पटना: राजधानी पटना में करोना काल (Corona Period) के एक लंबे अरसे बाद सभी फूल बेचने वाले अब खुश नजर आ रहे हैं. बिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) का लहर चल रहा है और इस चुनावी मेले में माला की खूब बिक्री हो रही है. करोना काल में सैकड़ों एकड़ में लगे हुए फूल की खेती बर्बाद हो गई थी. फूल का डिमांड कहीं नहीं था लेकिन इन दिनों चुनावी मेल में फूलवालों की खूब बिक्री हो रही है जिससे सभी मालाकारों में खुशी की लहर है.
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दरअसल, करोना काल के वक्त में खेतों में हजारों एकड़ में लगे हुए फूल बर्बाद हो रहे थे लेकिन अब धीरे-धीरे उनकी जिंदगी पटरी पर लौट रही है. फिलहाल इस वक्त चुनावी मेले का आयोजन चल रहा है और रोज नामांकन के इस दौर में प्रतिदिन हर फूलवाला 3 हजार रुपये से अधिक की कमाई कर रहा है. दरअसल, चुनावी मेले में मालाओं की बिक्री बढ़ गई है. फूल बेचने वाले और माला बेचने वालों की इस समय बल्ले-बल्ले है.
माला बेचने वाले शख्स ने बताया कि करोना काल में हम लोग की जिंदगी बेपटरी हो गई थी. पट्टा पर फूल की खेती किये थे लेकिन हजारों रुपए बर्बाद हो गए थे. चुनावी मेले की एक माला की कीमत तकरीबन 15 या 20 रुपये बताई जा रही है. ऐसे में मसौढ़ी प्रखंड में चल रहे नामांकन के इस दौर में सैकड़ों माला बिक रही है.
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एक फूल माला बेचने वाले ने कहा कि- 'करोना के एक लंबे अरसे बाद कुछ पैसों की कमाई हो जा रही है. करोना काल में कर्ज लेकर खेती फूल की खेती किए थे लेकिन करोना काल में बहुत ही हानि हुई है. बिजनेस बहुत ही मंदा पड़ गया था. पंचायत चुनाव में माला की बिक्री खूब हो रही है. बहुत डिमांड हो रही है. कभी-कभी माला ही खत्म हो जाती है. अब जरा सुकून है कि थोड़ा बहुत पैसे कमा ले रहे हैं.'
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