पटनाः लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ (Chhath Puja 2021) पूजा की शुरुआत नहाए खाए के साथ 8 अक्टूबर से शुरू होना है. गंगा के घाटों पर गंदगी का अंबार बना हुआ है. घाट किनारे जगह-जगह दलदल कीचड़ पसरा हुआ है. ऐसे में 15 दिन से कम समय में गंगा घाटों पर श्रद्धालु छठ महापर्व मना पायेंगी, इसकी उम्मीद कम ही है.
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ईटीवी भारत की टीम ने दीघा कलेक्ट्रेट घाट, मिश्री घाट, जहाज घाट, क्लब घाट का जायजा लिया. जायजे के दौरान पाया गया की दुर्गा पूजा के विसर्जन के सामानों को अभी तक नहीं हटाया गया है. सीढ़ियों पर काफी कचरा पसरा हुआ है. पक्की सीढ़ियों पर मिट्टी जमा हुआ है. घाट का ज्यादतर हिस्सा दलदल में तब्दील है. और यह स्थिति एक दो नहीं लगभग पटना के सभी घाटों की है.
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इस साल छठ व्रती में काफी उत्साह है. लोगों को घाटों पर पहुंचने के लिए जिला प्रशासन को काफी तत्परता दिखानी होगी तभी जाकर के घाटों को सुरक्षित बनाया जा सकता है. साथ ही साथ साफ-सफाई कराने के लिए नगर निगम प्रशासन को काफी मेहनत करना होगा. इसके बाद जाकर के कुछ घाटों को छठ व्रती के लिए तैयार किया जा सकता है.
नगर निगम और जिला प्रशासन के अधिकारी कई घाटों का भले ही 20 अक्टूबर को जायजा लिए हैं, लेकिन अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है. कौन-कौन से घाट छठ व्रतियों के लिए तैयार किये जायेंगे. एनआईटी और कृष्णा घाट पर पानी सामान्य है, लेकिन जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम अभी तक साफ-सफाई को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया पाया है. घाट पर कोई मजदूर घाट की सफाई करते नजर नहीं आ रहे हैं.
कॉलेज घाट की स्थिति भी कुछ सही नहीं है. वहां भी दलदल की स्थिति है. काली घाट पर भी मिट्टी का अंबार लगा हुआ है. अगर कुल मिलाकर देखा जाए तो घाटों की स्थिति अभी अच्छी नहीं है. प्रशासन सिर्फ जानकारी प्राप्त करने में जुटी है. कई लोग अभी से ही घाटों की पड़ताल करने घाट किनारे पहुंच रहे हैं.
ईटीवी ने अवधेश सिंह से बात की तो उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि घाटों की स्थिति ठीक नहीं है. जिला प्रशासन को तत्परता के साथ अभी से ही घाटों की साफ-सफाई के मुकम्मल व्यवस्था के लिए काम करना चाहिए. लेकिन प्रसासन की दिलचस्पी दिखाई नहीं दे रहा है. वहीं संगीता देवी ने बताया कि हर साल अंतिम समय में जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम का नींद खुलता है.
अभी घाटों पर जो हालत हैं, उसे देखने से ही पता चल रहा है कि यहां पर छठ पूजा नहीं किया जा सकता है. अभी भी जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम अगर साफ-सुथरा करके छठ व्रतियों के लिए घाट तैयार कर दे तो छठ पूजा किया जा सकता है.