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अररिया: भूमि अधिग्रहण घोटाला मामले में विभाग ने नहीं दिया RTI का जवाब - Land acquisition department

देश के आंतरिक सुरक्षा को लेकर भारत सरकार द्वारा नेपाल के समानांतर 597 किमी 2 लेन बॉर्डर रोड का निर्माण होना है. इसी कड़ी में तत्कालीन डीएम हिमांशु शर्मा ने भौतिक सत्यापन के बाद भूमि माफिया और भू-अर्जन विभाग की मिलीभगत से भूमि की प्रकृति बदलकर कई सौ करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश किया था.

भूमि अधिग्रहण
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Published : Nov 20, 2019, 8:03 AM IST

अररिया: जिले में करोड़ों रुपये के भूमि अधिग्रहण घोटाला मामले में फ्रीज किये गये 200 से अधिक खातों की जानकारी प्रशासन नहीं दे रही है. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन ने इन खातों के बारे में जानकारी सार्वजनिक कर दी तो भू-माफिया समेत कई सफेदपोश और अधिकारी भी बेनकाब हो जाएंगे. शायद इसीलिए ही प्रशासन आरटीआई का जवाब नहीं दे रही है.

land acquisition scam
भूमि अधिगृहण में घोटाला

जानकारी नहीं दे रहा है विभाग
जानकारी के अनुसार आरटीआई कार्यकर्ता ने जब भू-अर्जन विभाग से जवाब मांगा तो विभाग ने अपनी असमर्थता जता दी और जवाब नहीं दिया. वहीं, स्थानीय लोगों में भी इस मुद्दे को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गयी है कि आखिर कई सौ करोड़ रुपये के घोटाले मामले में जिला प्रशासन खातों के बारे में जानकारी क्यों नहीं दे रहा है. डीएम समेत सभी अधिकारी इस मसले पर मौन हैं.

फ्रीज खातों की जानकारी नहीं दे रही प्रशासन

डीएम ने किया था घोटाले का पर्दाफाश
बता दें कि देश के आंतरिक सुरक्षा को लेकर भारत सरकार द्वारा नेपाल के समानांतर 597 किमी 2 लेन बॉर्डर रोड का निर्माण होना है. इसी कड़ी में तत्कालीन डीएम हिमांशु शर्मा ने भौतिक सत्यापन के बाद भूमि माफिया और भू-अर्जन विभाग की मिलीभगत से भूमि की प्रकृति बदलकर कई सौ करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश किया था.

अररिया: जिले में करोड़ों रुपये के भूमि अधिग्रहण घोटाला मामले में फ्रीज किये गये 200 से अधिक खातों की जानकारी प्रशासन नहीं दे रही है. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन ने इन खातों के बारे में जानकारी सार्वजनिक कर दी तो भू-माफिया समेत कई सफेदपोश और अधिकारी भी बेनकाब हो जाएंगे. शायद इसीलिए ही प्रशासन आरटीआई का जवाब नहीं दे रही है.

land acquisition scam
भूमि अधिगृहण में घोटाला

जानकारी नहीं दे रहा है विभाग
जानकारी के अनुसार आरटीआई कार्यकर्ता ने जब भू-अर्जन विभाग से जवाब मांगा तो विभाग ने अपनी असमर्थता जता दी और जवाब नहीं दिया. वहीं, स्थानीय लोगों में भी इस मुद्दे को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गयी है कि आखिर कई सौ करोड़ रुपये के घोटाले मामले में जिला प्रशासन खातों के बारे में जानकारी क्यों नहीं दे रहा है. डीएम समेत सभी अधिकारी इस मसले पर मौन हैं.

फ्रीज खातों की जानकारी नहीं दे रही प्रशासन

डीएम ने किया था घोटाले का पर्दाफाश
बता दें कि देश के आंतरिक सुरक्षा को लेकर भारत सरकार द्वारा नेपाल के समानांतर 597 किमी 2 लेन बॉर्डर रोड का निर्माण होना है. इसी कड़ी में तत्कालीन डीएम हिमांशु शर्मा ने भौतिक सत्यापन के बाद भूमि माफिया और भू-अर्जन विभाग की मिलीभगत से भूमि की प्रकृति बदलकर कई सौ करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश किया था.

Intro:करोड़ों रुपए के भूमि अधिग्रहण घोटाले में फ्रीज़ किए गए 200 बैंक खाते का खुलासा अब तक नहीं हो पाया है। भारत सरकार के दुवारा 597 किलोमीटर इंडो-नेपाल के समानांतर टू लेन सड़क का निर्माण होना था।Body:अररिया में करोड़ों रूपये के भूमि अधिग्रहण घोटाले मामले में फ्रिज किये गये 200 अकाउंट का खुलासा प्रशासन नहीं कर रहा है. यदि इस अकाउंट का खुलासा हो गया तो भू-माफिया समेत कई सफेदपोश और कई अधिकारी भी बेनकाब हो जाएंगे.इस बावत RTI कार्यकर्ता ने जब भू-अर्जन विभाग से जवाब माँगा तो विभाग ने अपनी असमर्थता जता रही है. इधर शहर के स्थानीय लोगों में भी इस मुद्दे को ले सुगबुगाहट तेज हो गयी है कि आखिर कई सौ करोड़ रूपये ले घोटाले मामले में जिला प्रशासन उन अकाउंट का खुलासा क्यों नहीं कर रहा है. डीएम समेत कोई भी अधिकारी इस मसले पर गुमकी साधे हुए है. बता दें कि देश के आंतरिक सुरक्षा को लेकर भारत सरकार द्वारा नेपाल के समानांतर 597 किमी 2 लेन बोर्डर रोड के निर्माण होना है. इसी कड़ी में भूमि माफिया और भू-अर्जन विभाग की मिलीभगत से भूमि की प्रकृति बदलकर कई सौ करोड़ रूपये के घोटाले का पर्दाफाश तत्कालीन डीएम हिमांशु शर्मा ने भौतिक सत्यापन के बाद किया था. Conclusion:संबंधित विसुअल
बाइट राजीव कुमार स्थानीय निवासी अररिया
आधिकारिक बाइट भू अर्जन पदाधिकारी मुकेश कुमार व आरटीआई कार्यकर्ता सौरभ भारद्वाज का बाइट मोजो 545 से जा रहा है।
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