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जहरीली शराब कांड पर बोली कांग्रेस- 'छोटे अफसरों पर कार्रवाई, बड़ी मछलियों को सरकार का संरक्षण'

बिहार में जहरीली शराब पीने से मौत पर सियासत तेज हो गई है. विपक्ष के निशाने पर सरकार है. कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मामले में छोटे अधिकारियों पर कार्रवाई कर खानापूर्ति की जा रही है.

जहरीली शराब कांड पर सियासत तेज
जहरीली शराब कांड पर सियासत तेज
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Published : Nov 6, 2021, 10:25 AM IST

Updated : Nov 6, 2021, 10:37 AM IST

पटना: बिहार में जहरीली शराब पीने से हुई मौत (Death Due to Drinking Poisonous Liquor in Bihar) मामले में सियासत तेज हो गई है. गोपालगंज और बेतिया में जहरीली शराब से हुए मौत को लेकर थानाध्यक्ष (SHO) जमादार और चौकीदार पर कार्रवाई की गई है इसको लेकर कांग्रेस (Congress) ने सरकार (Government) पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि बड़ी मछलियों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है और उसे बचाया जा रहा है.

ये भी पढ़ें- बिहार में जहरीली शराब से मौत का मामला: 72 घंटे में 33 की मौत, 3 गिरफ्तारी

कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा है कि- 'सरकार जहरीली शराब के मामले में सिर्फ छोटे अधिकारियों पर कार्रवाई कर कोरम पूरा कर रही है जो कि गलत है. शराब तस्करी बड़े लोग करते है और बड़े अधिकारी की इस कांड में संलिप्तता है. सरकार उनपर कार्रवाई क्यों नहीं करती है.'

'सरकार को उनपर भी कार्रवाई करनी चाहिए जिससे पोल खुलेगी की आखिर जहरीली शराब बना कौन रहा है. खासकर मद्य निषेद मंत्री का ये क्षेत्र है उसमें कौन ऐसे लोग हैं जो जहरीली शराब परोस रहे है. सबसे ज्यादा मौत जहरीली शराब से मंत्री के गृह जिले में हो रही है.' : राजेश राठौड़, प्रवक्ता कांग्रेस

देखें वीडियो

ये भी पढ़ें- बेगूसराय में लूट के दौरान अपराधियों ने स्वर्ण व्यवसायी को मारी गोली, हालत गंभीर

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मंत्री भी बड़ी मछलियों को पकडने में असमर्थ हैं. हम मांग करते है पुलिस एसोसिएशन के लोगों से की वो आवाज उठाये की आखिर किस हालात में थानाध्यक्ष ,जमादार और चौकीदार पर कार्रवाई होती है. विभाग के बड़े अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं होती है.

इसको लेकर सरकार को जबाब देना ही होगा कि ऐसी कौन से परिस्थिति है कि बड़े अधिकारी और बड़े शराब तस्कर पर कार्रवाई नहीं हो रही है. जनता इसका जवाब चाहती है.

ये भी पढ़ें- आज कलम के आराध्य देव भगवान चित्रगुप्त की पूजा, जानिए शुभ मुहूर्त

बताते चलें कि बिहार में जहरीली शराब पीने से मौत के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. पिछले 15 दिनों में बिहार के अलग-अलग हिस्सों से जहरीली शराब पीने से 41 लोगों की मौत होने की खबर है. 72 घंटे में तक 33 से ज्यादा की मौत हो चुकी है. गोपालगंज में जहरीली शराब कांड (Gopalganj Poisonous Liquor case) में 18 लोगों की मौत हो चुकी है. 6 लोगों की हालत गंभीर है.

उनका इलाज गोपालगंज के सदर अस्पताल (Sadar Hospital Gopalganj) और मोतिहारी के सरकारी अस्पताल में चल रहा है. इनमें से कई लोगों की आंखों की रोशनी खत्म होने की बात कही गई है. वहीं, जिला प्रशासन ने 11 मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम करा दिया है. दूसरी ओर पश्चिम चंपारण जिले में जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 15 हो गया है.

