उदयपुर. हर साल 31 मई विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है. तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर झीलों की नगरी उदयपुर के रहने वाले इकबाल सक्का ने एक नायाब चीज बनाकर इस दिवस के अवसर पर विशेष संदेश देने का काम किया है. दुनिया भर में सूक्ष्म कलाकारी के दम पर अपना नाम रोशन कर चुके इकबाल ने एक और वर्ल्ड रिकॉर्ड देश के नाम किया है. सक्का ने विश्व की सबसे छोटी सोने की ऐश ट्रे, कंकाल और सिगरेट की कला कृति बनाई है. इस कला कृति के माध्यम से सक्का जन-जन को तंबाकू का सेवन नहीं करने का संदेश दे रहे हैं.
अपनी अनूठी कला से दिया विशेष संदेश : जहां एक और तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर तंबाकू से होने वाले बीमारियों के बारे में बताया जा रहा है, वहीं उदयपुर के कलाकार ने अनूठे अंदाज में अपनी सूक्ष्म कलाकृति के दम पर तंबाकू दिवस पर दिन-रात मेहनत करके यह तीन कलाकृतियां बनाई है. उनकी कला कृति गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हो गयी है. इकबाल सक्का की ओर से विश्व की सबसे छोटी सोने की 7 मिली मीटर ऐश ट्रे, 5 मिली मीटर सिगरेट, 7 मिली मीटर का कंकाल बनाया गया है. कलाकृति के माध्यम से उन्होंने नशा मुक्ति का संदेश दिया है. सक्का को रिकॉर्ड दर्ज होने पर प्रमाण पत्र भी मिल गया है.
इकबाल सक्का ने बताया कि वे लोगों को नशा मुक्ति का संदेश देने के लिए इन कलाकृतियों को पर्यटक स्थलों पर ले जाकर लोगों को बता भी रहे हैं. लोग भी उनकी इस सूक्ष्म कलाकृति को बेहद पसंद कर रहे हैं. साथ ही तम्बाकू और धूम्रपान का उपयोग नहीं करने की बात भी कर रहे हैं. धूम्रपान छोड़ने का संदेश देने वाली कलाकृतियों को गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने पर गोल्डन बुक के प्रबंधक मिस्टर माइकल वनडेन चेयर ने डॉ. सक्का को प्रमाण पत्र के साथ पांच वाहन स्टीकर टी-शर्ट और बैच यू एस ए कार्यालय से जारी किया.
इकबाल ने अब तक सूक्ष्म कलाकृतियों के बल पर 100 से ज्यादा वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं, जिसमें उन्होंने कई ऐसी ऐसी नायाब कलाकृतियां बनाई है, जिसे देखने के लिए लेंस का प्रयोग करना पड़ता है. इकबाल ने दुनिया के कई कलाकारों के वर्ल्ड रिकॉर्ड को भी तोड़ने का काम किया है. उन्होंने सूक्ष्म कलाकृति के बल पर भारत का डंका दुनिया भर में बजाया है. इससे पहले भी उन्होंने T-20 वर्ल्ड कप को लेकर विशेष तीन ट्रॉफी बनाई थी. अयोध्या में बन रहे भगवान राम के मंदिर के लिए भी उन्होंने तीन सूक्ष्म कलाकृतियों का निर्माण किया था, जिनमें सोने की ईंट, घंटा और दो खड़ाऊ शामिल हैं. इकबाल ने विश्व की सबसे छोटी सोने-चांदी की पुस्तक भी बनाई है. पुस्तक में अरबी में अल्लाह, संस्कृत में ओम, ईसाई धर्म का क्रॉस, सिख धर्म का खण्डा उत्कीर्ण किया गया है. यह पुस्तक 64 पृष्ठों की है. इसके अलावा उन्होंने इस स्वतंत्रता दिवस पर महज 0.5 मिलीमीटर का तिरंगा झंडा भी बनाया था.
इनमें दर्ज हुए वर्ल्ड रिकॉर्ड : इकबाल सबसे कम वजन की सबसे छोटी सोने की चेन बनाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा चुके हैं. इसके अलावा उन्होंने विश्व की सबसे छोटी चाय की केतली भी बनाई थी. साथ ही सबसे छोटा स्वर्ण स्टम्प बना चुके हैं. इसी तरह अब तक इकबाल 100 वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं, जो गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड, लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स, यूनिक वर्ल्ड रिकार्ड्स, इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स, वर्ल्ड अमेजिंग विश्व रिकार्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज हैं. इकबाल सक्का को बचपन से ही कुछ हटकर करने का जुनून था. उन्होंने स्वर्ण शिल्प कार्य के हुनर को अपनाया और फिर देखते ही देखते उसमें महारत हासिल कर ली. इकबाल बताते हैं कि बचपन से ही वे अखबार में स्वर्ण शिल्पकारी के बारे में पढ़ते थे. दुनिया के सबसे बेहतरीन स्वर्ण शिल्प कारी के रिकॉर्ड अमेरिका ऑस्ट्रेलिया और चीन जैसे देशों के नाम थे. तभी से इकबाल चाहते थे कि इस क्षेत्र में भारत का नाम सबसे ऊंचा हो. ऐसे में वो इस काम में जुट गए और आज उनके हुनर की दुनिया कायल है.