नालंदा: बिहार के नालंदा में लोदीपुर नरसंहार (Massacre) के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. जिले के छबीलापुर थाना क्षेत्र के लोदीपुर गांव में बुधवार को हुए खूनी संघर्ष के बाद पूरा गांव पुलिस छावनी (Police Cantonment) में तब्दील है. गुरुवार को पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई और छापेमारी के डर से पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है.
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गांव के पुरुष घर छोड़कर फरार हो चुके हैं, वहीं महिलाएं और बच्चे भी अपने-अपने घरों के अंदर ही हैं. इस घटना के बाद पूरे गांव में जहां मातम पसरा हुआ है, वहीं गांव में इस घटना को लेकर तनाव बना हुआ है. इस घटना के बाद पूरे गांव में पुलिसकर्मी और मीडियाकर्मी की चहलकदमी देखी गई, जबकि सभी ग्रामीण घरों में कैद दिखे.
नालंदा के पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद एस के नेतृत्व में अपराधियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है. वहीं, मृतकों के शवों को बिहार शरीफ सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया. जिसके बाद परिजनों ने उनका अंतिम संस्कार किया. मृतकों के परिजनों को कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत 20-20 हजार की सहायता राशि प्रदान की गई है.
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नरसंहार मामले में 6 लोगों की मौत के बाद पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. मृतक के परिजन के बयान पर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई. दर्ज प्राथमिकी में 16 लोगों को नामजद और अन्य अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है.
बता दें कि जमीन का विवाद लंबे समय से चला आ रहा था. जिसके बाद यह मामला न्यायालय में चल रहा था. बॉन्ड भरा गया था कि जब तक न्यायालय के मामले का निपटारा नहीं हो जाता, तब तक कोई भी पक्ष खेत नहीं जोतेगा. इसी बीच बुधवार को पुलिस के सहयोग से दूसरे गुट के द्वारा जमीन पर जोत का काम शुरू किया गया और जब दूसरे पक्ष के द्वारा पुलिस को कॉल किया गया, तब पुलिस ने मामले को अनसुना कर दिया. जिसके बाद मामला बढ़ गया और गोलीबारी हो गई.