कटिहार: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के न्यासी सदस्य कामेश्वर चौपाल कटिहार पहुंचे. विश्व हिन्दू परिषद के एक दिवसीय कार्यक्रम में भाग लेने वो यहां आए थे. यहां कार्यक्रम के दौरान राम मंदिर के निर्माण को लेकर उन्होंने अहम घोषणा की. कामेश्वर चौपाल ने कहा कि 4 अप्रैल को अयोध्या में भूमि पूजन की तारीख तय हो जाएगी. इसके बाद मंदिर निर्माण में हाथ लगाया जाएगा. उनके साथ बीएचपी के बिहार - झारखंड के संगठन मंत्री केशव राजू भी मौजूद रहे.
'अप्रैल में भूमि पूजन करके मंदिर निर्माण का काम होगा शुरू'
ट्रस्ट के न्यासी सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया कि 4 अप्रैल को अयोध्या में एक बैठक होनी है. इस बैठक में गर्भ गृह के मूल स्थान पर भूमि पूजन की तिथि तय हो कर दी जाएगी. उन्होंने बताया कि राम मंदिर में प्रभु श्रीराम अभी जिस जगह विराजमान है उनको स्थानांतरित करके नये भवन में रखा जायेगा. पूजा-पाठ, दर्शन सब कुछ वहां से ही होगा. जिस स्थान पर गर्भ गृह है वहां भव्य राम मंदिर बनाने के लिये उस स्थान की साफ-सफाई, सॉइल टेस्टिंग का सारा काम मार्च 2020 में ही पूरा हो जायेगा. उन्होंने इस बात की संभावना जताई कि अप्रैल में भूमि पूजन करके मंदिर निर्माण का काम शुरू हो जायेगा.
बिहार के लोगों से मंदिर निर्माण जुटने की अपील
न्यासी सदस्य ने बताया कि बिहार से प्रभु राम का संबंध उनके जन्म से पहले का हैं. ये उनकी दीक्षा भूमि है, ये उनकी संकल्प भूमि हैं. राम को सीता के रूप में अपनी स्त्री बिहार से मिली थी. उन्होंने बिहार के लोगों से अपील करते हुए कहा कि राज्य के नागरिक अपनी पूरी भक्ति और शक्ति के साथ ज्यादा से ज्यादा संख्या में मंदिर निर्माण के साथ जुटें.
बिहार में ग्यारह हजार गांवों में रामोत्सव का होगा आयोजन
पूरे देश में चार लाख पचास हजार रामोत्सव आयोजित होने है. बिहार में ग्यारह हजार गांवों में रामोत्सव आयोजित होगा. इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बिहार और झारखंड के संगठन मंत्री केशव राजू ने बताया कि इस बार विश्व हिंदू परिषद की ओर से रामनवमी, वर्षप्रतिपदा से लेकर आठ अप्रैल को हनुमान जयंती तक बिहार में ग्यारह हजार गांवों में रामोत्सव के नाम से सभा होगी. ये रामजी की सभा होगी इसमें यज्ञ होगा और पूरे देश में इस तरह के चार लाख पचास हजार रामोत्सव आयोजित किये जायेगें.