उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर के गर्भ गृह में भस्म आरती के हुई आगजनी घटना की जांच रिपोर्ट दो दिन बाद आएगी. इससे पहले महाकाल मंदिर में कई बड़े बदलाव किए गए हैं. जो रंग पंचमी और आने वाले दिनों में देखने मिलेंगे. इसके साथ ही रंग पंचमी पर किसी बाहरी व्यक्ति द्वारा मंदिर में गुलाल ले जाना प्रतिबंधित किया गया है. चेकिंग पॉइंट लगाए जाएंगे. मंदिर समिति द्वारा दी गई चीजों का उपयोग किया जाएगा. अगर को गलत तरीके से कोई सामान लेकर आता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं कलेक्टर ने कहा कि इस मामले में फायर एक्सपर्ट की राय भी ली जा रही है.
गर्भ गृह में उड़ रही गुलाल मानी जा रही आग की वजह
होली के दिन सुबह भस्म आरती के दौरान हुए अग्निकांड के बाद जिला प्रशासन सख्त नजर आ रहा है. कलेक्टर नीरज कुमार सिंह का कहना है कि 'इस पूरे मामले में दो दिन बाद जांच रिपोर्ट सामने आएगी. फिलहाल आग लगने का कारण जो सामने आ रहा है, वह गर्भ गृह में उड़ रही गुलाल माना जा रहा है. जो जलते हुए कपूर के ऊपर गिरी और आग लग गई. हालांकि मंदिर समिति का यह कहना है कि फूलों से बनने वाली हर्बल गुलाल उपलब्ध कराई गई थी. कुछ लोग अलग से थैली में गुलाल लेकर आए थे. जिसके कारण यहां यह आगजनी हुई है. फिलहाल इस मामले में जल्द जांच रिपोर्ट आएगी और जो दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
महाकाल मंदिर में किए गए कई बदलाव
इस हादसे के बाद मंदिर समिति ने महाकालेश्वर मंदिर में पंडित और पुजारियों को सख्त हिदायत दी है कि अब गर्भ गृह में वही लोग जा पाएंगे. जिनके पास आइडेंटी कार्ड होंगे. बिना परमिशन कोई गर्भ गृह में नहीं जा पाएगा. इसके साथ ही गर्भ गृर्भ में पॉलिथीन में दूध ले जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कहा कि 'परंपराएं मंदिर में चली आ रही है, वो कई वर्षों पुरानी है, जो सभी की भावनाओं से जुड़ी हुई है. जिन्हें हमेशा चलना चाहिए, लेकिन कुछ समय से परंपराओं के अतिरिक्त भी कुछ ऐसी चीजों का उपयोग किया जा रहा है, या फिर ऐसी सामग्रियों का उपयोग किया जा रहा है जो कि उचित नहीं है. बड़ी संख्या में रंग, गुलाल का उपयोग हो रहा है. मंदिर समिति द्वारा उपलब्ध कराई गई चीजों और गुलाल का उपयोग किया जाना चाहिए.
बाहर से नहीं लाया जाएगा रंग गुलाल
इस बार रंग पंचमी पर भी ये सुनिश्चित किया जाएगा कि जो मंदिर समिति ने पूर्व में निर्णय लिया है. उसके अनुरूप ही त्योहार और पर्व मनाया जाए. अलग से रंग नहीं ले जाएंगे. वहां पर पूरी फ्रेसिंग होगी. जो नियमों का उल्लंघ करता हुआ पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कर्रवाई की जाएगी.जांच समिति अभी भी सभी फोटो और वीडियो का एनालिसिस कर रही है. हम लोगों ने एक फायर एक्सपर्ट को भी बुलाया है. वह भी उसका वीडियो देख रहे हैं. सैंपल्स ले रहे हैं कि किस कारण से आग लगी, कौन सा सब्सटेंस था जो कि ज्वलनशील था. यह सारी चीजें समिति की संज्ञान में आना चाहिए.
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क्या है मामला
गौरतलब है कि होली के दिन महाकालेश्वर मंदिर के गर्भ गृह में भस्म आरती के दौरान आगजनी हो गई थी. इस आगजनी में 13 पुजारी और श्रद्धालु झुलस गए थे. जिसमें कुछ गंभीर हालत में थे. जिन्हें इंदौर के अरविंदो अस्पताल में भर्ती किया गया है. जबकि बाकि झुलसे हुए लोगों को उज्जैन के अस्पताल में भर्ती किया गया है. वहीं सीएम ने सभी घायलों को 1-1 लाख रुपए देने का ऐलान किया है.