कोटा. शहर के अनंतपुरा थाना इलाके में बड़ा हादसा हुआ है. दो मंजिला मकान गिरने से उसमें मौजूद दंपती मलबे में दब गए. दोनों को रेस्क्यू के बाद अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने एक व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया, जबकि महिला का इलाज जारी है. नगर निगम की रेस्क्यू टीम और सिविल डिफेंस की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया. इसके बाद एसडीआरएफ की टीम को भी घटनास्थल पर बुलाया गया. पुलिस और प्रशासन की ओर से आशंका जताई जा रही है कि मलबे में कोई और व्यक्ति भी दबा हो सकता है. रेस्क्यू टीम मलबे में व्यक्तियों की तलाश कर रही है.
जिला कलेक्टर, सिटी एसपी समेत प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य का जायजा लिया. प्रशासन ने आसपास के दो मकानों को खाली करा लिया है. घटना की जानकारी मिलने पर कोटा दक्षिण के विधायक संदीप शर्मा भी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया. जिला कलेक्टर के निर्देश पर मशीनरी और बुलडोजर मंगाकर मलबे को हटाया जा रहा है.
बगल मे हो रहा था निर्माण कार्य : जिला कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी का कहना है कि हादसा कैसे हुआ, इसकी जांच करवाई जाएगी, लेकिन प्रारंभिक तौर पर यह सामने आया है कि बगल में निर्माण कार्य चल रहा था, जिसके चलते यह बिल्डिंग गिरने का अनुमान लगाया जा रहा है. सिटी एसपी शरद चौधरी का कहना है कि इस बिल्डिंग के मालिक गजेंद्र सिंह सिसोदिया हैं और इसमें जगदीश शर्मा और उनकी पत्नी केयर टेकर के तौर पर रह रहे थे. सिटी एसपी ने बताया कि जब पुलिस और प्रशासन की टीम यहां पर पहुंची, उसके पहले ही महिला को स्थानीय लोगों ने मलबे से बाहर निकाल लिया था, इसके बाद रेस्क्यू टीम ने पहुंचकर जगदीश शर्मा को बाहर निकाला. घायल जगदीश शर्मा की स्थिति गंभीर थी और अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया, जबकि उनकी पत्नी की हालत ठीक है. उन्हे एमबीएस अस्पताल में भर्ती किया गया है.
नींव दरकने से हुआ है हादसा : स्थानीय लोगों ने बताया कि पड़ोस में ही एक मकान का निर्माण कार्य चल रहा था, जिसमें पिलर खड़े करने के लिए जेसीबी से बड़े-बड़े खड्डे खोदे गए थे, इसी के चलते इस मकान की नींव दरक गई और यह मकान गिर गया. हालांकि इस बिल्डिंग में पहले कुछ लोग रहते थे. उन्होंने बताया कि मकान करीब 15 साल पहले बनकर तैयार हुआ था.