जयपुरः आमेर महल में हाथी सवारी की दरों में वापस कमी कर दी गई है. नई दरें 1500 रुपए प्रति पर्यटक लागू की गई है. नई दर 15 नवंबर से लागू होगी. इससे पहले 1 अक्टूबर को आमेर में हाथी सवारी की दरें 1100 रुपए से सीधे 2500 रुपए कर दी गई थी. हाथी सवारी की दरों में संशोधन को लेकर शुक्रवार को पुरातत्व एवं पर्यटन विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई. बैठक में हाथी सवारी की दरें कम करने का निर्णय लिया गया. ट्रैवल एजेंट और टूर ऑपरेटर्स ने दरों में कमी का स्वागत किया है.
पुरातत्व विभाग के निदेशक डॉ. पंकज धरेंद्र के मुताबिक आमेर में हाथी सवारी की दरों को लेकर शुक्रवार को पर्यटन शासन सचिव रवि जैन की अध्यक्षता में बैठक हुई. बैठक में हाथी सवारी की दर 2500 रुपए से घटकर 1500 रुपए कर दी गई है. अब हाथी मालिक को 1250 रुपए मिलेंगे. यात्रा अभिकर्ता को 90 रुपए, हाथी प्रवेश शुल्क 50 रुपए, हाथी स्थल सफाई शुल्क 20 रुपए, हाथी कल्याण कोष को 30 रुपए और हाथी गांव विकास कोष को 60 रुपए मिलेंगे. उन्होंने कहा कि नई दरें 15 नवंबर से लागू होगी.
1 अक्टूबर से बढ़ी थी दरेंः करीब 12 साल बाद 1 अक्टूबर 2024 से आमेर में हाथी सवारी की दरें बढ़ाई गई थी. पुरातत्व विभाग की ओर से हाथी सवारी की दरों में 1400 रुपए की वृद्धि की गई थी. इस वृद्धि के बाद हाथी सवारी की दरें 1100 रुपए से बढ़कर सीधे 2500 रुपए प्रति पर्यटक हो गई थी. इस बढ़ी हुई दरों के कारण घरेलू पर्यटक हाथी सवारी से विमुख हो रहे थे.