मोतिहारी : मुजफ्फरपुर से आई निगरानी की टीम ने पूर्वी चंपारण जिला के रक्सौल थाना में पदस्थापित सब इंस्पेक्टर और एक चौकीदार को 18 हजार रुपया रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार एसआई संजीवन पासवान एक कांड से नाम काटने और केस डायरी में मदद करने के एवज में 20 हजार रुपये मांग रहे थे.
रिश्वत की राशि को एसआई, चौकीदार रोहित पासवान के माध्यम से ले रहे थे. उसी दौरान निगरानी की टीम ने दोनों को दबोच लिया. एसआई संजीवन पासवान रक्सौल के वार्ड नंबर 22 में किराये के मकान में रिश्वत लेते हुए पकड़े गए.
18 हजार रुपये में डील हुई थी फाइनल : मिली जानकारी के अनुसार पश्चिमी चंपारण के गौनाहा थाना क्षेत्र स्थित माधोपुर बैरिया के रहने वाले मनोज सिंह पर रक्सौल थाना में 3 अप्रैल 2024 को कांड सं0-113/24 दर्ज हुआ था. जिस केस को लेकर मनोज सिंह के पुत्र विपुल सिंह पैरवी और दौड़धूप कर रहे थे. इसी दौरान इस केस से नाम काटने और केस डायरी में मदद करने के एवज में अनुसंधानकर्ता संजीवन पासवान ने विपुल सिंह से 20 हजार रुपया रिश्वत की मांग की थी, जो 18 हजार रुपया में फाइनल हुआ था.
निगरानी विभाग में दर्ज करायी शिकायत : उसके बाद विपुल सिंह ने 31 जुलाई को निगरानी विभाग में एसआई द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत दर्ज करायी थी. विपुल की शिकायत की सत्यता की जांच करने के बाद निगरानी की टीम ने जाल बिछाया. फिर एसआई संजीवन पासवान को चौकीदार रोहित पासवान के माध्यम से विपुल सिंह रिश्वत के 18 हजार रुपया दे रहे थे. उसी दौरान निगरानी की टीम ने दोनों को रिश्वत लेते रंगे हाथ धर दबोचा.
मुजफ्फरपुर लेकर गई टीम : निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की मुख्यालय की टीम डीएसपी राजेश कुमार के नेतृत्व में रक्सौल आई थी. निगरानी की टीम गिरफ्तार संजीवन पासवान और रोहित पासवान को लेकर मुजफ्फरपुर निकल गई. दोनों से पूछताछ के बाद उन्हें निगरानी के विशेष न्यायालय में उपस्थापित कराया जाएगा.
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