पटना: पश्चिम बंगाल में इस वर्ष विधानसभा चुनाव (Assembly Elections in West Bengal) संपन्न होने के बाद, अब इसी साल के अंत तक नगर निकाय चुनाव (Municipal Election in West Bengal) होने हैं. विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी को बिना शर्त समर्थन देने वाले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने नगर निकाय चुनाव में उतरने की तैयारी शुरू कर दी है. पार्टी की बंगाल इकाई (RJD Bengal Unit) ने इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष को एक प्रस्ताव सौंपा है.
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पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद अब बंगाल में निकाय चुनाव की तैयारी हो रही है. बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल भी बंगाल में निकाय चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. राजद की बंगाल इकाई ने तेजस्वी यादव को उन तमाम निकायों की एक लिस्ट सौंपी है, जिन पर राजद चुनाव लड़ना चाहता है.
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पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव ने ईटीवी भारत को बताया कि 16 अक्टूबर को बंगाल आरजेडी की प्रदेश अध्यक्ष बिंदा राय ने तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी. इस मुलाकात में बिंदा राय ने एक लिस्ट तेजस्वी यादव को दी है, जिसमें उन निकायों की सूची है, जिन पर बंगाल आरजेडी चुनाव लड़ना चाहता है.
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फिलहाल तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा उपचुनाव को लेकर चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं, इसलिए उपचुनाव के बाद इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा होने की संभावना है. इधर राजद प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि विधानसभा चुनाव में परिस्थितियां अलग थीं. उस वक्त भाजपा से मुकाबले के लिए हमने तृणमूल कांग्रेस को बिना शर्त समर्थन दिया था.
"इस बार पार्टी अपने संगठन को मजबूत करने के लिए नगर निकाय चुनाव में उतरने का मन बना चुकी है. हालांकि इस पर आखिरी फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष लेंगे. हावड़ा नगर निगम और म्युनिसिपल इलेक्शन के चुनाव में आरजेडी की बंगाल इकाई किस्मत आजमाना चाहती है. उनके प्रस्ताव पर पार्टी विचार कर रही है. उम्मीद है कि इस बार पार्टी वहां चुनाव लड़कर अपने संगठन को मजबूती प्रदान करेगी."- एजाज अहमद, प्रदेश प्रवक्ता, राजद
बता दें कि पश्चिम बंगाल में नगर निकाय चुनाव की घोषणा 30 अक्टूबर के बाद हो सकती है. राज्य चुनाव आयोग ने कोलकाता और हावड़ा के दो नगर निगम सहित 112 शहरी निकायों के लिए लंबित चुनाव दिसंबर में कराए जाने के संकेत दिए हैं. इस चुनाव में राजद की बंगाल इकाई पूरे दमखम के साथ उतरना चाहती है.
राष्ट्रीय जनता दल ने इसी वर्ष अप्रैल मई महीने में हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को बिना शर्त समर्थन दिया था. इस मामले में भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रीय जनता दल पर कटाक्ष किया है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय सिंह टाइगर ने कहा कि बिहार छोड़कर राजद को बाहर कोई नहीं जानता.
"हर पार्टी अपना विस्तार चाहती है, लेकिन बंगाल में ना तो राजद को और ना ही इनके नेता को कोई जानता है. इसलिए चुनाव लड़ने से कुछ हासिल नहीं होगा. बंगाल में टीएमसी को समर्थन देने का क्या मतलब था. समर्थन का मतलब वहीं होता है, जहां जनाधार हो."- संजय सिंह टाइगर प्रदेश प्रवक्ता भाजपा
इस पूरे मामले पर हमने बात की बिहार के वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक रवि उपाध्याय से. उन्होंने कहा कि राजद का संगठन पश्चिम बंगाल में भी है. विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने ममता बनर्जी की पार्टी को समर्थन दिया था और तेजस्वी ने ममता की पार्टी के लिए चुनाव प्रचार भी किया था.
"अब अगर वे नगर निकाय चुनाव में उतरने की तैयारी कर रहे हैं तो कहीं ना कहीं तेजस्वी की युवा छवि और भविष्य की रणनीति को देखते हुए ही यह तय किया गया है. राजद बिहार के अलावा अन्य राज्यों में भी अपने संगठन के विस्तार की कोशिश में है. यही वजह है कि वह नगर निकाय चुनाव में अपनी किस्मत आजमाना चाहता है."- रवि उपाध्याय, वरिष्ठ पत्रकार
बता दें कि बंगाल में दो नगर निगम कोलकाता और हावड़ा समेत 112 नगर निकाय में चुनाव दिसंबर में होंगे. 30 अक्टूबर के बाद इसकी अधिसूचना जारी हो सकती है. इस चुनाव में राजद की बंगाल इकाई पूरे दमखम के साथ उतरना चाहती है. फिलहाल बिहार विधानसभा की दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव में पार्टी व्यस्त है. ऐसे में उपचुनाव के बाद बड़ा फैसला हो सकता है.