झांसी : जिले में एक छात्रा ने छत से छलांग लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया है. छात्रा ने प्रशिक्षण देने वाली महिला टीचर पर जातिवाद को लेकर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. हादसे के बाद छात्रा को गंभीर चोटें आई हैं.
झांसी के बबीना थाना क्षेत्र में एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है. पीड़िता ने जिलाधिकारी को दिए प्रार्थना पत्र में बताया है कि वह झांसी की रहने वाली है. उसकी उम्र 20 वर्ष है. उसने बताया कि एक योजना के तहत गांव में लगे कैंप में आवेदन किया था. जिसमें उसका चयन हो गया. उसको प्रशिक्षण केंद्र के एक हॉस्टल में रखा गया था. उसके साथ में अन्य छात्राएं भी रहती थीं. आरोप है कि अनुसूचित जाति की होने के कारण महिला टीचर उससे भेदभाव व अपमानित करती थीं और अन्य छात्राओं से अलग रहने के लिए कहती थीं.
आरोप है कि केंद्र का एक व्यक्ति उसका पीछा भी किया करता था. युवती का आरोप है कि 11 मई को टीचर और अन्य स्टाफ ने उसको काफी डराया धमकाया और छत पर जबरन ले जाकर कूदने के लिए मजबूर किया. नीचे खड़ी टीचर ने उसका वीडियो भी बनाया. छत से कूदने के बाद छात्रा बेहोश हो गई और गंभीर चोटें भी आ गईं. आरोप है कि इसके बाद भी टीचर ने उसको धमकाया और कहा कि घटना की अगर अपने परिवार या किसी को जानकारी दी तो जान से मार दिया जाएगा. वहीं, पीड़िता ने गुरुवार को जिला अधिकारी को दिए प्रार्थना पत्र में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है.
वहीं, इस मामले में बबीना थाना प्रभारी अरुण कुमार तिवारी ने बताया कि पीड़िता की तरफ से किसी तरह का कोई प्रार्थना पत्र नहीं दिया गया है. मामले की पूछताछ के लिए प्रशिक्षण केंद्र की प्रिंसिपल को बुलाया गया है, मामले की जांच कर कार्रवाई की जा रही है.
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