बांका: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की तरफ से एसडीएमवाई कॉलेज धोरैया में मजदूर दिवस मनाया गया. इस इस दौरान वहां उपस्थित लोगों ने कॉमरेड बासुदेव यादव की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. साथ ही सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए धरना प्रदर्शन भी किया. इस कार्यक्रम में भाकपा के वरीय नेता सह पूर्व एमएलसी संजय कुमार ने श्रमिकों से संबंधित कई तथ्यों के साथ मजदूरों की जीवनशैली सुधारने के लिए कई मांग रखी.
इस दौरान पूर्व एमएलसी संजय कुमार ने कहा कि रोटी के लिए हर समय संघर्ष होते रहा है. यह आज भी जारी है. अमेरिका की घटना को याद करते हुए उन्होंने कहा कि शिकागो में मजदूरों ने 1 मई 1886 को हड़ताल कर दिया. जिसमें लाखों मजदूरों को अपनी जान गवानी पड़ी थी. तब जाकर उन्हें सम्मान मिला.
सीएम से की अपील
पूर्व एमएलसी ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर दुनिया के मजदूरों के सामने विषम परिस्थिति आ गई है. इस दौरान सभी कारखाने बंद हो गए हैं. मजदूर दिल्ली, मुंबई, हरियाणा सहित विभिन्न राज्य में फंसे हुए हैं. लॉकडाउन की वजह से उन लोगों के सामने भुखमरी की स्थिति आ गई है. उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि जो छात्र-छात्रा दिल्ली, कोटा व अन्य राज्य में हैं उन्हें सुरक्षित घर वापस लाएं.
सरकार के सामने रखी अपनी मांग
पूर्व एमएलसी संजय कुमार ने कहा कि भाकपा मांग करती है कि 40 करोड़ मजदूर जो पूरे भारत में हैं, सभी काम बंद हो जाने के कारण भुखमरी के कगार पर हैं. केंद्र सरकार और राज्य सरकार को चाहिए कि सभी मजदूरों को चिन्हित कर कोरोना महामारी के बाद अति शीघ्र रोजगार मुहैया कराया जाए. साथ ही दस हजार अनुदान राशी भी दी जाए. इस मौके पर जिला मंत्री मुनीलाल पासवान, प्रमुख प्रतिनिधि रंजन शर्मा, युवा नेता जवाहरलाल राय, पंसस गौतम सिंह, विनोद कुमार यादव, फूलचंद रविदास, सत्येंद्र ताती, रोमी कुमार, सुरेश यादव आदि मौजूद रहे.