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बांका सदर अस्पताल में डॉक्टर समेत 6 कर्मी कोरोना संक्रमित, इलाज में हो रही परेशानी - आधा दर्जन चिकित्सक संक्रमित

बांका में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है. वहीं, डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे सदर अस्पताल के आधा दर्जन डॉक्टरों के संक्रमित होने से कोरोना मरीजों के इलाज में परेशानी हो रही है.

सदर अस्पताल
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Published : Apr 25, 2021, 7:27 PM IST

बांका: जिले में कोरोना संक्रमण दिनों दिन बढ़ता जा रहा है. आम आदमी के साथ सदर अस्पताल के आधा दर्जन चिकित्सक व पाराकर्मी भी कोराेना संक्रमित हो गए हैं. ऐसे में डॉक्टरों की कमी लोगों को चिन्तित कर रहा है. जबकि सदर अस्पताल पहले से डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है. सदर अस्पताल में जहां 38 चिकित्सक होने चाहिए वहां सिर्फ 13 चिकित्सक कार्यरत हैं. उनमें आधा दर्जन चिकित्सक व पाराकर्मी के कोरोना पॉजिटिव होने से अस्पताल प्रबंधन के सामने चुनौती खड़ी हो गई है.

15 दिनों में 22 से अधिक लोगों ने गंवाई जान
कोरोना की दूसरी लहर लगातार खतरनाक होती जा रही है. पिछले 15 दिनों में 22 से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई है. इनमें से ज्यादातर मरीजों को बेहतर उपचार के लिए मायागंज अस्पताल भेजा गया था. जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई. उचित इलाज नहीं मिल पाने से कई मरीजों ने 24 घंटे के अंदर दम तोड़ दिया.

ये भी पढ़ें- कोरोना गाइडलाइन उल्लंघन में भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह, पूर्व MLA बाहुबली मुन्ना शुक्ला समेत 200 पर FIR

परेशानी हो तो चिकित्सकों से करें संपर्क
वहीं, डॉ. सुनील कुमार चौधरी ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक है. लेकिन लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क का प्रयोग करना चाहिए. जिससे संक्रमण पर काबू पाया जा सके. किसी भी मरीज को अगर परेशानी हो तो तुरंत अस्पताल में चिकित्सक से संपर्क करें. कोरोना की दूसरी लहर में नए लक्षण भी उभर कर सामने आए हैं. कोरोना फेफड़ों व श्वसन प्रक्रिया को प्रभावित करने वाला रोग है. इसलिए शरीर को अधिक से अधिक ऑक्सीजन की जरूरत होती है.

बांका: जिले में कोरोना संक्रमण दिनों दिन बढ़ता जा रहा है. आम आदमी के साथ सदर अस्पताल के आधा दर्जन चिकित्सक व पाराकर्मी भी कोराेना संक्रमित हो गए हैं. ऐसे में डॉक्टरों की कमी लोगों को चिन्तित कर रहा है. जबकि सदर अस्पताल पहले से डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है. सदर अस्पताल में जहां 38 चिकित्सक होने चाहिए वहां सिर्फ 13 चिकित्सक कार्यरत हैं. उनमें आधा दर्जन चिकित्सक व पाराकर्मी के कोरोना पॉजिटिव होने से अस्पताल प्रबंधन के सामने चुनौती खड़ी हो गई है.

15 दिनों में 22 से अधिक लोगों ने गंवाई जान
कोरोना की दूसरी लहर लगातार खतरनाक होती जा रही है. पिछले 15 दिनों में 22 से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई है. इनमें से ज्यादातर मरीजों को बेहतर उपचार के लिए मायागंज अस्पताल भेजा गया था. जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई. उचित इलाज नहीं मिल पाने से कई मरीजों ने 24 घंटे के अंदर दम तोड़ दिया.

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परेशानी हो तो चिकित्सकों से करें संपर्क
वहीं, डॉ. सुनील कुमार चौधरी ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक है. लेकिन लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क का प्रयोग करना चाहिए. जिससे संक्रमण पर काबू पाया जा सके. किसी भी मरीज को अगर परेशानी हो तो तुरंत अस्पताल में चिकित्सक से संपर्क करें. कोरोना की दूसरी लहर में नए लक्षण भी उभर कर सामने आए हैं. कोरोना फेफड़ों व श्वसन प्रक्रिया को प्रभावित करने वाला रोग है. इसलिए शरीर को अधिक से अधिक ऑक्सीजन की जरूरत होती है.

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