उमरिया। दिल्ली में लगी रूटस चित्रकला प्रदर्शनी में उमरिया जिले के बैगा आदिवासी चित्रकारों के 150 से ज्यादा चित्र शामिल किए गए. आशीष आर्ट गैलरी के संचालक निमिष स्वामी ने बताया कि फाइन आर्ट की दुनिया में बैगा आदिवासी चित्रकला को बहुत पसंद किया जाता है और इनकी शैली को लोग देखना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि डॉक्टर मिशेल क्राइट्स द्वारा लगाई गई रूट्स चित्रकला प्रदर्शनी में उन्हें भी अहम भूमिका निभाने का अवसर मिला है. उमरिया जिले के आदिवासी चित्रकारों की कलाकृतियां रूट्स की बुक में छा गई हैं.
रूट्स बुक दिल्ली में लांच
रूट्स बुक दिल्ली में लांच की गई. इस बुक में देश के कुल 24 आदिवासी चित्रकारों के चित्रों का प्रकाशन किया गया है, जिसमें से 7 कलाकार अकेले उमरिया जिले के हैं. खास बात यह है कि इस बुक में गोंड़ चित्रकार स्वर्गीय जनगण सिंह श्याम के चित्र भी शामिल किए गए हैं. बता दें कि जनगण सिंह श्याम डिडौंरी जिले के आदिवासी गोंड़ चित्रकार थे. जिनका विदेश प्रवास के दौरान निधन हो गया था. दिल्ली के हैबीटेड सेंटर में आदिवासी चित्रकारों के चित्रों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है, जहां रूटस की इस बुक को शुक्रवार को लांच किया गया. यह प्रदर्शनी 1 फरवरी को शुरू हुई है और 14 फरवरी तक चलेगी.
आदिवासियों के चित्र शामिल
प्रदर्शनी में बैगा, गोंड, मुरिया आदिवासी चित्र शैली के चित्र शामिल किए गए हैं. रूटस बुक में कुल 24 कलाकारों का नाम शामिल किया गया है, जिसमें सात बैगा कलाकार हैं. जनगण तस्वीर खाना के संचालक निमिष स्वामी ने बताया कि इनमें पद्मश्री जोधाइया बाई, झूलन बाई बैगा, रूपा बैगा, सकुन बैगा, फगुनी बैगा, हेमा बैगा, रिंकु बैगा के काम शामिल किए गए हैं. इसके अलावा तीन गोंड कलाकार स्व.जनगण सिंह श्याम, नर्मदा प्रसाद टेकाम, आकाश उईके का भी काम इसमें शामिल है.
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इन कलाकारों के काम संकलित
रूटस बुक में चार मंडावी कलाकार पिसादू राम, बेलगुर, जयराम और बलदेव मंडावी और सुंदरी बाई रजवार का काम संकलित किया गया है. खास बात यह है कि जिन सात बैगा कलाकारों के चित्र इस बुक में शामिल किए गए हैं, वे सभी उमरिया जिले के हैं. उमरिया जिले के जनगण तस्वीरखाना, आशीष आर्ट गैलरी ग्राम लोढ़ा की कलाकार सकुन बैगा, हेमा बैगा, रूपा बैगा, रामरति बैगा, फगुनी बैगा की 150 से ज्यादा चित्र शामिल किए गए हैं. ये वे आदिवासी चित्रकार हैं, जिन्होंने विलुप्त होती बैगा आदिवासी चित्रकला को फिर से पहचान दिलाई है.