रायबरेली : जिले के सलोन ब्लॉक में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में चौंकाने वाली जांच रिपोर्ट सामने आई है. सीडीओ अर्पित उपाध्याय ने बताया कि यहां अब तक कुल बने 19 हजार 775 ऑनलाइन जन्म प्रमाणपत्रों में से केवल 230 ही सही मिले हैं. बाकी बचे हुए 19 हजार 545 जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं. सभी जन्म प्रमाण पत्र यहां के सलोन ब्लॉक स्थित छह ग्राम सभाओं में बनाए गए हैं.
सीडीओ अर्पित उपाध्याय ने बताया कि इस मामले में शासन के निर्देश पर एटीएस जांच करने पहुंची तो जितेन्द्र यादव की जीशान के साथ मिली भगत सामने आई थी. इसके बाद ही वीडीओ जितेन्द्र सिंह समेत जीशान और पिता रियाज को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस की जांच में सामने आया था कि सलोन ब्लॉक में छह ग्राम सभाओं में 19 हजार से ज्यादा ऐसे फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बना दिए गए जिनका इन गांवों से कभी कोई सम्बन्ध ही नहीं था.
फिलहाल इस मामले में सीडीओ की जांच रिपोर्ट में 19 हजार 775 फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाए जाने की पुष्टि के बाद एटीएस इस मामले में जांच तेज करेगी कि कहीं देश विरोधी गतिविधियों से जुड़े लोगों ने तो फर्जी जन्म प्रमाण पत्र तो नहीं बनवा लिए हैं.
बता दें कि दो महीने पहले सलोन ब्लॉक में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाये जाने का मामला सामने आया था. इस मामले में सभी जन्म प्रमाण पत्र यहां स्थित सहज जनसेवा केंद्र से जारी हुए थे. बाद में सामने आया था कि जनसेवा केंद्र संचालक जीशान और उसका पिता रियाज ग्राम विकास अधिकारी की आईडी पासवर्ड चुराकर फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी करते थे. इस मामले में वीडीओ जितेन्द्र यादव ने सलोन थाने में तहरीर भी दी थी कि उसका आईडी पासवर्ड चोरी होकर उससे फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं.
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