में चल रहा है।

केंद्र के प्रस्ताव को 3 साल बाद भी भेजने में सरकार विफल
राष्ट्रीय सचिव नंदकिशोर कुशवाहा ने बताया कि राज्य सरकार के द्वारा दो जिलों में विद्यालय खोलने का प्रस्ताव मिला। जिसमें नवादा और औरंगाबाद जिला शामिल है। वहीं भारत सरकार में मंत्री रहते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कैमूर, शेखपुरा, मधुबनी, सुपौल, अरवल जहां एक भी केंद्रीय विद्यालय नहीं है। उन सभी जिलों के लिए मंत्रालय की योजना में शामिल करवाया था। भारत सरकार की ओर से इन जिलों के लिए प्रदेश की सरकार से प्रस्ताव की मांग की गई। लेकिन तीन साल में बिहार सरकार प्रस्ताव भेजने में विफल साबित हुई है।

अस्थाई स्कूलों में बच्चों की नहीं हो पाती है नामांकन
राज्य में अस्थाई भवन में संचालित विद्यालयों में लगभग 1500 बच्चों की पढ़ाई होती है जबकि अस्थाई भवन में चलने वाले विद्यालयों में मात्र 450 बच्चों का ही नामांकन हो पाता है ऐसी स्थिति में कई बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाते हैं इन सब बातों को लेकर आसपास लगातार अभियान चलाएगी।


Conclusion:शिक्षा सुधार वरना जीना बेकार कृपया चलाया जाएगा अभियान
रालोसपा के राष्ट्रीय सचिव नंदकिशोर कुशवाहा ने बताया कि रालोसपा लगातार शिक्षा सुधार वरना जीना बेकार का नाम देकर अभियान चलाएगी जहां भी केंद्रीय विद्यालय प्रस्तावित हैं उन स्थानों पर केंद्रीय विद्यालय खुलवाने के लिए आंदोलन किया जाएगा साथ ही जिन जिलों में केंद्रीय विद्यालय नहीं है वहां भी केंद्रीय विद्यालय खोलने के लिए लगातार प्रयास जारी रहेगा।
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