अररिया: बिहार के अररिया में अपनी मांगों को लेकर टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ (TET Preliminary Teachers Association) ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी (Teachers Protest in Araria) की. दरअसल कुछ दिन पहले बीपीएससी ने प्रधानाध्यापक पद के लिए विज्ञापन जारी किया था. उसका टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ विरोध कर रहा है. इनका कहना है कि सरकार उनके साथ भेदभाव कर रही है. जिससे उन्हें यह विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है. प्रदर्शन के दौरान टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ ने बीपीएससी के द्वारा जारी विज्ञापन की प्रति को भी जलाया.
ये भी पढ़ें- विधानसभा में माले सदस्यों का प्रदर्शन, पुलिस के रवैया को लेकर सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
जलायी गयी प्रधानाध्यापक पद के विज्ञापन की प्रति: बता दें कि कुछ दिन पहले बीपीएससी ने प्रधानाध्यापक पद के लिए विज्ञापन जारी किया था. उसका टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ विरोध कर रहा है. जिसको लेकर गुरुवार को शहर के चांदनी चौक पर दर्जनों की संख्या में शिक्षक जमा हुए और उन्होंने जमकर सरकार के विरोध में नारेबाजी की. इस दौरान प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने बीपीएससी द्वारा जारी प्रधानाध्यापक पद के विज्ञापन की प्रति जलाकर प्रतिकात्मक विरोध दर्ज कराया. इसके साथ ही प्रधानाध्यापक पद के विज्ञापन में सुधार करने की मांग की.
ये भी पढ़ें- मसौढ़ी में महिलाओं ने गैस सिलेंडर के दामों में बढ़ोतरी के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन
सभी को मिले समान अवसर: टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष ने बताया कि बिहार प्रदेश संयोजक राजू सिंह के आह्वान पर राज्य भर में टीईटी शिक्षकों ने ये प्रदर्शन किया है. जिले में भी विज्ञापन की प्रति जलाकर उन लोगों ने विरोध दर्ज कराया है. उनकी मांग है कि परीक्षा में बैठने के लिए 8 वर्ष के अनुभव वाले बाध्यता को समाप्त किया जाये. जिससे सरकारी स्कूल में कार्यरत सभी शिक्षकों को प्रधानाध्यापक बनने के लिए आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षा में बैठने का समान अवसर मिले. सरकार टीईटी शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार बंद करे, और तीन वर्षों से नवप्रशिक्षित शिक्षकों का लंबित वेतन दिया जाये.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP