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तेजस्वी महागठबंधन की रैली से नदारद, अकेले-अकेले वोटरों को रिझाने में लगी पार्टियां - Tejaswi Yadav

तेजस्वी यादव अकेले ही अपने पार्टी के प्रत्याशियों के लिए प्रचार कर रहे है. अपने गठबंधन के घटक दलों के साथ मंच साझा करने से वेअबतक बचते नजर आए हैं

तेजस्वी यादव
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Published : Apr 15, 2019, 7:44 PM IST

Updated : Apr 15, 2019, 9:00 PM IST

पटना: लोकसभा चुनावों के प्रचार में एक तरफ एनडीए नेता एक साथ मंच साझा कर रहे हैं. वहीं महागठबंधन का बिखराव साफ नजर आ रहा है. तेजस्वी यादव अकेले ही सिर्फ अपनी पार्टी के नेताओं के साथ चुनाव प्रचार करते दिख रहे हैं, जबकि उनके साथी चाहे कांग्रेस हो या फिर हम और रालोसपा सभी अलग-अलग नजर आ रहे हैं.

लालू की अनुपस्थिति में संभाला मोर्चा
लालू यादव की अनुपस्थिति में तेजस्वी यादव पहली बार पार्टी की बागडोर थामें चुनाव प्रचार अभियान में जोर-शोर से लगे हैं. मार्च के आखिरी हफ्ते से ही वे लगातार कई जगहों पर चुनावी सभाएं कर चुके हैं.

अपनी पार्टी के स्टार प्रचारक खुद तेजस्वी
इन सभी प्रचार अभियानों में एक बात समान नजर आ रही है. तेजस्वी यादव के साथ इन सभाओं में ज्यादातर उनके अपने दल के नेता ही नजर आए हैं. कहा जा सकता है कि अपनी पार्टी के एकमात्र स्टार प्रचारक खुद तेजस्वी यादव ही हैं.

अकेले कर रहे चुनावी सभा
दूसरी तरफ महागठबंधन के दूसरे घटक दल कांग्रेस, हम और उपेंद्र कुशवाहा एक साथ अलग-अलग जगहों पर चुनाव प्रचार में लगे हैं. यानी महागठबंधन के नेताओं में या तो समन्वय की कमी है या फिर वह एक साथ मंच पर आना पसंद नहीं कर रहे हैं.

अमित वर्मा की रिपोर्ट

चुनाव से पहले ही महागठबंधन की एकता ध्वस्त- BJP
बीजेपी इस मौके पर तंज कस रही है. पार्टी का कहना है कि चुनाव खत्म होने से पहले ही महागठबंधन की एकता ध्वस्त हो चुकी है. तेजस्वी अलग-थलग पड़े हैं और कांग्रेस उपेंद्र कुशवाहा को आगे करके अपना फायदा लेने में लगी है.

राजद ने किया इंकार
हालांकि राजद नेता ऐसी किसी बात से इनकार करते हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने कहा कि जो कोई भी नेता या पार्टी तेजस्वी यादव को अपने प्रचार में बुलाती है वे वहां जरूर जाते हैं.

दावों के उलट हकीकत
नेताओं के दावों के उलट हकीकत, इससे परे नजर आ रही है. गया में राहुल गांधी की सभा में मंच पर महागठबंधन के तमाम नेता मौजूद थे सिवाय तेजस्वी यादव के. उपेंद्र कुशवाहा के नॉमिनेशन में भी तेजस्वी नहीं पहुंचे. उसके बाद कई जगहों पर जहां कांग्रेस या रालोसपा के प्रत्याशियों के लिए तेजस्वी सभा करने नहीं गए, बताया गया कि उनकी तबीयत खराब है.

तेजस्वी की गैरमौजूदगी के क्या है कारण
लगातार महागठबंधन के घटक दलों की चुनावी सभाओं में तेजस्वी की गैरमौजूदगी कई सवाल उठा रही हैं. क्या कारण है कि तेजस्वी कांग्रेस और रालोसपा नेताओं के साथ मंच साझा करने से बच रहे हैं. देखना होगा कि तेजस्वी की गैरमौजूदगी महागठबंधन पर भारी ना पड़ जाए.

पटना: लोकसभा चुनावों के प्रचार में एक तरफ एनडीए नेता एक साथ मंच साझा कर रहे हैं. वहीं महागठबंधन का बिखराव साफ नजर आ रहा है. तेजस्वी यादव अकेले ही सिर्फ अपनी पार्टी के नेताओं के साथ चुनाव प्रचार करते दिख रहे हैं, जबकि उनके साथी चाहे कांग्रेस हो या फिर हम और रालोसपा सभी अलग-अलग नजर आ रहे हैं.

लालू की अनुपस्थिति में संभाला मोर्चा
लालू यादव की अनुपस्थिति में तेजस्वी यादव पहली बार पार्टी की बागडोर थामें चुनाव प्रचार अभियान में जोर-शोर से लगे हैं. मार्च के आखिरी हफ्ते से ही वे लगातार कई जगहों पर चुनावी सभाएं कर चुके हैं.

अपनी पार्टी के स्टार प्रचारक खुद तेजस्वी
इन सभी प्रचार अभियानों में एक बात समान नजर आ रही है. तेजस्वी यादव के साथ इन सभाओं में ज्यादातर उनके अपने दल के नेता ही नजर आए हैं. कहा जा सकता है कि अपनी पार्टी के एकमात्र स्टार प्रचारक खुद तेजस्वी यादव ही हैं.

अकेले कर रहे चुनावी सभा
दूसरी तरफ महागठबंधन के दूसरे घटक दल कांग्रेस, हम और उपेंद्र कुशवाहा एक साथ अलग-अलग जगहों पर चुनाव प्रचार में लगे हैं. यानी महागठबंधन के नेताओं में या तो समन्वय की कमी है या फिर वह एक साथ मंच पर आना पसंद नहीं कर रहे हैं.

अमित वर्मा की रिपोर्ट

चुनाव से पहले ही महागठबंधन की एकता ध्वस्त- BJP
बीजेपी इस मौके पर तंज कस रही है. पार्टी का कहना है कि चुनाव खत्म होने से पहले ही महागठबंधन की एकता ध्वस्त हो चुकी है. तेजस्वी अलग-थलग पड़े हैं और कांग्रेस उपेंद्र कुशवाहा को आगे करके अपना फायदा लेने में लगी है.

राजद ने किया इंकार
हालांकि राजद नेता ऐसी किसी बात से इनकार करते हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने कहा कि जो कोई भी नेता या पार्टी तेजस्वी यादव को अपने प्रचार में बुलाती है वे वहां जरूर जाते हैं.

दावों के उलट हकीकत
नेताओं के दावों के उलट हकीकत, इससे परे नजर आ रही है. गया में राहुल गांधी की सभा में मंच पर महागठबंधन के तमाम नेता मौजूद थे सिवाय तेजस्वी यादव के. उपेंद्र कुशवाहा के नॉमिनेशन में भी तेजस्वी नहीं पहुंचे. उसके बाद कई जगहों पर जहां कांग्रेस या रालोसपा के प्रत्याशियों के लिए तेजस्वी सभा करने नहीं गए, बताया गया कि उनकी तबीयत खराब है.

तेजस्वी की गैरमौजूदगी के क्या है कारण
लगातार महागठबंधन के घटक दलों की चुनावी सभाओं में तेजस्वी की गैरमौजूदगी कई सवाल उठा रही हैं. क्या कारण है कि तेजस्वी कांग्रेस और रालोसपा नेताओं के साथ मंच साझा करने से बच रहे हैं. देखना होगा कि तेजस्वी की गैरमौजूदगी महागठबंधन पर भारी ना पड़ जाए.

Intro:चुनाव प्रचार में इस बार एक तरफ तो एनडीए नेता एक साथ मंच शेयर करते दिख रहे हैं। वहीं महागठबंधन का बिखराव साफ नजर आ रहा है। तेजस्वी यादव हर जगह अकेले सिर्फ अपनी पार्टी के नेताओं के साथ चुनाव प्रचार करते दिख रहे हैं जबकि उनके साथी चाहे कांग्रेस हो या फिर हम और रालोसपा सभी अलग-अलग नजर आ रहे हैं। पेश है एक खास रिपोर्ट


Body:लालू यादव की अनुपस्थिति में तेजस्वी यादव पहली बार पार्टी की बागडोर था में थाने चुनाव प्रचार अभियान में जोर-शोर से लगे हुए हैं मार्च के आखिरी हफ्ते से ही वे लगातार कई जगहों पर चुनावी सभाएं कर चुके हैं इन सभी में हाला की एक बात कॉमन रही है और वह है कि इन सभी सभाओं में तेजस्वी यादव के साथ ज्यादातर उनके अपने दल के नेता ही खड़े नजर आए हैं। यानी अपनी पार्टी के एकमात्र स्टार प्रचारक खुद तेजस्वी यादव ही हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस, हम और उपेंद्र कुशवाहा एक साथ अलग-अलग जगहों पर चुनाव प्रचार में लगे हैं। यानी महागठबंधन के नेताओं में या तो समन्वय की कमी है या फिर वह एक साथ मंच पर आना पसंद नहीं कर रहे।
बीजेपी का कहना है कि चुनाव खत्म होने से पहले ही महागठबंधन की एकता ध्वस्त हो चुकी है। तेजस्वी अलग-थलग पड़े हैं और कांग्रेस उपेंद्र कुशवाहा को आगे करके अपना फायदा लेने में लगी है।


Conclusion:हालांकि राजद नेता ऐसी किसी बात से इनकार करते हैं राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने कहा कि जो कोई भी नेता या पार्टी तेजस्वी यादव को अपने यहां प्रचार में बुलाती है विवाह जरूर जाते हैं लेकिन जैसा कि गया में राहुल गांधी की सभा में देखने को मिला वहां उस मंच पर महागठबंधन के तमाम नेता मौजूद थे शिवाय तेजस्वी यादव के उपेंद्र कुशवाहा के नॉमिनेशन में भी तेजस्वी यादव नहीं पहुंचे । उसके बाद कई जगहों पर जहां कांग्रेस या रालोसपा के प्रत्याशी मैदान में हैं, वहां तेजस्वी यादव सभा करने नहीं पहुंच पाए। बताया गया कि उनकी तबीयत खराब है। लेकिन सवाल तो उठ रहे हैं कि आखिर क्या बात है कि तेजस्वी कांग्रेस और सपा नेताओं के साथ मंच शेयर करने से बच रहे हैं।

बाइट निखिल आनंद बीजेपी नेता
शिवानंद तिवारी राजद नेता
पीटीसी
Last Updated : Apr 15, 2019, 9:00 PM IST
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