ये भी पढ़ें- 'खुद की पीठ थपथपाना बंद करें सीएम नीतीश, शराबबंदी से पहले अपनी नीयत की करें समीक्षा'

हालांकि जहरीली शराब से हो रही मौतों के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि छठ के बाद शराबबंदी को लेकर समीक्षा बैठक करेंगे. शराबबंदी को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए बड़ा अभियान चलाया जाएगा.

ये भी पढ़ें- जहरीली शराब से मौत के बाद विपक्ष ने उठाए शराबबंदी पर सवाल, नीतीश से इस्तीफे की मांग

ये भी पढ़ें- आठ नवंबर से शुरू होगा छठ महापर्व, 7 तक घाट तैयार करने का निर्देश

नोट- अगर आपको शराब की अवैध खरीद-बिक्री, उपभोग की जानकारी मिलती है तो मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के टॉल फ्री नंबर 15545 एवं 18003456268 पर शिकायत करें

पटना: बिहार में जहरीली शराब पीने से हुई मौत (Death Due to Drinking Poisonous Liquor in Bihar) मामले में सियासत तेज हो गई है. गोपालगंज और बेतिया में जहरीली शराब से हुए मौत को लेकर थानाध्यक्ष (SHO) जमादार और चौकीदार पर कार्रवाई की गई है इसको लेकर कांग्रेस (Congress) ने सरकार (Government) पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि बड़ी मछलियों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है और उसे बचाया जा रहा है.

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कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा है कि- 'सरकार जहरीली शराब के मामले में सिर्फ छोटे अधिकारियों पर कार्रवाई कर कोरम पूरा कर रही है जो कि गलत है. शराब तस्करी बड़े लोग करते है और बड़े अधिकारी की इस कांड में संलिप्तता है. सरकार उनपर कार्रवाई क्यों नहीं करती है.'

'सरकार को उनपर भी कार्रवाई करनी चाहिए जिससे पोल खुलेगी की आखिर जहरीली शराब बना कौन रहा है. खासकर मद्य निषेद मंत्री का ये क्षेत्र है उसमें कौन ऐसे लोग हैं जो जहरीली शराब परोस रहे है. सबसे ज्यादा मौत जहरीली शराब से मंत्री के गृह जिले में हो रही है.' : राजेश राठौड़, प्रवक्ता कांग्रेस

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कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मंत्री भी बड़ी मछलियों को पकडने में असमर्थ हैं. हम मांग करते है पुलिस एसोसिएशन के लोगों से की वो आवाज उठाये की आखिर किस हालात में थानाध्यक्ष ,जमादार और चौकीदार पर कार्रवाई होती है. विभाग के बड़े अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं होती है.

इसको लेकर सरकार को जबाब देना ही होगा कि ऐसी कौन से परिस्थिति है कि बड़े अधिकारी और बड़े शराब तस्कर पर कार्रवाई नहीं हो रही है. जनता इसका जवाब चाहती है.

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बताते चलें कि बिहार में जहरीली शराब पीने से मौत के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. पिछले 15 दिनों में बिहार के अलग-अलग हिस्सों से जहरीली शराब पीने से 41 लोगों की मौत होने की खबर है. 72 घंटे में तक 33 से ज्यादा की मौत हो चुकी है. गोपालगंज में जहरीली शराब कांड (Gopalganj Poisonous Liquor case) में 18 लोगों की मौत हो चुकी है. 6 लोगों की हालत गंभीर है.

उनका इलाज गोपालगंज के सदर अस्पताल (Sadar Hospital Gopalganj) और मोतिहारी के सरकारी अस्पताल में चल रहा है. इनमें से कई लोगों की आंखों की रोशनी खत्म होने की बात कही गई है. वहीं, जिला प्रशासन ने 11 मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम करा दिया है. दूसरी ओर पश्चिम चंपारण जिले में जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 15 हो गया है.

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हालांकि जहरीली शराब से हो रही मौतों के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि छठ के बाद शराबबंदी को लेकर समीक्षा बैठक करेंगे. शराबबंदी को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए बड़ा अभियान चलाया जाएगा.

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नोट- अगर आपको शराब की अवैध खरीद-बिक्री, उपभोग की जानकारी मिलती है तो मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के टॉल फ्री नंबर 15545 एवं 18003456268 पर शिकायत करें

Last Updated : Nov 6, 2021, 10:37 AM IST
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