अरवल: बिहार के अरवल जिले के मेहंदिया थाना अंतर्गत इन्जोर पंचायत के मुखिया विनय पटेल पर फायरिंग (Firing On Injore Panchayat Mukhiya In Arwal ) का एक मामला आया था. मामले में एक आरोपी जेल जा चुका है. अब इसी मामले में इन्जोर पंचायत के मुखिया विनय पटेल को ही पुलिस ने जेल भेज दिया (Injore Mukhiya Sent Jail In Arwal) है. मुखिया पर आरोप है उन्होंने हथियार के लाइसेंस और बॉडीगार्ड के लिए अपने ऊपर फर्जी तरीके से फायरिंग करावायी और एक निर्दोष व्यक्ति को जेल भेजवाया.
क्या है मामलाः जनवरी 2022 में मेहंदिया थाना अंतर्गत इन्जोर पंचायत के मुखिया विनय पटेल की गाड़ी पर अचानक बाइक सवार अपराधियों की ओर से हमले का मामला आया था. गोलीबारी की इस घटना में मुखिया के भांजे मुकेश पटेल गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे. हमले में मुखिया विनय पटेल भी मामूली रूप से जख्मी हो गए थे, सदर अस्पताल में इलाज कराने के लिए उन्हें पीएमसीएच रेफर किया गया था. मुखिया ने उस समय बताया था कि वह अपने पंचायत के कार्य से कलेर प्रखंड जा रहे थे. तभी उन पर अपराधियों ने फायरिंग कर दिया. मुखिया ने एक व्यक्ति को आरोपी भी बनाया था, आरोपी को पुलिस जेल भेज चुकी है.
हमले के 2 सप्ताह के बाद मुखिया ने डीएम को हथियार के लिए दिया था आवेदनः घटना के बाद महज 2 सप्ताह के बाद इंजोर पंचायत के मुखिया विनय पटेल ने जिला पदाधिकारी को हथियार के लाइसेंस के लिए आवेदन दिया. मुखिया पर हमला मामला और हथियार लाइसेंस के आवेदन की एएसपी रोशन कुमार ने गहना से जांच शुरू की ताकि मुखिया पर फिर से हमला न हो. मुखिया हथियार लाइसेंस के लिए जिला प्रशासन पर कई नेताओं से दबाव बना रहे थे. इसे देखकर पुलिस ने कई बिंदुओं पर उनके इतिहास खंगालने शुरू किये, ताकि आवेदन का जल्द निपटारा हो सके. पुलिस ने जब मुखिया का इतिहास खंगालना शुरू किया तो कई चौंकाने वाली बातों के बारे में पता चला.
एक निर्दोष को जेल जाने पर पुलिसिया कार्रवाई पर उठ रहे सवालः पुलिस को उसके एक सोर्स ने बताया कि सरकारी हथियार और गार्ड के लिए मुखिया विनय पटेल फर्जी तरीके से हमले करवाया है. जब पुलिस ने उनके आरोपों, सबूतों और गवाहों को चेक किया तो मामला पकड़ में आ गया. मामले में पुलिस की ओर से कई बिंदुओं पर एफएसएल की टीम की ओर से जांच करवायी थी. एफएसएल टीम की जांच में कई बिंदुओं पर रिपोर्ट चौंकाने वाले थे. इसके बाद पूरा मामला मुखिया के खिलाफ चला गया. हथियार और बॉडीगार्ड के चक्कर में मुखिया विनय पटेल जेल पहुंच गये. वहीं इस मामले में गलत आरोपों में एक निर्दोष के जेल भेजे जाने पर पुलिसिया कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे हैं.
पंचायत प्रतिनिधियों की सुरक्षा के लिए सरकार गंभीरः बिहार के पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने हाल ही में कहा था कि बिहार में मुखिया सरपंच को हथियार का लाइसेंस (Arms license to Mukhiya sarpanch in Bihar) दिया जाएगा. पंचायती राज व्यवस्था में जीत कर आए जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा को लेकर सरकार की ओर से यह कदम उठाया गया था. बता दें कि हाल ही में 6 मुखिया की हत्या अलग-अलग जिलों में हो चुकी है. पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी के बयान दिया था कि कोई भी मुखिया या सरपंच सुरक्षा के लिए अगर आवेदन करते हैं तो उन्हें तुरंत सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी.
पढ़ें- सूबे में 5 नवनिर्वाचित मुखिया की हत्या ने बढ़ाई चिंता, अब पंचायत के प्रतिनिधियों को दी जाएगी सुरक्षा
पढ़ें- बिहार में अब जनप्रतिनिधि रखेंगे 'हथियार', मुखिया सरपंच को दिया जाएगा लाइसेंस: पंचायती राज मंत्री
विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP